इस तरह रची गई थी राजीव गांधी की हतà¥à¤¯à¤¾ की पूरी साजिश...
आज देश के पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ राजीव गांधी की 27वीं पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ है. 21 मई 1991 को राजीव गांधी को देशवासियों ने वकà¥à¤¤ से पहले खो दिया था. शà¥à¤°à¥€à¤ªà¥‡à¤‚रबदूर में à¤à¤• धमाके में राजीव गांधी की मौत हो गई थी. यह तब तो आप जानते ही हैं, लेकिन हम आपको बताà¤à¤‚गे कि आखिर राजीव गांधी की हतà¥à¤¯à¤¾ की साज़िश को कब, कैसे, कहां और किसने अंजाम दिया था.
जाफना, शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का (नवंबर 1990)
घने जंगलों के बीच à¤à¤• आतंकी ठिकाने में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤°à¤£ बैठा था. उसके साथ बैठे थे उसके चार साथी. बेबी सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¯à¤®, मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾, मà¥à¤°à¥‚गन और शिवरासन. à¤à¤• बड़ी साजिश बन रही थी. घंटों तनाव के बीच चली बैठक. हर आदमी अपना पकà¥à¤· रख रहा था. बेहद गोपनीय इस बैठक में तनाव इतना था कि हवा à¤à¥€ बम की आवाज की तरह लग रही थी. उमस और गरà¥à¤®à¥€ के बीच पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤°à¤£ बहà¥à¤¤ तेजी से सà¥à¤¨ और बà¥à¤¨ रहा था. आखिर साजिश पूरी हो गई. पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤°à¤£ ने राजीव गांधी की मौत के पà¥à¤²à¤¾à¤¨ पर मà¥à¤¹à¤° लगा दी. पà¥à¤²à¤¾à¤¨ को पूरा करने की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ चार लोगों को सौंपी गई.
बेबी सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¯à¤®- लिटà¥à¤Ÿà¥‡ आइडियोलॉग, हमलावरों के लिठठिकाने का जà¥à¤—ाड़.
मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾- पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤°à¤£ का खास, हमलावरों के लिठसंचार और पैसे की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€.
मà¥à¤°à¥à¤—न- विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿà¤• विशेषजà¥à¤ž, आतंक गà¥à¤°à¥‚, हमले के लिठजरूरी चीजों और पैसे का इंतजाम.
शिवरासन- लिटà¥à¤Ÿà¥‡ का जासूस, विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿà¤• विशेषजà¥à¤ž, राजीव गांधी की हतà¥à¤¯à¤¾ की पूरी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€.
दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सबसे खूंखार आतंकवादी पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤°à¤£ से राजीव की हतà¥à¤¯à¤¾ का फरमान लेने के बाद बेबी सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¯à¤® और मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ 1991 की शà¥à¤°à¥‚आत में चेनà¥à¤¨à¤ˆ पहà¥à¤‚चे. इनके जिमà¥à¤®à¥‡ था बेहद अहम और शà¥à¤°à¥‚आती काम. बेबी और मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œ को चेनà¥à¤¨à¤ˆ में à¤à¤¸à¥‡ लोग तैयार करने थे जो मकसद से अंजान होते हà¥à¤ à¤à¥€ डेथ सà¥à¤•à¥à¤µà¥à¤¯à¥‰à¤¡ की मदद करें. खासतौर पर राजीव गांधी के हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के लिठहतà¥à¤¯à¤¾ से पहले रà¥à¤•à¤¨à¥‡ का घर दें और हतà¥à¤¯à¤¾ के बाद छिपने का ठिकाना.
