कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ महाकà¥à¤‚ठके पीछे गोंची à¤à¥€
à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ पारà¥à¤·à¤¦ सतीश सिकरवार का पूरà¥à¤µ विधानसà¤à¤¾ कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ आयोजन हर कोई याद रखेगा। लेकिन आयोजन के पीछे à¤à¥‚मिका अदा करने वालों का à¤à¥€ अपना à¤à¤• अलग ही महतà¥à¤µ होता है।
à¤à¤¸à¤¾ ही à¤à¤• शखà¥à¤¸ हैं गोंची। जिसने आयोजन के पीछे जमकर मेहनत की और अपनी पूरी टीम के साथ आयोजन की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं को सफल बनाने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी। वह à¤à¥€ इस पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° यà¥à¤— में बिना कोई शोर शराबा किये। 21 साल के गोंची उरà¥à¤« आदितà¥à¤¯ सिंह सिकरवार à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ पारà¥à¤·à¤¦ सतीश सिकरवार के पà¥à¤¤à¥à¤° है, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने पिता के इस महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ आयोजन में जमकर मेहनत की।
गोंची ने टीमों की à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ से लेकर शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठऔर फाइनल तक सारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ से समà¥à¤¹à¤¾à¤²à¥€à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नई पीà¥à¥€ के नेता पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में सबसे à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤µ ही कहा जायेगा, जो समाजसेवा व खेल आयोजनों से राजनीति की ओर शने-शने कदम बà¥à¤¾ रहा है।