तीन तलाक पर केंदà¥à¤° सरकार के समरà¥à¤¥à¤¨ नहीं, विरोध में हैं मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिला संगठन
‘तलाक, तलाक, तलाक’ किसी à¤à¥€ शादीशà¥à¤¦à¤¾ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिला के लिठये à¤à¤¸à¥‡ शबà¥à¤¦ हैं जो à¤à¤• ही à¤à¤Ÿà¤•à¥‡ में उसकी जिंदगी को जहनà¥à¤¨à¥à¤® बनाने की कà¥à¤µà¥à¤µà¤¤ रखते हैं। अब सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ के पूछने पर केंदà¥à¤° सरकार ने साफ कर दिया है कि वो इस पà¥à¤°à¤¥à¤¾ का विरोध करती है और उसे जारी रखने देने के पकà¥à¤· में नहीं है। सरकार का दावा है कि उसका ये कदम देश में समानता और मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिठहै। सरकार ये à¤à¥€ कह रही है कि à¤à¤¸à¥€ मांग खà¥à¤¦ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के à¤à¥€à¤¤à¤° से उठी है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिलाà¤à¤‚ लंबे समय से तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाती आ रही हैं। कà¥à¤² मिलाकर सरकार तलाक के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर खà¥à¤¦ को मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिलाओं के मसीहा के तौर पर पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ कर रही है। लेकिन कà¥à¤¯à¤¾ ये मामला इतना सीधा है? इस सवाल का जवाब जानने के लिठआईबीà¤à¤¨à¤–बर ने इससे जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ तमाम पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ से बात की।
सबसे पहले बात हà¥à¤ˆ ऑल इंडिया मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® वीमेंस परà¥à¤¸à¤¨à¤² लॉ बोरà¥à¤¡ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शाइसà¥à¤¤à¤¾ अंबर से। उनका साफ कहना था कि तीन तलाक के मामले पर केंदà¥à¤° सरकार मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ और देश को गà¥à¤®à¤°à¤¾à¤¹ कर रही है। हमारी लड़ाई यह है कि लगातार तीन बार बोले गठतलाक को à¤à¤• माना जाà¤à¥¤ शाइसà¥à¤¤à¤¾ कहती हैं कि हम तीन तलाक के मामले में बदलाव तो चाहते हैं, लेकिन वो बदलाव शरीयत के दायरे में हों, न कि कोरà¥à¤Ÿ या किसी सरकार के जरिà¤à¥¤ शाइसà¥à¤¤à¤¾ साफ कहती हैं कि सरकार बेवजह तीन तलाक के मामले में दखल दे रही है। मजहब के मामले में हमें किसी की à¤à¥€ दखलंदाजी पसंद नहीं।
शाइसà¥à¤¤à¤¾ अंबर लंबे समय से मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिलाओं के अधिकारों के लिठलड़ाई लड़ रही हैं। इसके चलते वे अकà¥à¤¸à¤° कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ के निशाने पर रहती हैं लेकिन खà¥à¤¦ उनका ये कहना कि वो केंदà¥à¤° के साथ नहीं हैं, बहà¥à¤¤ कà¥à¤› कह जाता है। दरअसल मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिलाà¤à¤‚ इस बात की तो विरोधी हैं कि à¤à¤• साथ तीन बार तलाक कहकर उनके पति उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ घर से निकाल दें लेकिन शरियत के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• 90 दिन की अवधि में तीन बार तलाक कहकर पति-पतà¥à¤¨à¥€ के अलग होने पर उनमें से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ को आपतà¥à¤¤à¤¿ नहीं है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे इसे इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• कानून के हिसाब से उचित मानती हैं और फरà¥à¤œ की तरह उसका पालन à¤à¥€ करती हैं।
खà¥à¤¦ शाइसà¥à¤¤à¤¾ कहती हैं कि à¤à¤• साथ तीन बार तलाक कहा जाठतो उसे à¤à¤• ही बार कहा माना जाठऔर बाकी के दो बार तलाक उसके 90 दिन की अवधि में कहा जा सकता है। जो कि शरियत के हिसाब से जायज है। दूसरी ओर केंदà¥à¤° सरकार ने पूरी तरह से तलाक की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ ही खारिज कर दी है और वो मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ के लिठà¤à¥€ वैसा ही तलाक कानून की हिमायती है जैसा कि हिंदू महिलाओं के लिठहै। यानी कि कोरà¥à¤Ÿ के जरिà¤à¥¤