बेबी सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¯à¤® और मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ चेनà¥à¤¨à¤ˆ में सीधे शà¥à¤à¤¾ नà¥à¤¯à¥‚ज फोटो à¤à¤œà¥‡à¤‚सी पहà¥à¤‚चे. à¤à¤œà¥‡à¤‚सी का मालिक शà¥à¤à¤¾ सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¯à¤® इलम समरà¥à¤¥à¤• था. शà¥à¤à¤¾ सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¯à¤® के पास दोनों की मदद का पैगाम बेबी और मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ के पहà¥à¤‚चने से पहले ही आ चà¥à¤•à¤¾ था. शà¥à¤à¤¾ को साजिश के लिठलोकल सपोरà¥à¤Ÿ मà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ कराना था. यहां पहà¥à¤‚च कर बेबी और मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ ने अपने अपने टारगेट के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• अलग-अलग काम करना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया. बेबी सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¯à¤® ने सबसे पहले शà¥à¤à¤¾ नà¥à¤¯à¥‚ज फोटो à¤à¤œà¥‡à¤‚सी में काम करने वाले à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ को अपने चंगà¥à¤² में फंसाया. राजीव हतà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤¾à¤‚ड में सजा à¤à¥à¤—त रही नलिनी इसी à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ की बहन है जो उस वकà¥à¤¤ à¤à¤• पà¥à¤°à¤¿à¤‚टिंग पà¥à¤°à¥‡à¤¸ में काम करती थी. à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ और नलिनी की मां नरà¥à¤¸ थी. नरà¥à¤¸ मां को इसी समय असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² से मिला घर खाली करना था. मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हालात में घिरे à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ और नलिनी को आतंकी बेबी ने पैसे और मदद के à¤à¤¾à¤‚से में लिया. बेबी ने à¤à¤• पà¥à¤°à¤¿à¤‚टिंग पà¥à¤°à¥‡à¤¸ à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ को ससà¥à¤¤à¥‡ में बेच दिया. इससे परिवार सड़क पर आने से बच गया. बदले में नलिनी और à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ बेबी के पà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡ हो गà¤. साजिश का पहला चरण था समरà¥à¤¥à¤•à¥‹à¤‚ का नेटवरà¥à¤• बनाना जो शातिर दिमागों में बंद साजिश को धीरे-धीरे अंजाम तक पहà¥à¤‚चाने में मददगार साबित हों पर बिना कà¥à¤› जाने.
à¤à¤• तरफ बेबी सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¯à¤® चेनà¥à¤¨à¤ˆ में रहने के सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ ठिकाने बना रहा था तो मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ बेहद शातिर तरीके से लोगों को अपनी कà¥à¤°à¥‚र साजिश के लिठचà¥à¤¨ रहा था. चेनà¥à¤¨à¤ˆ की शà¥à¤à¤¾ नà¥à¤¯à¥‚ज फोटो à¤à¤œà¥‡à¤‚सी में काम करने वाले इन शैतानों के लिठवरदान बन गठथे. यहीं से मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ ने दो फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¤° रविशंकरन और हरिबाबू चà¥à¤¨à¥‡.
रविशंकरन और हरिबाबू दोनो शà¥à¤à¤¾ नà¥à¤¯à¥‚ज फोटोकॉपी à¤à¤œà¥‡à¤‚सी में बतौर फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¤° काम करते थे. हरिबाबू को नौकरी से निकाल दिया गया था. मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ ने हरिबाबू को विजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° à¤à¤œà¥‡à¤‚सी में नौकरी दिलाई. शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का से बालन नाम के à¤à¤• शखà¥à¤¸ को बà¥à¤²à¤¾ कर हरिबाबू का शागिरà¥à¤¦ बनाया. इससे हरिबाबू को काफी पैसा मिलने लगा और उसका à¤à¥à¤•à¤¾à¤µ मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ की तरफ बढ़ने लगा. मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ ने अहसान के बोठतले दबे हरिबाबू को राजीव गांधी के खिलाफ खूब à¤à¤¡à¤¼à¤•à¤¾à¤¯à¤¾ कि अगर वो 1991 के लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में जीत कर सतà¥à¤¤à¤¾ में आठतो तमिलों की और दà¥à¤°à¥à¤—ति होगी.
