लड़की के साथ सब रजामंदी से हà¥à¤†: रेप के आरोपी जैन मà¥à¤¨à¤¿ बोले; कोरà¥à¤Ÿ ने जेल à¤à¥‡à¤œà¤¾
सूरत.19 साल की लड़की से रेप के आरोपी जैन मà¥à¤¨à¤¿ शांति सागर (49) ने दावा किया है कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फंसाया गया है। मेडिकल के दौरान उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने डॉकà¥à¤Ÿà¤° से कहा, "मैं लड़की को 5-6 महीने से जानता हूं। वह पहली बार मिलने के लिठसपरिवार सूरत आई थी। टीमलियावाड नानपà¥à¤°à¤¾ धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में लड़की की रजामंदी से 1 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर को संबंध बनाà¤à¥¤ जीवन में पहली बार à¤à¤¸à¤¾ किया।" यह बात डॉकà¥à¤Ÿà¤° ने मेडिको लीगल केस रजिसà¥à¤Ÿà¤° में दरà¥à¤œ की है। डॉकà¥à¤Ÿà¤° ने मà¥à¤¨à¤¿ से पूछा- "आप साधॠहैं, à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ किया?" इस पर मà¥à¤¨à¤¿ ने सिर à¤à¥à¤•à¤¾ लिया। बाद में मà¥à¤¨à¤¿ को जेल à¤à¥‡à¤œ दिया गया। दिगंबर संत को कपड़े पहनाकर लाई पà¥à¤²à¤¿à¤¸...
- शनिवार रात गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥€ के बाद 10 से 11.45 बजे तक मà¥à¤¨à¤¿ का मेडिकल हà¥à¤† था। इस दौरान जरूरी सैमà¥à¤ªà¤² नहीं लिया जा सका। डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ ने कहा कि मà¥à¤¨à¤¿ टेंशन में हैं। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जांच के लिठदोबारा लेकर आà¤à¥¤
- सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•, मामला सेंसिटिव होने के चलते पà¥à¤²à¤¿à¤¸ फोरेंसिक जांच करवाने की à¤à¥€ तैयारी कर रही है। शांति सागर को पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने शनिवार रात डà¥à¤¯à¥‚टी मजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ के सामने पेश किया, लेकिन रिमांड नहीं मांगी गई। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने कोई सामान बरामद नहीं करने की बात कही है।
- कोरà¥à¤Ÿ से जà¥à¤¯à¥‚डिशियल कसà¥à¤Ÿà¤¡à¥€ दिठजाने के बाद रात 12:35 बजे मà¥à¤¨à¤¿ को जेल à¤à¥‡à¤œ दिया गया।
- इनà¥à¤µà¥‡à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤—ेशन अाॅफिसर डीके राठौड़ ने बताया कि चार गवाहों ने इस केस में बयान दिठहैं।
- शांति सागर दिगंबर जैन संत हैं। ये संत कपड़े नहीं पहनते हैं, लेकिन गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥€ के बाद मेडिकल, कोरà¥à¤Ÿ में पेशी और जेल à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ के दौरान उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कपड़े पहनाकर रखा गया।
कौन हैं शांति सागर?
- शांतिसागर बचपन से लेकर जवानी तक à¤à¤®à¤ªà¥€ के गà¥à¤¨à¤¾ डिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤Ÿ में ताऊजी के साथ रहे। उनके à¤à¤• दोसà¥à¤¤ ने बताया कि पहले उनका नाम गिरराज शरà¥à¤®à¤¾ था। उनका परिवार कोटा में रहता था। पिता सजà¥à¤œà¤¨à¤²à¤¾à¤² शरà¥à¤®à¤¾ वहीं पर हलवाई थे।
- दोसà¥à¤¤ ने बताया कि गिरराज मौज-मसà¥à¤¤à¥€ में जीने वाला था। खूब कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ खेलता था। पढ़ाई में à¤à¤µà¤°à¥‡à¤œ था। उनके दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का गà¥à¤°à¥à¤ª शहर में उन दिनों के सबसे फैशनेबल यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का था। कपड़े हों या हेयर कट, नठटà¥à¤°à¥‡à¤‚ड को सबसे पहले यही गà¥à¤°à¥à¤ª अपनाता था।
- गिरराज 22 साल की उमà¥à¤° में मंदसौर में जैन संतों के कॉनà¥à¤Ÿà¥ˆà¤•à¥à¤Ÿ में आà¤à¥¤ पà¥à¤¾à¤ˆ अधूरी छोड़कर वहीं दीकà¥à¤·à¤¾ लेकर गिरराज से शांतिसागर महाराज बन गà¤à¥¤ संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ बनने के तीन दिन पहले वह गà¥à¤¨à¤¾ आठथे। दो दिन बिताने के बाद कà¤à¥€ गà¥à¤¨à¤¾ नहीं लौटे।
कैसे सामने अाया था मामला
- जैन मà¥à¤¨à¤¿ शांतिसागर पर मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में रहने वाली 19 साल की लड़की ने रेप का आरोप लगाया है। गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ के सूरत में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को उनके खिलाफ केस दरà¥à¤œ किया था।
- शनिवार देर रात मेडिकल जांच में रेप की बात कनà¥à¤«à¤°à¥à¤® होने के बाद शांति सागर को गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° किया गया था। इसके बाद जैन कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤Ÿà¥€ के कà¥à¤› आॅरà¥à¤—नाइजेशन ने मà¥à¤¨à¤¿ की गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥€ के विरोध में पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ à¤à¥€ किया था।
- बता दें कि आरोप लगाने वाली लड़की वडोदरा में कॉलेज सà¥à¤Ÿà¥‚डेंट है। लड़की ने पà¥à¤²à¤¿à¤¸ कमिशà¥à¤¨à¤° को लेटर लिखकर कहा था कि जैन मà¥à¤¨à¤¿ ने 01 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर को शहर के नानपà¥à¤°à¤¾ टीमलियावाड जैन धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में उससे रेप किया। अपने फैमिली मेंबरà¥à¤¸ के साथ वह धारà¥à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® के सिलसिले में वहां गई थी। जैन मà¥à¤¨à¤¿ इस दौरान सूरत में चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ के लिठरह रहे थे।
जैन मà¥à¤¨à¤¿ तरà¥à¤£ सागर ने शांति सागर को बताया पाखंडी
Q. आचारà¥à¤¯ शांति सागर को समाज से निकाल देना चाहिà¤?
A. बाहर करने की जरूरत नहीं, वह बाहर हो गया। à¤à¤¸à¥‡ दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥€ को जैन समाज आदरà¥à¤¶ नहीं मानता। शांति सागर संत के वेश में पाखंडी है।
Q. कà¥à¤¯à¤¾ दिगंबर साधà¥à¤“ं को किसी लड़की और महिला से à¤à¤•à¤¾à¤‚त में मिलने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ होती हैै?
A. à¤à¤•à¤¾à¤‚त में मिलना गलत नहीं है। लोक वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखना जरूरी है। à¤à¤¾à¤ˆ-बहन, बाप-बेटी का à¤à¤•à¤¾à¤‚त में मिलना कैसे गलत हो सकता है?
Q. à¤à¤¸à¥€ घटनाà¤à¤‚ रोकने के लिठसमाज कà¥à¤¯à¤¾ करेगा?
A.साधॠऔर समाज à¤à¤•-दूसरे के पूरक हैं। समाज साधॠपर नजर रखे और साधॠमन पर। इस तरह से बचा जा सकता है।