इस मामले में ऑल इंडिया मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® परà¥à¤¸à¤¨à¤² लॉ बोरà¥à¤¡ के मà¥à¤–à¥à¤¯ आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ सदसà¥à¤¯ मà¥à¤«à¥à¤¤à¥€ अरशद फारà¥à¤–ी कहते हैं कि लगातार तीन बार तलाक बोलना जायज नहीं हैं ये हम à¤à¥€ मानते हैं। ये गà¥à¤¨à¤¾à¤¹ है और लोगों को बताया à¤à¥€ जाता है। इसके पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° के लिठकाम à¤à¥€ चल रहा है। फारà¥à¤–ी कहते हैं कि इस तरह à¤à¤• साथ तीन बार तलाक बोलकर पतà¥à¤¨à¥€ को अलग कर देने के देश में गिने-चà¥à¤¨à¥‡ मामले ही आते हैं। नदवा, बरेली और देवबंद के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° इस तरह के मामले महज डेढ़ से ढाई फीसदी हैं।
परà¥à¤¸à¤¨à¤² लॉ बोरà¥à¤¡ के सदसà¥à¤¯ शकील समदानी à¤à¥€ कहते हैं कि तीन तलाक को आधार बनाकर केंदà¥à¤° सरकार मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® परà¥à¤¸à¤¨à¤² लॉ को निशाना बना रही है। जब सà¥à¤¨à¥à¤¨à¥€ मसलक के चारों वरà¥à¤— तीन तलाक के मामले पर रजामंद हैं तो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सरकार बेमतलब में दखल देकर इसे तूल दे रही है।
महिलाओं से फॉरà¥à¤® à¤à¤°à¤µà¤¾à¤•à¤° जà¥à¤Ÿà¤¾à¤¯à¤¾ जा रहा समरà¥à¤¥à¤¨
ऑल इंडिया मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® परà¥à¤¸à¤¨à¤² लॉ बोरà¥à¤¡ ने इस मामले में सरकार के खिलाफ जनसमरà¥à¤¥à¤¨ जà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‡ के लिठमहिलाओं से तीन तलाक के मामले पर à¤à¤• फॉरà¥à¤® à¤à¤°à¤µà¤¾à¤¨à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ कर दिया है। फॉरà¥à¤® में लिखा है कि ‘वो शरीयत के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तलाक, खà¥à¤²à¤¾ और फसà¥à¤– में किसी à¤à¥€ तरह की गà¥à¤‚जाइश और तबà¥à¤¦à¥€à¤²à¥€ की जरूरत महसूस नहीं करती हैं।ʼ
कहां से शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† तीन तलाक पर ताजा विवाद
इस विवाद की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ ठीक à¤à¤• साल पहले अकà¥à¤Ÿà¥‚बर में हà¥à¤ˆ जब देहरादून की 35 साल की शायरा बानो को उनके पति ने चिटà¥à¤ ी के जरिठतलाकनामा à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° तलाक दे दिया। इसके बाद इसी साल 23 फरवरी को शायरा ने सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ में गà¥à¤¹à¤¾à¤° लगाई कि ऑल इंडिया मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® परà¥à¤¸à¤¨à¤² लॉ बोरà¥à¤¡ के तहत दिठजाने वाले तलाक-à¤-बिदà¥à¤¦à¤¤ यानी तिहरे तलाक को गैर-कानूनी घोषित किया जाà¤à¥¤ सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने इसपर राजà¥à¤¯ और केंदà¥à¤° सरकार, महिला आयोग समेत सà¤à¥€ पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ को नोटिस à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° जवाब मांगा है। अपने जवाब में केंदà¥à¤° सरकार ने तीन तलाक की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का विरोध किया और इसे खतà¥à¤® करने की मांग रखी। दूसरी ओर अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® परà¥à¤¸à¤¨à¤² लॉ बोरà¥à¤¡ ने अपने जवाब में तीन बार तलाक और बहà¥à¤µà¤¿à¤µà¤¾à¤¹ का बचाव किया है। उसका कहना है कि अदालतों को कà¥à¤°à¤¾à¤¨ और शरिया कानून से संबधित मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ की जांच करने का अधिकार नहीं है।
तीन तरह का होता है तलाक
मौजूदा बहस तीन तलाक को लेकर हो रही है। लेकिन असल में तलाक à¤à¥€ तीन तरह का होता है।
तलाक-à¤-तफवीज: तलाक-à¤-तफवीज में मरà¥à¤¦ शरीयत के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 90 दिन में तीन बार तलाक बोलकर अपनी बीवी से तलाक ले सकता है।
खà¥à¤²à¤¾: खà¥à¤²à¤¾ के तहत बीबी शौहर के साथ न रह पाने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ खà¥à¤²à¤¾ ले सकती है। इसकी पहल बीबी ही करती है।
फसà¥à¤–: फसà¥à¤– के तहत मियां-बीवी जब तलाक के लिठराजी हों, लेकिन दोनों ही à¤à¤•-दूसरे के आरोपों को नहीं मान रहे हैं तो à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में वह शरई पंचायत में जा सकते हैं। शरई पंचायत दोनों को सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के बाद अपना फैसला सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥€ है, लेकिन मियां और बीवी दोनों ही शरई पंचायत के फैसले को मानने के लिठबाधà¥à¤¯ नहीं होंगे।