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पाकिस्तान में तख्ता पलट की तैयारी, नवाज को हटाकर ऐसे बनेगी राहिल की सरकार!

पाकिस्तान में सेनाध्यक्ष जनरल राहिल शरीफ इस महीने रिटायर हो रहे हैं। लेकिन इससे पहले नवाज़ सरकार के तख्तापलट की तैयारी शुरू हो गई है। 2017 में नवाज सरकार को हटवाकर बकायदा चुनाव के जरिए जनरल राहिल शरीफ की सरकार बनवाने की साजिश तैयार है। इस साजिश के पहले निशान पाकिस्तान की सड़कों पर दिखने भी लगे हैं।
खबरों के मुताबिक, नवाज़ शरीफ सरकार को गिराने की साजिश पाकिस्तान के रावलपिंडी के ऑर्मी हेडक्वार्टर में सितंबर में रची गई थी। जिसमें जनरल राहिल शरीफ कई आला जनरल शामिल थे। हालांकि इस बार फौज सीधे तख़्तापलट नहीं करेगी बल्कि योजना अदालती आदेश के जरिए सरकार को बर्खास्त कराने की है। लेकिन इससे पहले वो सियासी मोर्चेबंदी पर भी तैयार कर ली जाएगी जो नवाज सरकार की जगह लेगी।
रावलपिंडी में की सड़कों पर जगह-जगह राहिल शरीफ के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर पर इसे लगवाने वाले का नाम शेख अमज़द अली लिखा है। पोस्टर में जनरल राहिल शरीफ से 2018 का चुनाव लड़ने की अपील की गई है। बता दें, पाकिस्तान में कोई भी सरकारी कर्मचारी रिटायरमेंट के दो साल के बाद तक चुनाव नहीं लड़ सकता है। लेकिन पोस्टर में जनरल शरीफ को रियायत देने की मांग की गई है।
लेकिन, अजीब बात ये भी है कि पाकिस्तान में जनरल जब चाहते हैं तब चुनी हुई सरकार को हटाकर सत्ता हथिया लेते हैं तो जनरल शरीफ से चुनाव लड़ने की अपील क्यों हो रही है। माना जा रहा है कि ये सभी बदलाव पाकिस्तान में एक तीसरा मोर्चा बनाने के लिए किया जा रहा है, जिसमें सत्ताधारी मुस्लिम लीग और मुख्य विपक्षी दल पीपुल्स पार्टी को अलग रखा जाएगा। इसीलिए इमरान खान की तहरीके इंसाफ समेत तमाम छोटे सियासी दल नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेर रहे हैं, धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
एक तरफ सियासी दल नवाज सरकार को घेर रहे हैं तो दूसरी तरफ खुद नवाज शरीफ भ्रष्टाचार विरोधी मुकदमों में घिरते जा रहे हैं, लेकिन नवाज शरीफ को मुकद्दमों में फंसाने के पीछे एक गहरी चाल भी है। खबरों के मुताबिक, साजिश के तहत 2017 में नवाज़ को भ्रष्टाचार का दोषी साबित किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट नवाज़ शरीफ़ के खिलाफ़ सज़ा का ऐलान करेगा। सुप्रीम कोर्ट ये फैसला कैसे सुनाएगा इसकी तैयारी भी हो चुकी है। इसके बाद पाकिस्तान में मध्यावधि चुनाव का ऐलान कर दिया जाएगा।
खबरों के मुताबिक इस मौके पर सियासी दलों के तीसरे मोर्चे का नेता राहिल शरीफ को चुन लिया जाएगा। दरअसल, पाकिस्तान में सेना प्रमुख राहिल शरीफ बहुत लोकप्रिय हैं, सेना इसी का फायदा उठा कर राहिल शरीफ को बाकायदा न्यायिक और सियासी तख्ता पलट कर सत्ता देना चाहती है। माना जा रहा है कि जनरल शरीफ आसानी से तीसरे मोर्चे के नेता बना जाएंगे, ये मोर्चा चुनावों में भी जीत भी हासिल कर लेगा।
खबर है कि तहरीके इंसाफ पार्टी के नेता इमरान खान, विदेश मंत्री के पद के बदले जनरल राहिल शरीफ की सरकार में शामिल होने के लिए राजी हैं। सेना की सरपरस्ती में होने वाले इस सियासी तख्ता पलट में कई नेता और संगठन शामिल हैं क्योंकि सेना ने उन्हें जम्मू-कश्मीर में आतंक का नया दौर शुरू करने का भरोसा दिया है। दरअसल, पाकिस्तान में बहुत से लोग नवाज शरीफ की नीतियों को मोदी सरकार का माकूल जवाब नहीं मानते हैं। उनको लगता है कि नवाज शरीफ की भारत नीति की वजह से ही मोदी सरकार पाकिस्तान पर हावी हो गई है।

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