थाने के बगल में यà¥à¤µà¤• की चाकà¥à¤“ं से गोदकर हतà¥à¤¯à¤¾, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को घंटों पता ही नहीं चला
जबलपà¥à¤°à¥¤ गà¥à¤¾ थाने की बाउंडà¥à¤°à¥€ से लगी पानी की टंकी के पास बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° की रात à¤à¤• यà¥à¤µà¤• की चाकà¥à¤“ं से गोदकर हतà¥à¤¯à¤¾ कर दी गई। हैरानी की बात यह कि हमले के बाद लहूलà¥à¤¹à¤¾à¤¨ यà¥à¤µà¤• घंटों मौके पर तड़पता रहा, लेकिन पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को इसकी à¤à¤¨à¤• तक नहीं लगी। काफी देर बाद यà¥à¤µà¤• की पतà¥à¤¨à¥€ उसे खोजते हà¥à¤ घटनासà¥à¤¥à¤² पर पहà¥à¤‚ची तो पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को मामले की जानकारी हà¥à¤ˆà¥¤ लेकिन तब तक यà¥à¤µà¤• के शरीर से काफी मातà¥à¤°à¤¾ में खून बह चà¥à¤•à¤¾ था। जिससे उसकी मौत हो गई।
इमरती तालाब के पास शाही नाका में रहने वाला मिथिलेश पà¥à¤°à¥€ गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ (32) बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° की रात थाने के बगल में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पानी की टंकी के नीचे बैठा था। तà¤à¥€ वहां कà¥à¤› यà¥à¤µà¤• आठऔर मिथिलेश से विवाद करते हà¥à¤ उस पर चाकà¥à¤“ं से हमला कर दिया। पीठ, हाथ और जांघ में गंà¤à¥€à¤° चोटें आने के कारण मिथिलेश लहूलà¥à¤¹à¤¾à¤¨ होकर तड़पने लगा तो आरोपित मौके से à¤à¤¾à¤— निकले।
तलाशती हà¥à¤ˆ पहà¥à¤‚ची पतà¥à¤¨à¥€ -
मिथिलेश के घर नहीं पहà¥à¤‚चने पर उसकी पतà¥à¤¨à¥€ दà¥à¤°à¥à¤—ा उसे खोजते हà¥à¤ रात पौने 11 बजे पानी की टंकी के पास पहà¥à¤‚ची, तो वह खून से लथपथ मिला। दà¥à¤°à¥à¤—ा ने पति को उठाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सकी। जिसके बाद वह à¤à¤¾à¤—ते हà¥à¤ थाने पहà¥à¤‚ची और पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को जानकारी दी। लेकिन पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के मौके पर पहà¥à¤‚चने से पहले ही मिथिलेश की मौत हो चà¥à¤•à¥€ थी।
नहीं लगा आरोपितों का सà¥à¤°à¤¾à¤— -
मिथिलेश पर हमला करने वाले कौन थे, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने आसपास ठेला लगाने वालों से à¤à¥€ पूछताछ की, वे हमलावरों के बारे में कà¥à¤› नहीं बता सके।
7 साल पहले किया था पà¥à¤°à¥‡à¤® विवाह -
दà¥à¤°à¥à¤—ा के मायके पकà¥à¤· के लोगों ने बताया कि 7 साल पहले दà¥à¤°à¥à¤—ा से मिथिलेश ने पà¥à¤°à¥‡à¤® विवाह किया था। दोनों की 2 बेटियां à¤à¥€ हैं। कà¥à¤› लोगों से मिथिलेश का विवाद चल रहा था। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अब इन लोगों के बारे में जानकारी जà¥à¤Ÿà¤¾ रही है।