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ग्वालियर में सात और पक्षियों की मौत के बाद जू का एक हिस्सा बंद

ग्वालियर। गुरुवार को 7 और जलीय पक्षी पेंटेड स्टार्क की मौत के बाद चिड़ियाघर के प्रभावित हिस्से को दर्शकों के लिए बंद कर दिया। तीन दिनों में 15 पक्षियों की मौत की खबर के बाद सीजेडए (सेंट्रल जू अथॉरिटी) दिल्ली पूरी तरह अलर्ट पोजीशन में आ गया है। सीजेडए के सचिव ने जांच रिपोर्ट आने तक पूरे चिड़ियाघर को आइसोलेट रखने और संचालक पशु चिकित्सा विभाग भोपाल को उपचार व्यवस्था अपनी देखरेख में लेने को कहा है।

चिड़ियाघर प्रबंधन ने दोपहर को सीजेडए को जानकारी दी थी जिस पर वहां से रात 8 बजे निगमायुक्त को 74 पेज की एक विस्तृत गाइड लाइन भेजी। बर्ड फ्लू की पुष्टि होने पर अपनाई जाने वाली रणनीति को लेकर भेजी गई इस रिपोर्ट की प्रति कलेक्टर, संयुक्त संचालक, बेटनरी, फिसरीज, कृषि, जिला स्वास्थ्य अधिकारी व भोपाल के अधिकारियों को भी भेजी है।

सात और मौतों के बाद...

 

निगम प्रशासन अभी अभी भोपाल की डीआई लैब की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। इसके बाद ही बर्ड फ्लू के होने या नहीं होने की की पुष्टि हो सकेगी।

लेह-लद्दाख से आने वाला प्रवासी पक्षी: पेंटेड स्टार्क लेह-लद्दाख क्षेत्र से विभिन्न् जल स्त्रोतों पर ठंड के दिनों में प्रवास पर आता है। बर्ड फ्लू का खतरा सबसे ज्यादा जल स्त्रोतों के निकट रहने वाले पक्षियों में ही रहता है।

फैक्ट फाइल

 

- मंगलवार को 3 पेंटेड स्टार्क की हुई थी मौत।

- बुधवार को 5 और पेंटेड स्टार्क मरे मिले।

- बुधवार को रात में 2 पेंटेड स्टार्क के शव भोपाल की हाई सिक्योरिटी लैब में परीक्षण के लिए भेजे गए।

- गुरुवार को सुबह 4 की मौत हुई,शाम तक 3 और मर गए।

- पशु चिकित्सक डॉ.केबी शर्मा,मुकेश शर्मा, सूर्यप्रकाश उपाध्याय ने परीक्षण व उपचार किया।

- चिड़ियाघर अधिकारी प्रदीप श्रीवास्तव व डॉ.भूपेन्द्र यादव ने दो मृत पक्षियों को जबलपुर वैटनरी कॉलेज जांच के लिए भेजा।

- पेंटेड स्टार्क के केजों का आइसोलेट किया। कर्मचारियों को सुरक्षा मास्क के साथ अलग अलग तैनात किया।

यह दिए निर्देश

 

- हर केज के कर्मचारियों को अलग-अलग रखा जाए।

- केजों के अंदर जाने से पहले पोटेशियम परमैंगनेट के घोल में पैर डुबोकर ही जाएं।

- मास्क व सुरक्षा पोषाक के साथ ही कर्मचारियों को अंदर भेजा जाए।

- पूरे चिड़ियाघर को 100 प्रतिशत आइसोलेट कर दिया जाए।

- मृत पक्षियों के सैंपल भोपाल की डीआई लैब की हाई सिक्योरिटी लैंब में भेजे जाएं।

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