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RSS के कार्यक्रमों में पहुंच चुकी हैं गांधी समेत ये मशहूर हस्तियां

नागपुर के रेशमबाग मैदान में होने वाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का तृतीय वर्ष शिक्षा वर्ग समापन समारोह खास है. कांग्रेस की परंपरा में रचे बसे दिग्गज नेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. हालांकि प्रणब मुखर्जी पहले गैर संघी- गैर बीजेपी शख्‍स नहीं हैं जो आरएसएस की कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे हैं. पहले भी कई भ‍िन्‍न मत वाले बड़ी हस्‍त‍ियां संघ के कार्यक्रम में शामिल हो चुकी हैं.संघ के कार्यक्रमों में शामिल होने वाले लोगों में सबसे बड़ा नाम जो सामने आता है, वह महात्‍मा गांधी का है. संघ के नेताओं का कहना है कि 1934 में  महात्मा गांधी स्वयं वर्धा में संघ के शिविर में आये थे. उसके बाद संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार से मुलाक़ात भी की और उनकी संघ पर विस्तृत चर्चा हुई थी.इसके अलावा गांधी जी ने 16 सितम्बर 1947 की सुबह दिल्ली में संघ के स्वयंसेवकों को संबोधित किया था. उसमें उन्होंने संघ के अनुशासन, सादगी और समरसता की प्रशंसा की थी. गांधी जी कहते हैं, ''बरसों पहले मैं वर्धा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक शिविर में गया था. उस समय इसके संस्थापक श्री हेडगेवार जीवित थे.सूत्रों के अनुसार संघ के कार्यक्रमों में भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन भी  हिस्‍सा ले चुके हैं.सूत्रों के अनुसार जयप्रकाश नारायण भी संघ के निमंत्रण पर उनके कार्यक्रम में आये थेऔर उन्होंने संघ की प्रशंसा की थी.जयप्रकाश नारायण ने 3 नवंबर 1977 में पटना में संघ के एक शिक्षा वर्ग को संबोधित किया था à¤¦à¤¾à¤µà¥‡ के अनुसार 1939 में भीमराव आंबेडकर भी पुणे के संघ शिक्षा वर्ग में गए थे.पॉलिटि‍कल हस्‍त‍ियों के अलावा पूर्व जनरल फील्ड मार्शल करियप्पा 1959 में मंगलोर की संघ शाखा के कार्यक्रम में आये थे.2014 में बतौर चीफ गेस्‍ट श्री श्री रविशंकर ने भाग लिया था. à¤¸à¤‚घ के दावे के अनुसार रतन टाटा भी संघ के मुख्‍यालय का दौरा कर चुके हैं. संघ के अनुसार रतन टाटा संघ के कामकाज को जानना चाहते थे.वहीं 1962 में भारत पर चीन के आक्रमण के समय संघ के स्वयंसेवकों की सेवा से प्रभावित होकर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1963 की गणतंत्र दिवस की परेड में संघ को आमंत्रित किया था, जिसमें 3 हजार स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में भाग लिया था.1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी ने संघ के सरसंघचालक गुरुजी गोलवलकर को सर्वदलीय बैठक में आमंत्रित किया था. गुरुजी गोलवलकर उस बैठक में शामिल हुए थे.

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