परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नींद लेने से कम होता है डिमेंशिया का खतरा
परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नींद लेने से डिमेंशिया का खतरा कम हो सकता है, यह बात à¤à¤• शोध में सामने आई है। शोध के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• कम सोने से डिमेंशिया और अकाल मृतà¥à¤¯à¥ होने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ बढ़ जाती है। यह शोध जापान में 10 साल तक किया गया था, जिसमें 60 साल से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ उमà¥à¤° के लोगों को शामिल किया गया। 1517 लोगों पर किये गठइस शोध में 294 लोग डिमेंशिया का शिकार पाठगठऔर 282 लोगों की अचानक मौत हो गई। शोध में बताया गया कि नींद पूरी करने से मानसिक तनाव à¤à¥€ कम होता है। वहीं शोध में यह à¤à¥€ बताया गया है कि जो लोग शारीरिक गतिविधि पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देते हैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डिमेंशिया होने का कम खतरा रहता है। शोधकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने बताया कि सिरà¥à¤« नींद पूरी करना ही नहीं जीवनशैली सही रहने से à¤à¥€ डिमेंशिया और अकाल मृतà¥à¤¯à¥ का खतरा कम हो जाता है।डिमेंशिया कà¥à¤¯à¤¾ है?
डिमेंशिया की बीमारी à¤à¤• लकà¥à¤·à¤£ है। जिसमें वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ चीजें à¤à¥‚लने लगता है। रोजाना के छोटे-मोटे काम उसे याद नहीं रहते, बोलने में दिकà¥à¤•à¤¤, खाना ठीक से ना चबाना, चलने में परेशानी और आकà¥à¤°à¤¾à¤®à¤• होना जैसे लकà¥à¤·à¤£ होने लगते हैं। शà¥à¤°à¥‚ में इसका पता नहीं चलता, लेकिन बाद में मरीज के साथ रहने वाले इस पर गौर करते हैं। डिमेंशिया के लकà¥à¤·à¤£ कई रोगों के कारण पैदा हो सकते है। ये सà¤à¥€ रोग मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚चाते हैं।