सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ की चेतावनी जारी करने में सबसे आगे à¤à¤¾à¤°à¤¤, ये अतà¥à¤¯à¤¾à¤§à¥à¤¨à¤¿à¤• केंदà¥à¤° बना वजह
करीब à¤à¤• दशक पहले ‘सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€’ शबà¥à¤¦ हर घर में समà¤à¤¾ जाने लगा था कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस समय à¤à¥‚कंप के कारण समà¥à¤¦à¥à¤° में उठी ऊंची ऊंची तूफानी लहरों की चपेट में आकर दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में महज कà¥à¤› मिनटों के à¤à¥€à¤¤à¤° 10,000 लोगों की मौत हो गई थी और 26 दिसंबर 2004 को हिंद महासागर में उठी इस सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ में कà¥à¤² 2,30,000 लोगों की मौत हो गई थी।
बारह साल पहले उस दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ रविवार से पहले तक अधिकतर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को यह तक नहीं पता था कि सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ शबà¥à¤¦ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ किस अकà¥à¤·à¤° से होती है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ की उस पीढ़ी की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ शबà¥à¤¦ का नामोनिशान तक नहीं था लेकिन उसके बाद से सà¤à¥€ यह समठचà¥à¤•à¥‡ हैं कि सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ धरती पर सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ तबाही लाने में सकà¥à¤·à¤® पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• ताकतों में से à¤à¤• है।
लेकिन इससे सीख लेते हà¥à¤ हिंद महासागर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने सबसे पहले अपने हैदराबाद सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ अतà¥à¤¯à¤¾à¤§à¥à¤¨à¤¿à¤• केंदà¥à¤° के जरिठदिन रात सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ की अगà¥à¤°à¤¿à¤® चेतावनी देने का काम शà¥à¤°à¥‚ किया जो अà¤à¥€ à¤à¥€ जारी है। हालांकि परेशानी तब आती है जब मछà¥à¤†à¤°à¥‡ कà¤à¥€ कà¤à¤¾à¤° गहरे समà¥à¤¦à¥à¤° में लगे सेंसरों के इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤¨à¤¿à¤• हिसà¥à¤¸à¥‡ और सौर पैनलों के साथ छेड़छाड़ कर देते हैं।
दिलचसà¥à¤ª बात यह है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ चेतावनी पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ ने इस à¤à¤• दशक में कà¤à¥€ à¤à¥€ ‘गलत चेतावनी’ जारी नहीं की है जबकि इससे कहीं पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤‚त सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ चेतावनी केंदà¥à¤° नियमित तौर पर जो चेतावनी जारी करता है वह कà¤à¥€ कà¤à¥€ सच साबित नहीं होती, à¤à¤¸à¥‡ में पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ की विशà¥à¤µà¤¸à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ पर पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¤šà¤¿à¤¨à¥à¤¹ लग जाते हैं।
आपदा जोखिम में कमी पर संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ (यूनà¤à¤†à¤ˆà¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤°) का आकलन बताता है कि ‘सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ की घटनाà¤à¤‚ कम होती हैं लेकिन यह जानलेवा होती है। बीते 100 साल में सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ की 58 घटनाओं में 2,60,000 लोग अपनी जान गंवा चà¥à¤•à¥‡ हैं। यानी हर आपदा में औसतन 4,600 लोगों की मौत हà¥à¤ˆ है। यह आकंड़ा अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदाओं के मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ कहीं जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है।’ à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में पहला विशà¥à¤µ सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ जागरà¥à¤•à¤¤à¤¾ दिवस पांच नवंबर 2016 को मनाया जाà¤à¤—ा। इस मौके पर यूà¤à¤¨à¤à¤†à¤ˆà¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤° के साथ मिलकर नई दिलà¥à¤²à¥€ आपदा जोखिम में कमी पर à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ के मंतà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का आयोजन करेगी।
