4 बरस की मासूम के दà¥à¤·à¥â€à¤•à¤°à¥à¤®à¥€ और हतà¥â€à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ को फांसी की सजा
मनावर। धार जिले के मनावर के जनà¥à¤¨à¤¾à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤¾ में 4 साल की बचà¥à¤šà¥€ के साथ दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤® कर हतà¥à¤¯à¤¾ करने वाले दोषी उरà¥à¤« फातिया को सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ कोरà¥à¤Ÿ ने गà¥à¤°à¥‚वार को फांसी की सजा सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ है।
अतिरिकà¥à¤¤ सतà¥à¤° नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ अकबर शेख ने अपने फैसले में कहा है कि बेटियां खà¥à¤¦à¤¾ की रहमत हैं, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° कà¥à¤·à¤¤ विकà¥à¤·à¤¤ लाशों के रूप में बदलने का अपराध उदारता के लायक नहीं है। इस मामले में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने घटना के 20 वें दिन ही नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में चालान पेश कर दिया था। जबकि नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने 15 कारà¥à¤¯ दिवस में यह à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• फैसला सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤
शासकीय अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤·à¤• शरद राजपà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ ने बताया कि केस में 4 जनवरी को पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में चालान पेश किया गया। इसके बाद 15 कारà¥à¤¯ दिवस में 20 गवाहों के बयान लिठगठथे। डीà¤à¤¨à¤ टेसà¥à¤Ÿ व à¤à¤«à¤à¤¸à¤² अधिकारी के आधार पर आरोपित के घटना में लिपà¥à¤¤ होने की पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ हà¥à¤ˆà¥¤
कोरà¥à¤Ÿ ने कहा कि उदारता नहीं बरती जा सकती है। अलग-अलग धाराओं में 21 हजार का अरà¥à¤¥à¤¦à¤‚ड à¤à¥€ लगाया गया। 20 से 25 मिनट तक सजा का पतà¥à¤° आरोपी के सामने पà¥à¤•à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ जिस पर आरोपी ने हर आरोप पर इंकार करता रहा। सजा सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के बाद आरोपी खामोश रहा। उसके चेहरे पर किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से पछतावे के à¤à¤¾à¤µ नहीं थे। वहीं केस को लेकर सà¥à¤¬à¤¹ से कोरà¥à¤Ÿ में आरोपी को फांसी देने की मांग को लेकर à¤à¥€à¥œ जमा थी।
यह था घटनाकà¥à¤°à¤®
बता दें कि करण ने 16 दिसंबर को मृतका को उसकी बहन के साथ खेलने के दौरान उठा ले गया था। उसके बाद मान नदी की और जंगल में ले जाकर बचà¥à¤šà¥€ के साथ दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤® किया। घटना के बाद आरोपी ने बचà¥à¤šà¥€ के सिर को पतà¥à¤¥à¤° से कà¥à¤šà¤²à¤•à¤° हतà¥à¤¯à¤¾ कर दी थी। घटना के कà¥à¤› ही घंटों बाद पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने आरोपित को उसके घर से गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° कर लिया था।