मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® की पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कॉनà¥à¤«à¥à¤°à¥‡à¤‚स से साफ, नहीं निकला कोई फॉरà¥à¤®à¥‚लाः तो कà¥à¤¯à¤¾ अखिलेश हैं सबसे ताकतवर?
मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® सिंह यादव ने जब मंगलवार को दोपहर ढाई बजे पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कॉनà¥à¤«à¥à¤°à¥‡à¤‚स बà¥à¤²à¤¾à¤ˆ तो à¤à¤¸à¤¾ माना जा रहा था कि कई अहम घोषणाà¤à¤‚ उनकी ओर से की जा सकती हैं और पारà¥à¤Ÿà¥€ à¤à¤µà¤‚ परिवार की à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ दिखाई दे सकती है. लेकिन यह धारणा वहीं कचà¥à¤šà¥€ पड़ गई जब पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कॉनà¥à¤«à¥à¤°à¥‡à¤‚स के लिठमà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® के साथ केवल शिवपाल ही नज़र आà¤. अखिलेश यादव इस मौके पर नदारद रहे. इससे à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ की बात की कलई खà¥à¤² गई.
रही सही कसर मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® सिंह के बयान से पूरी हो गई. मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® सिंह ने अपने चंद वाकà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के संबोधन में केवल अपने राजनीतिक सफर की बात कही. इसका आशय साफ है कि वो यह बताना चाहते थे कि ये पारà¥à¤Ÿà¥€ उनकी बनाई हà¥à¤ˆ है और वो अà¤à¥€ à¤à¥€ पारà¥à¤Ÿà¥€ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· हैं, पारà¥à¤Ÿà¥€ उनके पास है.
तो कà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® इस संकट को à¤à¤¾à¤‚प चà¥à¤•à¥‡ हैं कि पारà¥à¤Ÿà¥€ की बागडोर उनके हाथ से निकलती जा रही है. कम से कम मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® सिंह यादव की पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कॉनà¥à¤«à¥à¤°à¥‡à¤‚स यही साबित करती है कि यह आयोजन किसी समà¤à¥Œà¤¤à¥‡ की घोषणा के लिठनहीं, अपने वजूद को पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने के लिठथी.
मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® कà¥à¤¯à¤¾ बोले
सवाल जवाब का सिलसिला शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† तो मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® बोले की पारà¥à¤Ÿà¥€ à¤à¤• है और परिवार à¤à¤• है. कोई मतà¤à¥‡à¤¦ नहीं है. कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ उनके साथ हैं. इसके बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विवाद के हर सवाल को टालने की ही कोशिश की. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि वो à¤à¤• à¤à¥€ विवादित बात नहीं कहेंगे.
रामगोपाल के बयानों पर हà¥à¤ सवालों पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मैं उनकी बातों को महतà¥à¤µ नहीं देता और फिर अमर सिंह पर बोले कि उनको पारà¥à¤Ÿà¥€ से नहीं निकाला जाà¤à¤—ा.
अगला मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ का चेहरा अखिलेश यादव होंगे या नहीं, इसपर मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® सिंह ने पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को औपचारिक सा à¤à¤¾à¤·à¤£ दे दिया. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€ à¤à¤• लोकतांतà¥à¤°à¤¿à¤• पारà¥à¤Ÿà¥€ है और जीत के आने वाले विधायकों की राय के आधार पर ही अगले मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ का निरà¥à¤£à¤¯ होगा.
मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® कà¥à¤¯à¤¾ नहीं बोले
इस पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कांफà¥à¤°à¥‡à¤‚स में मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® कà¥à¤¯à¤¾ बोले, इससे ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अहम है कि वो कà¥à¤¯à¤¾ नहीं बोले. बार बार पूछे जाने पर à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नहीं बताया कि शिवपाल और अनà¥à¤¯ बरà¥à¤–ासà¥à¤¤ मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सरकार में वापसी होगी या नहीं. मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® बार बार इस सवाल को टालते रहे और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इसपर फैसला मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ही लेंगे. यानी साफ है कि शिवपाल और बाकी मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की वापसी पर अà¤à¥€ कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका है और सरकार में बना गतिरोध कायम है.
गतिरोध इसपर à¤à¥€ यथावत है कि इस पूरे पà¥à¤°à¤•à¤°à¤£ के à¤à¤• और à¤à¥à¤•à¥à¤¤à¤à¥‹à¤—ी रामगोपाल यादव की पारà¥à¤Ÿà¥€ में वापसी होगी या नहीं. कà¥à¤¯à¤¾ उनका पारà¥à¤Ÿà¥€ से 6 वरà¥à¤· का निलंबन वापस लिया जाà¤à¤—ा या उनको अà¤à¥€ वनवास पर ही रहना होगा.
मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® सिंह यादव इस बात का à¤à¥€ जवाब नहीं दे सके कि कà¥à¤¯à¤¾ वजह है कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अखिलेश यादव इस पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कॉनà¥à¤«à¥à¤°à¥‡à¤‚स में नहीं आठहैं.
कà¥à¤¯à¤¾ अखिलेश हैं सबसे ताकतवर?
तो कà¥à¤¯à¤¾ यह मान लिया जाठकि अखिलेश की ताकत के आगे अब यादव परिवार के दिगà¥à¤—जों को अपना सिंहासन डोलता हà¥à¤† दिखाई दे रहा है. दरअसल, समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€ के विधायकों का à¤à¤• बड़ा हिसà¥à¤¸à¤¾ अखिलेश के साथ खड़ा है. पारà¥à¤Ÿà¥€ छोड़कर जाने की मजबूरी फिलहाल अखिलेश के साथ नहीं है. मजबूरी है बाकी लोगों का पारà¥à¤Ÿà¥€ में वरà¥à¤šà¤¸à¥à¤µ बने रहने की.
अखिलेश पिछले कà¥à¤› सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¥‹à¤‚ से अलग वॉर रूम चलाकर अपना पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° और सरकार चलाने का काम कर रहे हैं. अखिलेश दरअसल वही कर रहे हैं जो उनके पिता मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® सिंह यादव अपनी पारà¥à¤Ÿà¥€ में करते रहे हैं. अलोकतांतà¥à¤°à¤¿à¤• होकर à¤à¤•à¤›à¤¤à¥à¤° राज करने की रणनीति और कौशल अखिलेश ने अपने पिता से ही सीखा है.
अगर अखिलेश किसी फारà¥à¤®à¥‚ले पर सहमत हो गठहोते तो आज नेताजी के साथ उनकी à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ होती. अगर अनà¥à¤ªà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को किसी और बहाने से जायज़ बताया à¤à¥€ जाता तो कम से कम मंतà¥à¤°à¤¿à¤®à¤‚डल में वापस की घोषणाà¤à¤‚ तो ज़रूर सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को मिलतीं. à¤à¤• समà¤à¥Œà¤¤à¥‡ के तहत रामगोपाल की वापसी की à¤à¥€ घोषणा की जाती.
लेकिन à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† नहीं है और दोनों कैंपों की ओर से बयानबाज़ी का दौर जारी है. रामगोपाल चà¥à¤ª होने के बजाय लगातार बोल रहे हैं. यही सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ अमर सिंह की à¤à¥€ है. वो à¤à¥€ रामगोपाल पर सीधे नाम लेकर हमले कर रहे हैं. सपा का संकट फिलहाल टला नहीं है. पारà¥à¤Ÿà¥€ पर वरà¥à¤šà¤¸à¥à¤µ की लड़ाई जारी है और इसमें पिता और पà¥à¤¤à¥à¤° आमने-सामने हैं.