जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ पर करें ये दो उपाय, जरूर पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होंगे कानà¥à¤¹à¤¾
हर घर में जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ की तैयारियां चल रही हैं। हर किसी का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है कि कानà¥à¤¹à¤¾ को खà¥à¤¶ किया जाà¤, उनका आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया जाà¤à¥¤ यूं तो कृषà¥à¤£ à¤à¤—वान à¤à¤¾à¤µ के à¤à¥‚ख हैं, लेकिन फिर à¤à¥€ कà¥à¤› उपाय à¤à¤¸à¥‡ हैं, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आप जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ के दिन करेंगे तो जीवन में जरूर सकारातà¥à¤®à¤• बदलाव आà¤à¤—ा। यहां हम कृषà¥à¤£ जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ पर किठजाने वाले à¤à¤¸à¥‡ ही दो उपायो के बारें में बताà¤à¤‚गे। पूजा में जरूर शामिल करें पान: धरà¥à¤® गà¥à¤°à¤‚थों में उलà¥à¤²à¥‡à¤– है कि जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ के दिन कृषà¥à¤£ à¤à¤—वान की पूजा में पान का पतà¥à¤¤à¤¾ शामिल करने से विशेष फल मिलता है। पूजा में पान के पतà¥à¤¤à¥‡ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² कर लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ किया जा सकता है। पान का à¤à¤• ताजा पतà¥à¤¤à¤¾ लें और उस पर कà¥à¤®à¤•à¥à¤® से 'ऊं वासà¥à¤¦à¥‡à¤µà¤¾à¤¯ नमः' लिखें। इस पतà¥à¤¤à¥‡ को कृषà¥à¤£ à¤à¤—वान की मूरà¥à¤¤à¤¿ या तसà¥à¤µà¥€à¤° के सामने रखकर फिर पूजा करेंगे जो जरूर फल मिलेगा।
शाम को करें तà¥à¤²à¤¸à¥€ की परिकà¥à¤°à¤®à¤¾: कृषà¥à¤£ à¤à¤—वान को तà¥à¤²à¤¸à¥€ बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¿à¤¯ है। यही कारण है कि उनके पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ में तà¥à¤²à¤¸à¥€ के पतà¥à¤¤à¥‡ मिलाठजाते हैं। जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ की शाम को तà¥à¤²à¤¸à¥€ का पूजन करने का विशेष महतà¥à¤µ बताया गया है। इससे à¤à¥€ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होती हैं। घर या आंगन में रखी तà¥à¤²à¤¸à¥€ के सामने गाय के घी का दीपक लगाठऔर 11 बार परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ करें।
धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने वाली बात यह है कि घर में तà¥à¤²à¤¸à¥€ नहीं है, तो मंदिर जाकर वहां की तà¥à¤²à¤¸à¥€ पर दीपक लगाà¤à¤‚ और परिकà¥à¤°à¤® करें। किसी दूसरे के घर जाकर यह काम न करें। इसका फल आपको नहीं मिलेगा।