टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में पिता की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ à¤à¥‚ला यà¥à¤µà¤•, आरपीà¤à¤« ने डसà¥â€à¤Ÿà¤¬à¤¿à¤¨ से ढूंढकर दी
जबलपà¥à¤°à¥¤ पिता की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को कलश में à¤à¤°à¤•à¤° विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करने à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² से इलाहाबाद जा रहा यà¥à¤µà¤• ओवरनाइट से जबलपà¥à¤° पहà¥à¥à¤‚चा। टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से उतरते वकà¥à¤¤ उसने उन असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अपनी सीट पर ही छोड़ दिया। सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर उतरने के कà¥à¤› देर बाद उसने जब असà¥à¤¥à¤¿ कलश को तलाशना चला तो वह नहीं मिला। परेशान यà¥à¤µà¤• ने ततà¥à¤•à¤¾à¤² इसकी जानकारी आरपीà¤à¤« कंटà¥à¤°à¥‹à¤² को दी। इधर, खबर मिलते ही आरपीà¤à¤« थाने के जवान असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को खोजते हà¥à¤ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में पहà¥à¥à¤‚चे, लेकिन वह सीट पर नहीं मिलीं। सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ की छानबीन करने के बाद पता चला कि सफाई करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ ने उसे गंदी थैली समà¤à¤•à¤° डसà¥à¤Ÿà¤¬à¤¿à¤¨ में फेंक दिया है। आरपीà¤à¤« ने डसà¥à¤Ÿà¤¬à¤¿à¤¨ में से असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की थैली को यà¥à¤µà¤• को सौंप दिया।
जलà¥à¤¦à¤¬à¤¾à¤œà¥€ में सीट में छोड़ दीं असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚
जानकारी के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² के लहारपà¥à¤° बाग का निवासी 19 वरà¥à¤·à¥€à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को लेकर इलाहाबाद जा रहा था। वह ओवरनाइट के सà¥à¤²à¥€à¤ªà¤° कोच 9 की सीट नंबर 72 में बैठा था। जबलपà¥à¤° में उतरकर उसे इलाहाबाद के लिठदूसरी टà¥à¤°à¥‡à¤¨ पकड़नी थी। जबलपà¥à¤° सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर उतरते वकà¥à¤¤ जलà¥à¤¦à¤¬à¤¾à¤œà¥€ के कारण वह असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¤¾ बैग सीट पर छोड़कर सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर उतर गया। यà¥à¤µà¤• की शिकायत के बाद आरपीà¤à¤« à¤à¤¸à¤†à¤ˆ à¤à¤®à¤ªà¥€ मिशà¥à¤°à¤¾, पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ आरकà¥à¤·à¤• राजेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह बघेल ने छानबीन के दौरान सफाई करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ से पूछताछ की तो पता चला कि उसने टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में मिले बैग को डसà¥à¤Ÿà¤¬à¤¿à¤¨ में डाल दिया है। बैग मिलते ही आरपीà¤à¤« ने उसे यà¥à¤µà¤• को सौंंप दिया।