राजीव की हतà¥à¤¯à¤¾ के लिठसाजिश की à¤à¤•-à¤à¤• ईंट जोड़ी जा रही थी. शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का में बैठे मà¥à¤°à¥‚गन ने इस बीच जय कà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¨ और रॉबरà¥à¤Ÿ पायस को चेनà¥à¤¨à¤ˆ à¤à¥‡à¤œà¤¾. ये दोनों पà¥à¤°à¥‚र के साविरी नगर à¤à¤•à¥à¤¸à¤Ÿà¥‡à¤‚शन में रà¥à¤•à¥‡. यहां जयकà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¨ का जीजा लिटà¥à¤Ÿà¥‡ बम à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¤°à¥à¤Ÿ अरीवेयू पेरूलीबालन 1990 से छिप कर रह रहा था. इन दोनों को शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का से चेनà¥à¤¨à¤ˆ à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का मकसद था अरà¥à¤¸à¥‡ से चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª पड़े कंपà¥à¤¯à¥‚टर इंजीनियर और इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¤°à¥à¤Ÿ अरीवेयू पेरूलीबालन को साजिश में शामिल करना ताकि वो हतà¥à¤¯à¤¾ का औजार बम बना सके. आगे चलकर पोरूर का यही घर राजीव गांधी हतà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤¾à¤‚ड के पà¥à¤²à¤¾à¤¨ का हेडकà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤Ÿà¤° बन गया. यहीं से चलकर पूरी साजिश शà¥à¤°à¥€à¤ªà¥‡à¤°à¤‚बदूर तक पहà¥à¤‚ची थी.
शातिर सूतà¥à¤°à¤§à¤¾à¤° जà¥à¤¡à¤¼à¤¨à¥‡ वाले हर शखà¥à¤¸ के दिमाग में राजीव गांधी के खिलाफ à¤à¥€à¤·à¤£ नफरत à¤à¥€ पैदा कर रहा था. उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पता था कि à¤à¤¯à¤‚कर नफरत के बिना à¤à¥€à¤·à¤£ घिनौनी साजिश अंजाम तक नहीं पहà¥à¤‚चेगी. जब बेबी और मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ ने अपने अपने चार लोग जोड़ लिठतो साजिश में मà¥à¤°à¥‚गन की à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ.
मà¥à¤°à¥à¤—न ने चेनà¥à¤¨à¤ˆ पहà¥à¤‚च कर बहà¥à¤¤ रफà¥à¤¤à¤¾à¤° में साजिश को अंजाम की ओर लाने की कोशिशें तेज कीं. मà¥à¤°à¥‚गन के इशारे पर जयकà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¨ और पायस. नलिनि-à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥à¤¨-बेबी-मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ के ठिकाने पर पहà¥à¤‚च गà¤. राजीव गांधी विरोधी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ लोगों के दीमाग में à¤à¤°à¥€ जाने लगीं. नलिनी राजीव गांधी के खिलाफ पूरी तरह तैयार हो गयी थी. नलिनि जिस पà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤‚ग पà¥à¤°à¥‡à¤¸ में नौकरी करती थी वहां छप रही à¤à¤• किताब सैतानिक फोरà¥à¤¸à¥‡à¤¸ ने उसके बà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤µà¥‰à¤¶ में अहम à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆ. बà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤µà¥‰à¤¶ के साथ मà¥à¤°à¥‚गन ने हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की नकली पहचान तैयार करने के लिठजयकà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¨ और पायस की मदद से फरà¥à¤œà¥€ डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤¿à¤‚ग लाइसेंस बनवाया.
मà¥à¤°à¥‚गन, मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œà¤¾ और बेबी ने मिलकर चेनà¥à¤¨à¤ˆ में छिपने के तीन महफूज ठिकाने खोज लिà¤. अरिवू के तौर पर à¤à¤• बम बनाने वाला तैयार था. राजीव के खिलाफ नफरत से à¤à¤°à¥‡ नलिनी पदà¥à¤®à¤¾ और à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ की ओट तैयार थी. शà¥à¤à¤¾ सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¯à¤® जैसा आदमी मà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ कराने वाला तैयार था. अब शिवरासन को संदेशा à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया. मारà¥à¤š की शà¥à¤°à¥‚आत में वो समà¥à¤¦à¥à¤° के रासà¥à¤¤à¥‡ चेनà¥à¤¨à¤ˆ पहà¥à¤‚चा. वो पोरूर के इसी इलाके में पायस के घर में रà¥à¤•à¤¾.
