कमिशà¥à¤¨à¤° शà¥à¤°à¥€ रूपला की पहल पर मिला नà¥à¤¯à¤¾à¤¯
कमिशà¥à¤¨à¤° शà¥à¤°à¥€ शिवनारायण रूपला दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ माधà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ से लगातार करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के निदान की पहल जारी है। हाल ही गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° आयà¥à¤•à¥à¤¤ कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के चपरासी जगदीश जाटव की डà¥à¤ªà¥à¤²à¥€à¤•à¥‡à¤Ÿ सेवा पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾ बन जाने से उसे लगà¤à¤— दो लाख रूपठà¤à¤°à¤¿à¤¯à¤° के रूप में पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤ हैं। इसी तरह खणà¥à¤¡ लेखक शà¥à¤°à¥€ à¤à¤² पी तिवारी का बजट आवंटन मंगाकर उसे à¤à¥€ लगà¤à¤— दो लाख रूपठका à¤à¥à¤—तान किया गया है।
संà¤à¤¾à¤—ीय कमिशà¥à¤¨à¤° शà¥à¤°à¥€ à¤à¤¸ à¤à¤¨ रूपला ने बताया कि पिछले माह संà¤à¤¾à¤—ीय कमिशà¥à¤¨à¤° कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के किठगठऔचक निरीकà¥à¤·à¤£ के दौरान चपरासी जगदीश जाटव की सेवा पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾ खोने का मामला सामने आया था और यह मामला à¤à¥€ वरà¥à¤· 2006 का है। इस करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ की सेवा पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾ नहीं होने से इसकी वरà¥à¤· 2006 से वेतनवृदà¥à¤§à¤¿ नहीं लगाई गई थी। इस पर कमिशà¥à¤¨à¤° शà¥à¤°à¥€ रूपला ने वरिषà¥à¤ अधिकारियों को डांटते हà¥à¤ कहा था कि अगर आप लोगों की à¤à¤• ही वेतनवृदà¥à¤§à¤¿ रूक जाठतो आपकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ कैसी होगी। छोटे से करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ की आप 2006 से वेतन वृदà¥à¤§à¤¿ रोककर रखे हो और कोई à¤à¥€ कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ नहीं कर रहा है, यह सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ ठीक नहीं है।
कमिशà¥à¤¨à¤° ने ततà¥à¤•à¤¾à¤² ही उपायà¥à¤•à¥à¤¤ राजसà¥à¤µ को चपरासी जगदीश जाटव की डà¥à¤ªà¥à¤²à¥€à¤•à¥‡à¤Ÿ सेवा पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾ बनाने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ देते हà¥à¤ कहा था कि सेवा पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾ ततà¥à¤•à¤¾à¤² बनाकर पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कीजिà¤à¥¤ जैसे ही डà¥à¤ªà¥à¤²à¥€à¤•à¥‡à¤Ÿ सेवा पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾ बनकर तैयार हà¥à¤ˆ वैसे ही वरà¥à¤· 2006 से शà¥à¤°à¥€ जाटव की वेतन वृदà¥à¤§à¤¿ वरà¥à¤· 2016 तक लगाकर उसे à¤à¤• मà¥à¤¶à¥à¤¤ लगà¤à¤— 2 लाख रूपठका à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤° दिया गया।
निरीकà¥à¤·à¤£ के दौरान ही खणà¥à¤¡ लेखक शà¥à¤°à¥€ à¤à¤² पी तिवारी ने शिकायत दरà¥à¤œ कराई थी कि उसे 22 माह से वेतन नहीं मिला। कमिशà¥à¤¨à¤° शà¥à¤°à¥€ रूपला ने इस मामले में वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त रूचि लेकर अरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¶à¤¾à¤¸à¤•à¥€à¤¯ पतà¥à¤° लिखा। साथ ही टेलीफोन पर अधिकारियों से चरà¥à¤šà¤¾ करके बजट आवंटन की मांग की। हाल ही में बजट आवंटन की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होने पर खणà¥à¤¡ लेखक शà¥à¤°à¥€ à¤à¤² पी तिवारी को à¤à¥€ 22 माह का वेतन लगà¤à¤— 2 लाख रूपठà¤à¥à¤—तान किया है। दोनों ही करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• समसà¥à¤¯à¤¾ का निराकरण होने पर खà¥à¤¶ हैं।