कà¥à¤¯à¤¾ आप जानते हैं जयपà¥à¤° को 'पिंक' और जोधपà¥à¤° को 'बà¥à¤²à¥‚' सिटी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कहते हैं -वà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤Ÿ और गोलà¥à¤¡à¤¨ सिटी के बारे में à¤à¥€ जाने
जयपà¥à¤°à¥¤ कà¥à¤¯à¤¾ आप जानते है कि राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के बड़े शहरों का अपना à¤à¤• रंग है, जैसे जयपà¥à¤° पिंक है, तो जोधपà¥à¤° बà¥à¤²à¥‚, जैसलमेर गोलà¥à¤¡à¤¨ है तो उदयपà¥à¤° वà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤Ÿà¥¤ हम यहां बताà¤à¤‚गे इन खास रंगों के नाम से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पहचाने जाते हैं ये शहर। पढ़िठइसके पीछे की रोचक कहानी:
जोधपà¥à¤° (बà¥à¤²à¥‚ सिटी)
राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ का जोधपà¥à¤° ही इस देश का बà¥à¤²à¥‚ सिटी है, जो लगà¤à¤— 558 साल पहले बसाया गया था। यह à¤à¤• बहà¥à¤¤ ही खà¥à¤¬à¤¸à¥‚रत शहर है और यह शहर अपने रंग की वजह से जाना जाता है। इस शहर के बारे में कहा जाता है कि 1459 में राव जोधा ने जोधपà¥à¤° शहर की खोज की थी। जोधा, राठौड़ समाज के मà¥à¤–िया और जोधपà¥à¤° के 15वें राजा थे।
उनके नाम से ही इस शहर का नाम जोधपà¥à¤° पड़ा, इससे पहले इस शहर का नाम मारवाड़ था। यह शहर रेगिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के बीचो- बीच बसा हà¥à¤† है, यहां के सà¤à¥€ घर नीले रंग के दीखते हैं। विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ का कहना है कि गरà¥à¤®à¥€ से बचने के लिठयहां के सà¤à¥€ घरों में नीला रंग लगाया गया है। इसीलिठइस शहर को नीला शहर यानी बà¥à¤²à¥‚ सिटी कहा जाता है।
इस बà¥à¤²à¥‚ सिटी में मौजूद à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• किले, पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ महल और पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ मंदिर जोधपà¥à¤° के गौरवशाली इतिहास का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं।
इस शहर का हसà¥à¤¤à¤¶à¤¿à¤²à¥à¤ª, लोकनृतà¥à¤¯, à¤à¥‹à¤œà¤¨ और गीत- संगीत सà¤à¥€ अपने आप में निराले हैं, जो इस शहर की शोà¤à¤¾ को कई गà¥à¤¨à¤¾ बà¥à¤¾ देते हैं। यह शहर सूरà¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ और सूरà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥à¤¤ के समय और à¤à¥€ खà¥à¤¬à¤¸à¥‚रत हो जाता है। लोगों का कहना है कि यहाठपर सूरà¥à¤¯ देवता जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय के लिठरहते हैं, इसलिठइस शहर को सूरà¥à¤¯à¤¨à¤—री के नाम से à¤à¥€ जाना जाता है।
जयपà¥à¤° (पिंक सिटी)
जयपà¥à¤° पिंक सीटी के नाम से लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहाठकी संरचनाओं के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिठगà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ रंग के पतà¥à¤¥à¤° का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया गया है। गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ रंग का अपना à¤à¤• इतिहास है।
साल 1876 में इंगà¥à¤²à¥ˆà¤‚ड की महारानी à¤à¤²à¤¿à¤œà¤¾à¤¬à¥‡à¤¥ और पà¥à¤°à¤¿à¤‚स ऑफ वेलà¥à¤¸ यà¥à¤µà¤°à¤¾à¤œ अलà¥à¤¬à¤°à¥à¤Ÿ जयपà¥à¤° आने वाले थे। उस समय जयपà¥à¤° के महाराजा सवाई रामसिंह इनकी तैयारियों में जà¥à¤Ÿà¥‡ थे। इनके वेलकम के लिठपूरे शहर को दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¨ की तरह सजाया जा रहा था। शहर की सड़कें साफ कर उनके किनारे फूल-पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ लगाई जा रही थीं।
महाराजा सवाई रामसिंह के मन में सूà¤à¤¾ कि कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न पूरे शहर को à¤à¤• रंग में रंग दिया जाà¤à¥¤ फिर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उचà¥à¤š अधिकारियों से इस बात की मंतà¥à¤°à¤£à¤¾ की और परकोटे में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पूरे शहर को गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ रंग से रंग दिया। उसके बाद से यह शहर गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ हो गया जो बाद में चलकर गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ नगर कहलाया। राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की राजधानी होने के अलावा, जयपà¥à¤° राजà¥à¤¯ का सबसे बड़ा शहर है। शहर का गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ रंग हर किसी के दिल को लà¥à¤à¤¾à¤¨à¥‡ वाला à¤à¤• रोमांटिक आकरà¥à¤·à¤£ लाता है।
उदयपà¥à¤° (वà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤Ÿ सिटी)
उदयपà¥à¤° देशी हो या विदेशी या फिर हॉलीवà¥à¤¡ और बॉलीवà¥à¤¡ सà¤à¥€ उदयपà¥à¤° की खूबसूरती के दीवाने है।
खासकर यह जगह हनीमून कपलà¥à¤¸ के बीच खासा पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ है। इस सिटी को वà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤Ÿ सिटी इसलिठकहा जाता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उदयपà¥à¤° में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° इमारतें संगेमरमर की बनी हैं इसलिठइसको यह नाम दिया गया है। वैसे इसको 'वेनिस ऑफ इंडिया' à¤à¥€ कहा जाता है।
जैसलमेर (गोलà¥à¤¡à¤¨ सिटी)
थार के रेगिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जैसलमेर को गोलà¥à¤¡à¤¨ सिटी कहा जाता है। यहां निकलने वाले पीले रंग के पतà¥à¤¥à¤° से बनी इमारतों पर जब सूरज की किरणें पड़ती है तो ये सà¤à¥€ सोने के समान दमकती नजर आती है।
साथ ही इसके आसपास फैला विशाल रेत का समनà¥à¤¦à¤° सूरज डूबने के दौरान सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® आà¤à¤¾ लिठनजर आता है। अब यहीं नाम इसकी पहचान बन गया।