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चार शासकीय सेवक होंगे निलंबित और आधा दर्जन शासकीय सेवकों को नोटिस

चार शासकीय सेवक होंगे निलंबित और आधा दर्जन शासकीय सेवकों को नोटिस

कलेक्टर ने किया जिला चिकित्सालय, ठाठीपुर अस्पताल और एनआरसी का औचक निरीक्षण

आम आदमी को स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराने में लापरवाही बरत रहे सरकारी अमले के खिलाफ जिला प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। इस कड़ी में कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने चार शासकीय सेवकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। साथ ही आधा दर्जन से अधिक शासकीय सेवकों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिये कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. गोयल ने गुरूवार को जिला चिकित्सालय मुरार, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ठाठीपुर, एनआरसी ठाठीपुर और आंगनबाड़ी केन्द्र भीमनगर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान इन शासकीय सेवकों की लापरवाही सामने आई थी।

      कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने सिविल डिस्पेंसरी ठाठीपुर में गैर हाजिर मिले लैब असिस्टेंट श्री आलोक मिश्रा को निलंबित करने के निर्देश दिये हैं। इसी डिस्पेंसरी में पदस्थ एएनएम श्रीमती लक्ष्मी शर्मा द्वारा हाजिरी रजिस्टर पर ओवर राइटिंग कर उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया और उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। इसी तरह पोषण एवं पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) ठाठीपुर में गैर हाजिर मिलीं एलएचव्ही श्रीमती बीना शर्मा और इस केन्द्र में पदस्थ आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक श्रीमती लता लिधौरिया के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की है।

      अधीनस्थ अमले पर नियंत्रण में अक्षमता सामने आने पर कलेक्टर डॉ. गोयल ने सिविल डिस्पेंसरी ठाठीपुर की प्रभारी डॉ. स्वेच्छा डंडोतिया और एनआरसी के प्रभारी डॉ. व्ही के जैन को भी कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. गोयल ने जिला चिकित्सालय स्थित एसएनसीयू के बच्चों के रक्त परीक्षण में आनाकानी करने की बात सामने आने पर यहाँ की लैब टेक्नीशियन श्रीमती नविता सक्सेना और गैर हाजिर मिलीं लैब टेक्नीशियन श्रीमती रश्मि राठौर को कारण बताओ नोटिस दिए हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र क्रं.-2 भीमनगर के निरीक्षण के दौरान व्यवस्थायें ठीक न मिलने पर यहाँ की आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक श्रीमती जयश्री संत को कारण बताओ नोटिस जारी किए जा रहे हैं।

      कलेक्टर डॉ. गोयल ने जिला चिकित्सालय मुरार के एसएनसीयू में पीलिया परीक्षण की मशीन खराब पाए जाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन को तत्परता से यह मशीन दुरूस्त कराने की हिदायत दी। डॉ. गोयल ने जिला चिकित्सालय में निरीक्षण के समय मौके पर नहीं मिले चिकित्सकों के संबंध में सिविल सर्जन से विस्तृत प्रतिवेदन मांगा है। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि प्रतिवेदन के जरिए यह बतायें कि चिकित्सक तत्समय किस ड्यूटी पर तैनात थे। उन्होंने कहा कि वाजिब कारण साबित न होने पर संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय व सिविल डिस्पेंसरी में इलाज कराने आए मरीजों व एनआरसी में भर्ती बच्चों की माताओं से चर्चा कर उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। साथ ही अस्पतालों में उपलब्ध दवाओं, लैबोरेटरी इत्यादि का निरीक्षण भी किया।

    

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