अलमकà¥à¤•à¥€ को पाताल से खोजने जैसा काम कर दिखाया
कहतें हे कानून के हाथ बहà¥à¤¤ लंमà¥à¤¬à¥‡ होते हैं .जी हाठइस बात पर सो फीसदी पà¥à¤²à¤¿à¤¸ फिट बैठती हे .पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने à¤à¤¸à¤¾ कर दिखया जैसे अलमकà¥à¤•à¥€ को पाताल से खोज लाइ हो .जिद ,जजà¥à¤¬à¤¾ और जूनून सफलता का बो आयाम है की हर अचà¥à¤›à¥‡ काम की तारीफ होती है अलमकà¥à¤•à¥€ को पकडने के लिठपडाव थाना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ संतोष सिंह यादव को अपने सारे घोडे खोलने पडे। पांच रात दिन लगातार लगाकर और बिना कà¥à¤› खाये पिठलगाकर संतोष यादव व उनकी टीम हैदराबाद पहà¥à¤‚ची तब कहीं अलमकà¥à¤•à¥€ उनके हाथ आ सका। पडाव थाना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ संतोष यादव के लिठअलमकà¥à¤•à¥€ का à¤à¤¾à¤—ना संकट बन गया था, लेकिन थाना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ यादव ने हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं हारी और अलमकà¥à¤•à¥€ का समूचा नेटवरà¥à¤• कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤® बà¥à¤°à¤¾à¤‚च के अपने साथी दिलीप यादव के साथ शेयर कर धà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ किया और धर दबोचा। हालांकि गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° की मीडिया अलमकà¥à¤•à¥€ के विदेश à¤à¤¾à¤— जाने व अब हाथ में नहीं आने के तमाम दावे कर रही थी । लेकिन थाना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ संतोष यादव ने अलमकà¥à¤•à¥€ को अंतत: दबोच कर रीयल हीरो की छवि पेश की।