मंगलवार को à¤à¤¸à¥‡ करें हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ की पूजा, पूरी होंगी सारी मनोकामनाà¤à¤‚
मंगलवार हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ का दिन है। शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, मंगलवार को ही बजरंग बली का जनà¥à¤® हà¥à¤† है। यही कारण है बजरंगबली के à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के लिठयह दिन बहà¥à¤¤ मायने रखता है। मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि इस दिन बजरंगबली की पूजा आराधना सचà¥à¤šà¥‡ मन से की जाठतो यह जलà¥à¤¦à¥€ ही शà¥à¤ फल पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करते हैं। धरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¤‚थों और शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में à¤à¤¸à¥‡ कई उपाय बताठगठहैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मंगलवार के दिन आजमाकर लोग अपनी मन की सà¤à¥€ इचà¥à¤›à¤¾à¤à¤‚ पूरी कर सकते हैं। जानिठà¤à¤¸à¥‡ ही उपायों के बारे में -
1. किसी à¤à¥€ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मंदिर में अपने साथ à¤à¤• नींबू और 4 लौंग लेकर जाà¤à¤‚। इसके बाद मंदिर में हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ के सामने नींबू के ऊपर चारों लौंग अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। फिर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा का पाठकरें या हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ के मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का जप करें। मंतà¥à¤° जप के बाद हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ से सफलता की कामना करें और इस नींबू को अपने साथ ही रख लें। कहा जाता है कि नींबू के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से आपके कारà¥à¤¯ में सफलता मिलने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ काफी बढ़ जाà¤à¤‚गी।
2. à¤à¤• नारियल लेकर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मंदिर जाà¤à¤‚। मंदिर में हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ के सामने नारियल को अपने सिर पर से सात बार वार लें। इसके साथ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा का जप करते रहें। सिर पर नारियल वारने के बाद इसे हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ के सामने फोड़ दें। मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि इस उपाय से आपकी सà¤à¥€ बाधाà¤à¤‚ दूर हो जाà¤à¤‚गी।
3. आपको हर रात हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ के सामने à¤à¤• विशेष दीपक जलाना है। रात में किसी हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मंदिर जाà¤à¤‚ और वहां पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ के सामने में चौमà¥à¤–ा दीपक लगाà¤à¤‚। चौमà¥à¤–ा दीपक यानी दीपक चारों ओर से जलाना है। इसके साथ ही हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा का पाठकरें। à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ करेंगे तो बहà¥à¤¤ ही जलà¥à¤¦ बड़ी-बड़ी परेशानियां à¤à¥€ आसानी से दूर हो जाà¤à¤‚गी।
4. हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ को सिंदूर और तेल अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° विवाहित सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ अपने पति या सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ की लंबी उमà¥à¤° के लिठमांग में सिंदूर लगाती हैं, ठीक उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ à¤à¥€ अपने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के लिठपूरे शरीर पर सिंदूर लगाते हैं। जो à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ को सिंदूर अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करता है, उसकी सà¤à¥€ इचà¥à¤›à¤¾à¤à¤‚ पूरी हो जाती हैं।
5. यदि आप सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की परेशानियों से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ चाहते हैं तो हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ के मंदिर जाà¤à¤‚ और अपने साथ à¤à¤• नारियल लेकर जाà¤à¤‚। मंदिर पहà¥à¤‚चकर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ के सामने नारियल पर सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤• बनाà¤à¤‚ और हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ को अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। इसके साथ ही हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा का पाठकरें। इस उपाय से जलà¥à¤¦à¥€ ही शà¥à¤ फल पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होते हैं।
6. किसी पीपल पेड़ में जल चढ़ाà¤à¤‚। इसके बाद सात बार पीपल की परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ करें। परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ पूरà¥à¤£ होने पर पीपल के नीचे बैठकर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा का पाठकरें।