बेटी के डर से दूसरी पतà¥à¤¨à¥€ से चोरी-छà¥à¤ªà¥‡ मिलते थे à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚जी महाराज
संत à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज अपनी दूसरी पतà¥à¤¨à¥€ और बेटी के बीच चल रही जंग में बà¥à¤°à¥€ तरह फंस गठथे। बेटी के डर से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पतà¥à¤¨à¥€ से चोरों की तरह मिलने आना पड़ता था। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हर वकà¥à¤¤ यही à¤à¤¯ सताता रहता था कि बेटी और पतà¥à¤¨à¥€ में कà¤à¥€ à¤à¥€ हाथापाई हो सकती है। यह खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज की सास रानी शरà¥à¤®à¤¾ ने पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के समकà¥à¤· किया है। गौरतलब है कि खà¥à¤¦à¤•à¥à¤¶à¥€ से पहले à¤à¤• कागज पर à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚जी ने लिखा था- 'बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ तनाव में हूं, छोड़ कर जा रहा हूं।' इसके बाद à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚जी ने अपनी बंदूक से खà¥à¤¦ को गोली मार ली। जब तक असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² लेकर पहà¥à¤‚चे तब तक à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚जी इस दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को अलविदा कह चà¥à¤•à¥‡ थे। उनके जाने के बाद ये खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ हà¥à¤† है.रानी पति अतà¥à¤² शरà¥à¤®à¤¾ के साथ सिलà¥à¤µà¤° सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤‚ग (फेज-2) में ही रहती हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया- 'वे à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज से बेटी की शादी के लिठकतई राजी नहीं थे। काफी दबाव के बाद उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शादी की हामी à¤à¤°à¤¨à¤¾ पड़ी, शादी के पहले वे कà¥à¤¹à¥‚ से मिलना चाहते थे। महाराज ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ दिलाया और कहा कि कà¥à¤¹à¥‚ शादी के लिठमान गई है। महाराज ने शादी की तारीख तय की। शादी में कà¥à¤¹à¥‚ नहीं आई। शादी के करीब 10 दिन ही बीते थे कि कà¥à¤¹à¥‚ अचानक घर आ गई। उसने आते ही हंगामा किया और आयà¥à¤·à¥€ से मारपीट शà¥à¤°à¥‚ कर दी। आयà¥à¤·à¥€ ने महाराज को पूरा वाकया सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾, लेकिन उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह कहते हà¥à¤ टाल दिया कि कà¥à¤¹à¥‚ अà¤à¥€ अवसाद में है।'रानी के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•, आयà¥à¤·à¥€ को पांच महीने का गरà¥à¤ था। इस दौरान कà¥à¤¹à¥‚ इंदौर आई थी। उसने कार से नीचे उतरने से इंकार कर दिया। उसने कहा कि वह घर में तà¤à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करेगी जब आयà¥à¤·à¥€ घर से बाहर निकलेंगी। उनका आरोप है कि कà¥à¤¹à¥‚ ने आयà¥à¤·à¥€ के पेट में लात मारते हà¥à¤ बà¥à¤°à¤¾-à¤à¤²à¤¾ à¤à¥€ कहा। दूसरे दिन महाराज को पूरा वाकया बताया तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आयà¥à¤·à¥€ को फà¥à¤¸à¤²à¤¾à¤•à¤° मां (रानी) के घर à¤à¥‡à¤œ दिया।आयà¥à¤·à¥€ पति को कॉल कर मिलने बà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥€ थी। बेटी के डर से à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज रात 12 बजे दबे पांव घर से निकलते और चोरों की तरह मिलने आते। वे कà¥à¤¹à¥‚ के जागने से पहले सà¥à¤¬à¤¹ 6 बजे उठकर निकल जाते थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बेटी और पतà¥à¤¨à¥€ का विवाद सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¨à¥‡ की कोशिशें à¤à¥€ की, लेकिन कà¥à¤¹à¥‚ आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ की धमकी देती थी।महाराज रविवार रात रानी शरà¥à¤®à¤¾ के घर खाना खाने गठथे। कà¥à¤› देर बातचीत के बाद कà¥à¤¹à¥‚ का कॉल आया। दोनों में सामानà¥à¤¯ बात हà¥à¤ˆà¥¤ तà¤à¥€ à¤à¤• और कॉल आया तो महाराज के चेहरे का रंग फीका पड़ गया। वे फोन लेकर बाथरूम में चले गà¤à¥¤ इस तरह तीन बार उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बात की। सोमवार सà¥à¤¬à¤¹ वे पà¥à¤£à¥‡ जाने के लिठरवाना हà¥à¤à¥¤ रासà¥à¤¤à¥‡ में à¤à¥€ उनके पास इसी तरह के कॉल आठऔर तनाव में सेंधवा से लौट आà¤à¥¤