यूà¤à¤¨à¤à¤†à¤ˆà¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤° के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• पांच नवंबर 1854 को उचà¥à¤š तीवà¥à¤°à¤¤à¤¾ के à¤à¥‚कंप के बाद जापान में à¤à¤• गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ ने सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ की अगà¥à¤°à¤¿à¤® चेतावनी जारी की थी। सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ की अगà¥à¤°à¤¿à¤® चेतावनी का यह पहला दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ है। सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ सागरों में उसी गति से चलती है जिस गति से à¤à¤• विमान उड़ता है और ये लहरें शांत पड़ने से पहले धरती का कई बार चकà¥à¤•à¤° लगा सकती हैं। दिलचसà¥à¤ª बात यह है कि गहरे पानी में चलने वाले जहाज उनके नीचे से गà¥à¤œà¤°à¤¨à¥‡ वाली सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ का अहसास à¤à¤²à¥‡ नहीं कर पाà¤à¤‚ लेकिन जैसे ही सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ की लहरें जमीन की ओर बढ़ती हैं, उनकी उरà¥à¤œà¤¾ केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ हो जाती है और इससे 20 से 30 मीटर उंची लहरें उठती हैं जो कई किलोमीटर तक उंची जा सकती हैं।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ की 7,500 किमी लंबी तटरेखा पर सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ का खतरा आमतौर पर मंडराता रहता है। साल 2004 में आई सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ के बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने इसकी अगà¥à¤°à¤¿à¤® चेतावनी पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने का फैसला लिया था। इसे सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रूप से काम करने में तीन साल का वकà¥à¤¤ लगा। इसकी निरà¥à¤®à¤¾à¤£ लागत दो करोड़ डॉलर आई। इसमें लगà¤à¤— दरà¥à¤œà¤¨à¤à¤° लोग काम करते हैं जो यह सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करते हैं कि समय रहते सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ की चेतावनी जारी की जा सके।
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जितेंदà¥à¤° सिंह के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ अगà¥à¤°à¤¿à¤® चेतावनी केंदà¥à¤° (आईटीईडबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚सी) वरà¥à¤· 2007 से काम कर रहा है। अब यह हैदराबाद सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महासागर सूचना सेवा केंदà¥à¤° (आईà¤à¤¨à¤¸à¥€à¤“आईà¤à¤¸) के जरिठपूरे हिंद महासागर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के लिठसà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ वॉच पà¥à¤°à¥‹à¤µà¤¾à¤‡à¤¡à¤° (आरटीडबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚पी) के तौर पर अपनी सेवाà¤à¤‚ दे रहा है। यह केंदà¥à¤° हिंद महासागर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में आने वाले और सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ पैदा कर सकने में सकà¥à¤·à¤® à¤à¥‚कंपों का 10 मिनट के à¤à¥€à¤¤à¤° पता लगाने में सकà¥à¤·à¤® है और संबदà¥à¤§ अधिकारियों को इसकी चेतावनी 20 मिनट में जारी कर देता है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ दिन रात काम करती है और आईà¤à¤¨à¤¸à¥€à¤“आईà¤à¤¸ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ दिन हो या रात कà¤à¥€ à¤à¥€ संदेह दूर करने के लिठतैयार रहती है। हैदराबाद सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ इस पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ ने कà¤à¥€ à¤à¥€ गलत चेतावनी जारी नहीं की है। यहां के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• चेतावनी तब तक जारी नहीं करते हैं जब तक कि गहरे महासागर में लगे सेंसर दबाव में वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• परिवरà¥à¤¤à¤¨ का पता नहीं लगा लेते। à¤à¤¾à¤°à¤¤ समेत हिंद महासागर के अनà¥à¤¯ देशों ने सात और आठसितंबर को हà¥à¤ˆ सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ मॉक डà¥à¤°à¤¿à¤² में हिसà¥à¤¸à¤¾ लिया था।
आईà¤à¤¨à¤¸à¥€à¤“आईà¤à¤¸ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• अपनी तरह के à¤à¤¸à¥‡ पहले पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ में तटीय à¤à¤¾à¤°à¤¤ के 33 जिलों के लगà¤à¤— 350 तटीय गांवों से 40,000 लोगों को बचाकर सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर सफलतापूरà¥à¤µà¤• पहà¥à¤‚चाया गया। आईà¤à¤¨à¤¸à¥€à¤“आईà¤à¤¸ के अधिकारियों ने बताया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के परमाणॠउरà¥à¤œà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने इस मॉक डà¥à¤°à¤¿à¤² में à¤à¤¾à¤— नहीं लिया जबकि à¤à¤¸à¥‡ कई संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ तटीय à¤à¤¾à¤°à¤¤ में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं।
याद रहे कि जापान में 2011 में फà¥à¤•à¥à¤¶à¤¿à¤®à¤¾ में परमाणॠउरà¥à¤œà¤¾ संयंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में à¤à¤¾à¤°à¥€ तबाही मची थी तो इसकी वजह यह थी कि à¤à¤¯à¤¾à¤µà¤¹ सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ से निबटने की उनकी कोई तैयारी नहीं थी। हालांकि बताया जाता है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सà¤à¥€ परमाणॠउरà¥à¤œà¤¾ संयंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में सेंसर लगे हà¥à¤ हैं जो उचà¥à¤š तीवà¥à¤°à¤¤à¤¾ का à¤à¥‚कंप आने पर रिà¤à¤•à¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ को ठप कर देते हैं।