पोरूर ही राजीव गांधी की हतà¥à¤¯à¤¾ की साजिश का कंटà¥à¤°à¥‹à¤²à¤°à¥‚म बन गया. शिवरासन के पोरूर पहà¥à¤‚चते ही जाफना के जंगलों की साजिश का जाल पूरा हो गया. शिवरासन ने कमान अपने हाथ में ले ली. बेबी औऱ मà¥à¤¥à¥à¤°à¤¾à¤œ को शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का वापस à¤à¥‡à¤œ दिया गया. चेनà¥à¤¨à¤ˆ में नलनी,मà¥à¤°à¥‚गन और à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ के साथ शिवरासन ने मानवबम खोजा पर वो नहीं मिला. शिवरासन ने अरीवेयू पेरà¥à¤²à¥€ बालन के बम की डिजायन को चेक किया, शिवरासन खà¥à¤¦ अचà¥à¤›à¤¾ विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿà¤• à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¤°à¥à¤Ÿ था. सारी तैयारी को मà¥à¤•à¤®à¥à¤®à¤² देख मानवबम के इतंजाम में शिवरासन फिर समà¥à¤¦à¥à¤° के रासà¥à¤¤à¥‡ जाफना वापस गया वहां वो पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤°à¤£ से मिला. उसने पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤°à¤¨ को बताया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में मानवबम नहीं मिल रहा है. इसपर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤°à¤¨ ने शिवरासन की चचेरी बहनों धनू और शà¥à¤à¤¾ को उसके साथ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठरवाना कर दिया.
धनू और शà¥à¤à¤¾ को लेकर शिवरासन अपà¥à¤°à¥ˆà¤² की शà¥à¤°à¥‚आत में चेनà¥à¤¨à¤ˆ पहà¥à¤‚चा. धनू और शà¥à¤à¤¾ को वो नलिनी के घर ले गया. यहां मà¥à¤°à¥‚गन पहले से मौजूद था. शिवरासन ने बेहद शातिर तरीके से पायस- जयकà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¨-बम डिजायनर अरिवू को इनसे अलग रखा और खà¥à¤¦ पोरूर के ठिकाने में रहता रहा. वो समय-समय पर सबको सही कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ देता था. अब चेनà¥à¤¨à¤ˆ के तीन ठिकानों में राजीव गांधी हतà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤¾à¤‚ड की साजिश चल रही थी. शिवरासन ने टारगेट का खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ किठबिना बम à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¤°à¥à¤Ÿ अऱिवू से à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ बम बनाने को कहा जो महिला की कमर में बांधा जा सके.
शिवरासन के कहने पर अरिवू ने à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ बेलà¥à¤Ÿ डिजाइन की जिसमें छह आरडीà¤à¤•à¥à¤¸ à¤à¤°à¥‡ गà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‡à¤¡ जमाठजा सकें. हर गà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‡à¤¡ में असà¥à¤¸à¥€ गà¥à¤°à¤¾à¤® C4 आरडीà¤à¤•à¥à¤¸ à¤à¤°à¤¾ गया. हर गà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‡à¤¡ में दो मिलीमीटर के दो हजार आठसौ सà¥à¤ªà¤¿à¤²à¤¿à¤‚टर हों. सारे गà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‡à¤¡ को सिलà¥à¤µà¤° तार की मदद से पैरलल जोड़ा गया. सरà¥à¤•à¤¿à¤Ÿ को पूरा करने के लिठदो सà¥à¤µà¤¿à¤š लगाठगà¤. इनमें से à¤à¤• सà¥à¤µà¤¿à¤š बम को तैयार करने के लिठऔर दूसरा उसमें धमाका करने के लिठथा और पूरे बम को चारà¥à¤œ देने के लिठ9 à¤à¤®à¤à¤® की बैटरी लगाई गई. गà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‡à¤¡ में जमा किठगठसà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤‚टर कम से कम विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿà¤• में 5000 मीटर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥‡à¤•à¥‡à¤‚ड की रफà¥à¤¤à¤¾à¤° से बाहर निकलते यानी हर सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤‚टर à¤à¤• गोली बन गया था. बम को इस तरह से डिजायन किया गया था कि आरडीà¤à¤•à¥à¤¸ चाहे जितना कम हो अगर धमाका हो तो टारगेट बच न सके और वही हà¥à¤† à¤à¥€.
अब शिवरासन के हाथ में बम à¤à¥€ था और बम को अंजाम तक पहà¥à¤‚चाने वाली मानवबम धनू à¤à¥€. इतंजार था तो बस राजीव गांधी का पर इससे पहले वो अपनी साजिश को ठोक बजाकर देख लेना चाहता था.
