जहरीली हà¥à¤ˆ पंजाब और चंडीगढ़ की हवा, गिरा à¤à¤¯à¤° कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ इंडेकà¥à¤¸
पिछले 3 दिनों से चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में डेरा जमाठधूल का गà¥à¤¬à¤¾à¤° अब हवा के सà¥à¤¤à¤° पर à¤à¤¾à¤°à¥€ पड़ रहा है. चंडीगढ़ के सेकà¥à¤Ÿà¤° 17 का à¤à¤¯à¤° कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ इंडेकà¥à¤¸ 694 तक गिर गया है जो पिछले 10 सालों के दौरान सबसे निचले सà¥à¤¤à¤° पर है.
यह गिरावट पिछले तीन दिनों के दौरान दरà¥à¤œ की गई है जो सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठबेहद खतरनाक है. इस पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण से न केवल दमे और दूसरे रोगियों बलà¥à¤•à¤¿ साधारण लोगों को à¤à¥€ सांस लेने में दिकà¥à¤•à¤¤à¥‡à¤‚ आ रही हैं.
चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में हवा के गिरते सà¥à¤¤à¤° को देखते हà¥à¤ सरकार ने लोगों को बाहर न निकलने की सलाह दी है. हरियाणा और पंजाब की तरफ से जारी की गई à¤à¤¡à¤µà¤¾à¤‡à¤œà¤°à¥€ में कहा गया है कि यदि सांस लेने में दिकà¥à¤•à¤¤ हो तो सà¥à¤¬à¤¹ या शाम की सैर से परहेज करें.
चंडीगढ़ के निवासी गà¥à¤°à¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤ सिंह सोहल के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• वायॠपà¥à¤°à¤¦à¥‚षण के कारण न केवल सांस लेने में कठिनाई हो रही है बलà¥à¤•à¤¿ आंखों में जलन à¤à¥€ हो रही है. हवा के गà¥à¤¬à¤¾à¤° ने à¤à¤• तरफ जहां विजिबिलिटी घटा दी है तो वहीं लोगों को लगातार दूसरे दिन फà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤Ÿà¥à¤¸ रदà¥à¤¦ होने के कारण दिकà¥à¤•à¤¤à¥‹à¤‚ का सामना करना पड़ा.
चंडीगढ़ के à¤à¤• और निवासी पंकज शरà¥à¤®à¤¾ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• à¤à¤¯à¤° कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ इंडेकà¥à¤¸ गिरने के कारण जनजीवन असà¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ हो गया है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने धूल के गà¥à¤¬à¤¾à¤° को à¤à¤• कà¥à¤¦à¤°à¤¤à¥€ आपदा का नाम à¤à¥€ दे दिया.
पंजाब, हरियाणा और हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में पिछले तीन दिनों से धूल à¤à¤°à¥€ हवा का गà¥à¤¬à¤¾à¤° छाया हà¥à¤† है. इस जहरीली हवा ने चंडीगढ़ के à¤à¤¯à¤° कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ इंडेकà¥à¤¸ को खतरनाक सà¥à¤¤à¤° तक गिरा दिया है.
चंडीगढ़ के अलावा हरियाणा के पंचकूला में à¤à¥€ à¤à¤¯à¤° कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ इंडेकà¥à¤¸ 650 माइकà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® पà¥à¤°à¤¤à¤¿ मीटर कà¥à¤¯à¥‚ब तक पहà¥à¤‚च गया. पंजाब के मंडी गोविंदगढ़ का à¤à¤¯à¤° कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ इंडेकà¥à¤¸ 500 माइकà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® दरà¥à¤œ किया गया.
उड़ानों पर पड़ रहा असर
हवा में फैले पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण का सबसे बà¥à¤°à¤¾ असर चंडीगढ़ से उड़ने और उतरने वाली फà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤Ÿ पर पड़ा है. हवा के गà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¾à¤° ने विजिबिलिटी को 800 से 1500 मीटर तक कम कर दिया है, जबकि à¤à¤• जहाज को उड़ान à¤à¤°à¤¨à¥‡ के लिठकम से कम 2500 मीटर की विजिबिलिटी जरूरी होती है.
उधर मौसम विà¤à¤¾à¤— के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• अगले 24 से 36 घंटों तक धूल के गà¥à¤¬à¤¾à¤° से निजात नहीं मिलने वाली है. चंडीगढ़ मौसम विà¤à¤¾à¤— के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– डॉकà¥à¤Ÿà¤° सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° पाल ने बताया कि अगले 48 घंटों के दौरान पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ विकà¥à¤·à¥‹à¤ के कारण बारिश हो सकती है जिससे धूल के गà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¾à¤° से छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ मिलने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है.