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बी-7 कोच के टॉयलेट से उठा था धुंआ ,और मच गई थी भगदड़

ग्वालियर। à¤¨à¤ˆ दिल्ली से विशाखापट्टनम जा रही एपी एसी एक्सप्रेस के दो कोच में बिरला नगर स्टेशन पर आग लग गई। बी-7 कोच के टॉयलेट से धुआं उठता देख कोच में भगदड़ मच गई। यात्री बच्चे महिलाओं को साथ लेकर बाहर कूदे। घटनास्थल पर फायर बिग्रेड का अमला करीब 30 मिनट देरी से पहुंचा, तब तक दो कोच आग से घिर चुके थे।

आनन फानन में रेलवे अधिकारियों ने धूं-धूं कर जल रहे कोचों को ट्रेन से अलग कर अन्य 11 कोचों तक आग फैलने से रोक लिया। दोनों कोच में सवार 141 यात्री पूरी तरह सकुशल हैं। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी, स्थानीय प्रशासन एवं आरपीएफ जीआरपी के जवान मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरु किया। तीन घंटे में 25 फायर बिग्रेड पानी एवं फोम टेंडर का प्रयोग कर आग पर काबू पाया जा सका।

आगजनी में कोच के अलावा यात्रियों के लाखों के माल का भी नुकसान हुआ है। ट्रेन में ट्रेनिंग से लौट रहे 37 राज्‍य प्रशासनिक सेवा अधिकारी भी सवार थे जिन्हें समय रहते सुरक्षित निकाल लिया।

कब हुई घटना: à¤à¤ªà¥€ एसी एक्सप्रेस सोमवार को सुबह 11.12 बजे ग्वालियर की तरफ आ रही थी । सिग्नल नहीं होने के कारण ट्रेन को बिरला नगर स्टेशन पर रोक दिया गया। सिग्नल मिलने पर ट्रेन रवाना हुई कि बी-7 कोच में धुआं उठने पर चेन पुलिंग की गई तो ट्रेन खड़ी हो गई। घटनास्थल ग्वालियर के उप स्टेशन बिरला नगर से करीब 100 मीटर दूर था।

यहां से भड़की आग: à¤¬à¥€-7 कोच में सवार प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर ने सुबह करीब 11.16 बजे टॉयलेट में धुआं उठता देखा। जिसकी जानकारी कोच अटेण्डर फिर टीटीई को दी गई। इसके बाद बर्थ नंबर-64 से चैन पुलिंग की गई। ट्रेन रूकते ही अनाउंसमेंट हुआ तो अफरा तफरी मच गई, कोच में सवार आर्मी के जवानों ने महिलाओं एवं बच्चों को तेजी से नीचे उतारकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

कैसे हुआ हादसा: à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾ को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन ट्रेन में बी-7 कोच में सवार कुछ यात्रियों का कहना है कि टॉयलेट में कुछ फटने की आवाज हुई, फिर धुआं उठने लगा था। जबकि कुछ शॉर्ट सर्किट की बात कह रहे हैं। डीआरएम झांसी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही सुरक्षा आयुक्त ने भी टीम के साथ ग्वालियर पहुंचकर घटना की जानकारी ली।

सेना के जवान दूत बनकर उतरे- à¤œà¤¿à¤¸ वक्त ट्रेन में आग लगी उस वक्त बी-7 कोच में सेना के 22 जवान थे। जैसे ही आग भड़की यह सभी जवान अलर्ट मोड में आ गये। तुरंत दोनों कोचों में दौड़ दौड़ कर लोगों को तुरंत कोच खाली करने को कहा। महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित जगह छोड़ छोड़ कर आये। लोगों का सामान भी इस दौरान निकाला। यही कारण रहा कि इतनी भीषण आग होने के बाद भी कोई जनहानि इस हादसे में नहीं हुई।

जहां -तहां खड़ी हो गईं दर्जनों ट्रेनें : à¤†à¤—जनी की घटना के कारण दोनों तरफ के ट्रैक को बंद कर दिया गया जिससे इस रूट पर चलने वाली दर्जनों ट्रेनें जहां तहां खड़ी हो गईं। हादसे में ओएचई लाइन भी टूट गई। तार टूटते देख लोग घबरा गए और भगदड़ भी मच गई। इस हादसे के कारण ताज एक्सप्रेस, पंजाब मेल, स्वर्णजयंती, मंगला एक्सप्रेस सहित करीब एक दर्जन ट्रेनें घंटों देरी से ग्वालियर पहुंची। शाम 5 बजे तक ट्रैक चालू नहीं हो सका था।

डिप्टी कलेक्टरों को निकाला: à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾ की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों, आरपीएफ, जीआरपी के अलावा कलेक्टर राहुल जैन, एडीएम शिवराज वर्मा, एसपी नवनीत भसीन, निगमायुक्त विनोद शर्मा सहित सभी अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सबसे पहले 37 प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टरों को निकालकर सर्किट हाउस पहुंचाया गया। आम यात्री इधर उधर परेशान होते रहे, स्थानीय लोगों ने उनकी मदद की। घटना के करीब 2 घंटे तक किसी ने उनकी सुध तक नहीं ली।

फैक्ट फाइल: -गाड़ी संख्या 22416 एपी एसी एक्सप्रेस सोमवार सुबह 11.12 बजे बिरला नगर स्टेशन पहुंची। -बी-7 कोच के टॉयलेट में प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर ने सुबह करीब 11.15 बजे धुआं उठता देखा। -11.30 बजे तक बी-7 में 75, बी-6 में 66 यात्रियों को बाहर निकाल दिया गया। -11.40 बजे तक बी-7 कोच में आग फैलना शुरू हो गई थी। -12.00 बजे दमकल को सूचना मिली। -12.10 बजे तक बी-6 कोच में भी पूरी तरह से आग फैल गई थी। -दोपहर 2.15 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था। -3 घंटे में बुझी आग -22 फायर बिग्रेड पानी, एक दमकल का फोम टेंडर, एक एयरफोर्स फोम टेंडर, एक मालनपुर की दमकल शामिल है। -3.52 बजे बाद एपी एसी एक्सप्रेस ग्वालियर से विशाखापट्टनम के लिए रवाना हुई.

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