जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ गलत लेख पर à¤à¤¯à¤° इंडिया ने मांगी माफी
à¤à¤¯à¤° इंडिया और उसके पà¥à¤°à¤®à¥à¤– अशà¥à¤µà¤¨à¥€ लोहानी ने à¤à¤¯à¤°à¤²à¤¾à¤‡à¤¨ की विमान पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ ‘शà¥à¤à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾’ में पà¥à¤°à¥€ जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर पर लिखे à¤à¤• लेख में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ गलती पर आज माफी मांगी है। à¤à¤¯à¤° इंडिया ने कहा है कि उसकी मंशा किसी की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं को ठेस पहà¥à¤‚चाने की नहीं थी।
à¤à¤¯à¤° इंडिया की पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ में पूजा-पाठऔर सà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ खाने के बारे में लिखे à¤à¤• लेख में कहा गया है कि मंदिर में मांसाहारी à¤à¥‹à¤œà¤¨ à¤à¥€ परोसा जाता है। à¤à¤¯à¤°à¤²à¤¾à¤‡à¤¨ ने à¤à¤• टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ में कहा कि à¤à¤¯à¤° इंडिया इस गलती के लिठमाफी मांगता है। हमारा इरादा किसी की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं को ठोस पहà¥à¤‚चाने का नहीं था। विमानों से शà¥à¤à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ तà¥à¤°à¤‚त पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से हटा लीं गईं हैं।
à¤à¤¯à¤° इंडिया ने यह कदम पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ में छपे लेख के खिलाफ उड़ीसा में विरोध पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ होने के बाद उठाया है।
à¤à¤¯à¤°à¤²à¤¾à¤‡à¤¨ ने à¤à¤• अनà¥à¤¯ टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ में कहा है, ‘मैं, à¤à¤¯à¤° इंडिया का सीà¤à¤®à¤¡à¥€ अशà¥à¤µà¤¨à¥€ लोहानी, शà¥à¤à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ लेख के लिठमाफी मांगता हूं। इस संबंध में सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• कदम उठाठजा रहे हैं।’
इसमें कहा गया है कि लेखक ने à¤à¥€ लिखित में माफी मांगी है। à¤à¤¯à¤°à¤²à¤¾à¤‡à¤¨ ने यह à¤à¥€ कहा है कि वह अब बिना नाम के कोई लेख पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ नहीं करेगी।
पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ में छपे लेख में कहा गया है, ‘पà¥à¤°à¥€ के जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर की रसोई जिसे देश में सबसे बड़ा बताया जाता है, में 500 रसोइयों और 300 सहायकों की पूरी फौज है, जो रोजाना 1,00,000 लोगों को खाना खिला सकते हैं। इसका मतलब है कि यहां रोजाना शाकाहारी और मांसाहारी खाने की करीब करीब 285 किसà¥à¤®à¥‡à¤‚ परोसी जातीं हैं।’