खà¥à¤¦ को 'छठा अवतार’ बताकर किसान बोला, खेत में गड़ा है खजाना
मपà¥à¤° में मà¥à¤°à¥ˆà¤¨à¤¾ के पोरसा बà¥à¤²à¤¾à¤• के छोटापà¥à¤°à¤¾ गांव के रहने वाले विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾à¤® ने अपने खेत में दबे खजाने को निकालने के लिठदिलà¥à¤²à¥€ की à¤à¤• à¤à¤œà¥‡à¤‚सी के जरिठपà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ से खà¥à¤¦à¤¾à¤ˆ की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ मांगी है। जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने कंपनी के पतà¥à¤° के आधार पर गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ को मà¥à¤°à¥ˆà¤¨à¤¾ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, जहां पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¤à¥à¤µ विà¤à¤¾à¤— के अधिकारियों की मौजूदगी में बातचीत हà¥à¤ˆà¥¤
अधिकारी उस वकà¥à¤¤ चौंक गà¤, जब विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾à¤® ने खà¥à¤¦ को महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ यà¥à¤— में हà¥à¤ राजा नल का छठा अवतार बताया। 31 मई को à¤à¥‡à¤œà¥‡ पतà¥à¤° में à¤à¤œà¥‡à¤‚सी चाहती है कि उसे मानसून से पूरà¥à¤µ यानी 20 जून से पहले खà¥à¤¦à¤¾à¤ˆ की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ मिल जाà¤à¥¤ खजाना गड़े होने का दावा पांच साल पहले उपà¥à¤° के उनà¥à¤¨à¤¾à¤µ में साधॠशोà¤à¤¨ सरकार ने à¤à¥€ किया था।
विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾à¤® ने यह दावा सबसे पहले साल 2006 में किया था। यहां पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने जांच करवाई, लेकिन संसाधनों की कमी से काम अधूरा रह गया था। जांच को हैरिटेज कंजरà¥à¤µà¥‡à¤¶à¤¨ और खà¥à¤¦à¤¾à¤ˆ के लिठअधिकृत दिलà¥à¤²à¥€ की कंपनी मà¥à¤•à¥‡à¤¶ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ à¤à¤‚ड कंपनी ने अंजाम दिया था।
कंपनी ने साल 2016 और 2017 में पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ को पतà¥à¤° लिखकर यहां खजाना होने की बात कही। इसके बाद à¤à¤• बार फिर 31 मई को कंपनी ने पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ को पतà¥à¤° लिखकर कहा कि यहां खजाना हो सकता है। कंपनी ने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ टà¥à¤°à¥‡à¤œà¤° à¤à¤•à¥à¤Ÿ 1878 के पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¨à¥‹à¤‚ के तहत खजाना मिलने पर 40 फीसदी सरकार को 30 फीसदी विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾à¤® को और 30 फीसदी खà¥à¤¦ रख लेने का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ दिया है।