पंचततà¥à¤µ में विलीन हà¥à¤ à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज, बेटी कà¥à¤¹à¥‚ ने दी मà¥à¤–ागà¥à¤¨à¤¿
इंदौर । à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज का à¤à¤®à¥‹à¤°à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤§à¤¾à¤® में अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° कर दिया गया। उनकी पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह को बेटी कà¥à¤¹à¥‚ ने मà¥à¤–ागà¥à¤¨à¤¿ दी। इससे पहले उनकी शवयातà¥à¤°à¤¾ हजारों à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के साथ मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤§à¤¾à¤® पहà¥à¤‚ची, जहां शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤•à¥à¤¤ विधि-विधान के साथ अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° संपनà¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤à¤œà¤¿à¤¸ गाड़ी में à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज की पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह को रखा गया था उसको फूलों से सजाया गया था।