आजतक के पास 1991 के आम चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ के दौरान चेनà¥à¤¨à¤ˆ के मरीना बीच में हà¥à¤ˆ रैली का वीडियो है. इस वीडियो में शिवरासन अपने टारगेट राजीव गांधी से महज 25-30 फीट की दूरी पर साफ देखा जा सकता है. जयललिता और राजीव की इस रैली में शिवरासन राजीव की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ का जायजा लेने पहà¥à¤‚चा था. यहां उसने राजीव की जनता से खà¥à¤² कर मिलने और लचर सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ की खामियों को à¤à¤¾à¤‚प लिया पर वनआइड जैक शिवरासन यहीं नहीं रà¥à¤•à¤¾. इस रैली के अनà¥à¤à¤µ को पकà¥à¤•à¤¾ करने के लिठवो à¤à¤• और सियासी रैली में मानवबम धनू को साथ लेकर पहà¥à¤‚चा.
12 मई 1991 को शिवरासन-धनू ने पूरà¥à¤µ पीà¤à¤® वीपी सिंह और डीà¤à¤®à¤•à¥‡ सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤®à¥‹ करूणानिधि की रैली में फाइनल रेकी की. तिरà¥à¤µà¤²à¥à¤²à¥‚र के अरकोनम में हà¥à¤ˆ इस रैली में धनू वीपी सिंह के बेहद पास तक पहà¥à¤‚ची उसने उनके पैर à¤à¥€ छà¥à¤. बस बम का बटन नहीं दबाया. पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ वीपी सिंह की रैली में सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ का सà¥à¤¤à¤° राजीव की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के बराबर न सही तो कम à¤à¥€ नहीं था पर शिवरासन और धनू के शातिर इरादे कामयाब रहे. इससे शिवरासन के हौसले बà¥à¤²à¤‚द हो गठऔर उसे अपना पà¥à¤²à¤¾à¤¨ कामयाब होता दिखने लगा.
लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ का दौर था राजीव गांधी की मीटिंग 21 मई को शà¥à¤°à¥€à¤ªà¥‡à¤°à¤‚बदूर में तय हो गई. शिवरासन ने पलक à¤à¤ªà¤•à¤¤à¥‡ ही तय कर लिया कि 21 को ही साजिश पूरी होगी. 20 की रात शिवरासन नलिनि के घर रैली के विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ वाला अखबार लेकर पहà¥à¤‚चा और तय हो गया कि अब 21 को ही साजिश पूरी होगी.
नलिनी के घर 20 मई की रात धनू ने पहली बार सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों को चकमा देने के लिठचशà¥à¤®à¤¾ पहना. शà¥à¤à¤¾ ने धानू को बेलà¥à¤Ÿ पहना कर पà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ करवाई और शà¥à¤°à¥€à¤ªà¥‡à¤°à¤‚बदूर में किस तरह साजिश को अंजाम तक पहà¥à¤‚चाना है इसकी पूरी तैयारी मà¥à¤•à¤®à¥à¤®à¤² कर ली गई. सà¤à¥€ पूरी तरह शांत और मकसद के लिठतैयार थे. 20 मई की रात को सà¤à¥€ ने साथ मिलकर फिलà¥à¤® देखी और सो गà¤. सà¥à¤¬à¤¹ हà¥à¤ˆ तो पांच लोग शिवरासन-धनू-शà¥à¤à¤¾-नलिनी और हरिबाबू साजिश को पूरा करने के लिठतैयार थे.
शà¥à¤°à¥€à¤ªà¥‡à¤°à¤‚बदूर में रैली की गहमागहमी थी. राजीव गांधी के आने में देरी हो रही थी. बार-बार à¤à¤²à¤¾à¤¨ हो रहा था कि राजीव किसी à¤à¥€ वकà¥à¤¤ रैली के लिठपहà¥à¤‚च सकते हैं. पिछले छह महीने से पक रही साजिश अपने अंजाम के बेहद करीब थी. à¤à¤• महिला सब इंसà¥à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤° ने उसे दूर रहने को कहा पर राजीव गांधी ने उसे रोकते हà¥à¤ कहा कि सबको पास आने का मौका मिलना चाहिà¤. उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं पता था कि वो जनता को नहीं मौत को पास बà¥à¤²à¤¾ रहे हैं. नलिनी ने माला पहनाई, पैर छूने के लिठà¤à¥à¤•à¥€ और बस साजिश पूरी हो गई.