कà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¸à¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने 117 वोटों से जीता विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ मत, à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ का वॉकआउट
बेंगलà¥à¤°à¥à¥¤ करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पद की शपथ ले चà¥à¤•à¥‡ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¸à¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने विधानसà¤à¤¾ में शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को अपनी सरकार का बहà¥à¤®à¤¤ साबित कर दिया। सदन में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ पर हà¥à¤ˆ वोटिंग में 117 विधायकों ने उनके समरà¥à¤¥à¤¨ में वोट किया। विधानसà¤à¤¾ में बहà¥à¤®à¤¤ के लिठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ 112 वोटों की जरूरत थी।
इससे पहले पहले à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया है। दरअसल, येदियà¥à¤°à¤ªà¥à¤ªà¤¾ ने सदन में कहा कि अगर कà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¸à¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने किसानों का करà¥à¤œ माफ नहीं किया तो हम 28 को पूरे राजà¥à¤¯ में बंद रखेंगे। इसके बाद सà¤à¥€ विधायक सदन से बाहर आ गà¤à¥¤
इससे पहले कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤° रमेश कà¥à¤®à¤¾à¤° को विधानसà¤à¤¾ सà¥à¤ªà¥€à¤•à¤° चà¥à¤¨ लिया गया है। पहले इस रेस में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने à¤à¤¸ सà¥à¤°à¥‡à¤¶ को अपना उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤° बनाया था लेकिन चà¥à¤¨à¤¾à¤µ से ठीक पहले उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपना नाम वापिस ले लिया।
दूसरी तरफ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸-जेडीà¤à¤¸ गठबंधन ने पूरà¥à¤µ विधानसà¤à¤¾ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ विधायक रमेश कà¥à¤®à¤¾à¤° को अपना पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€ बनाया था। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥€ गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को नामांकन पतà¥à¤° दाखिल कर दिया। वह पहले à¤à¥€ 1994-99 तक विधानसà¤à¤¾ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· रह चà¥à¤•à¥‡ हैं। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸-जेडीà¤à¤¸ गठबंधन का दावा है कि उसके पास 117 विधायकों का समरà¥à¤¥à¤¨ है।