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भाजपा की शक्तिपीठ तो एक ही है वह भोपाल में प्रदेश अध्यक्ष है और जो स्वयं भू शक्तिपीठ है उनको पार्टी की मान्यता नहीं है :विक्रम वर्मा

ग्वालियर। पूर्व मंत्री एवं भाजपा à¤•à¥‡ चुनाप घोसणा पत्र  à¤¸à¤®à¤¿à¤¤à¤¿ के संयोजक विक्रम वर्मा ने कहा है कि संगठन की तैयारी और उसे संगठनात्मक ढांचे को मजबूत कर  à¤šà¥à¤¨à¤¾à¤µ मैदान में उतरा जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां जहां संगठन में कमी है उसे आगामी तीन माह में पूरा कर लिया जाएगा। 
भिंड, मुरैना के बाद ग्वालियर में संगठनात्मक समीक्षा करने आए पूर्व मंत्री विक्रम वर्मा और सांसद प्रहलाद पटेल ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि वह समन्वय, निष्क्रियता और कार्यकर्ताओं में असंतोष पर चर्चा कर उसे ठीक करने का प्रयास करेंगे। जहां कमी होगी वहां पर जिलाध्यक्ष को आवश्यक दिशा निर्देश भी देंगे। जिस मोर्चे की संगठनात्मक रचना पूर्ण नहीं हुई है उसे तत्काल पूरा करने के लिए कहेंगे। पूर्व मंत्री वर्मा ने कहा कि उनका प्रयास है कि प्रत्येक पोलिंके  बूथ पर २० कार्यकर्ताओं की टोली रहे और यही टोली मतदान के दिन पूरा कार्य करे। इस टोली के कार्यकर्ताओं का एक प्रशिक्षण वर्ग भी होगा उसकी भी तारीख तय की जाएगी। मध्यप्रदेश में १४ साल बाद कार्यकर्ताओं में समन्वय की आवश्यकता क्यों पडी इसके जबाब में पूर्व मंत्री वर्मा ने कहा कि राजनीति में समन्वय की आवश्यकता हमेशा रहती है। उसी प्रक्रिया को वह देखने आए हैं। यह पूछे जाने पर कि चुनावों में अब तीन माह का समय बचा है उन्होंने कहा कि वह तीन माह से पहले ही संगठन का काम पूरा कर लेंगे। ग्वालियर में दिसंबर १७ में युवा मोर्चा की टीम बनी और आज तक पूरी टीम तैयार नहीं हुई के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि वह इस बात को ऊपर तक बताएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस बीच मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद यात्रा भी है , फिर चुनाव मैदान में जाएंगे। ग्वालियर में स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसे का दुरूपयोग करने के बारे में कार्यकर्ताओं और जन प्रतिनिधियों द्वारा कहे जाने की पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि वह पूरी बात को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाएंगे। ग्वालियर में संगठन में ही कई अलग अलग शक्तिपीठ के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि भाजपा की शक्तिपीठ तो एक ही है वह भोपाल में प्रदेश अध्यक्ष है और जो स्वयं भू शक्तिपीठ है उनको पार्टी की मान्यता नहीं है। १४ साल से कार्यकर्ताओं के असंतोष को कैसे दूर किया जाएगा के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि पार्टी का कार्यकर्ता जिम्मेदार कार्यकर्ता है वह पार्टी के लिए जी जान से जुटकर कार्य करेगा। किसानों में असंतोष की चिंता मुख्यमंत्री द्वारा किये जाने और किसानों पर ही फोकस करने के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मंत्री वर्मा ने कहा कि किसान की चिंता करना चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि वह स्वयं किसान है और उन्हें इस बार समर्थन मूल्य से ज्यादा पैसे बैंक के एकांउट में आए हैं जो सरकार की घोषणा है उसे सरकार ने पूरा किया है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग किसानों के नाम पर अपनी दुकान सजाकर शहरी लोगों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं यह जनता को समझ में आ रहा है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने किसानों को भरपूर लाभ दिया है। अब प्रश्न यह है कि जो लोग दुकान सजाने का ताना बाना बुन रहे हैं उसका अध्ययन कर उन्हीं की भाषा में उत्तर दिया जाएगा। स्वामीनाथन कमेटी के इतर ए-२ से समर्थन मूल्य देना और सी-२ से समर्थन मूल्य नहीं देने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का भ्रामक प्रचार है किसानों को पहले से ज्यादा पैसा मिला है। किसानों के द्वारा आत्म हत्या के बारे में उन्होंने कहा कि कर्ज ही नहीं कई अन्य कारणों से किसान आत्महत्या कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वामीनाथन ने तो ४ प्रतिशत ब्याज पर पैसा देने को कहा शिराज सरकार तो शून्य ब्याज पर पैसा दे रही है। सांसद प्रहलाद पटेल से नर्मदा के किनारे छह करोड पेड लगाने के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा सवाल उठाए जाने पर कहा कि वहां लगाए पेड क्या पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने गिने हैं। उन्होंने तो स्वयं जंगल के जंगल कटवा दिए और अब सरकार पर प्रश्र चिन्ह उठा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह ने अपने शासन काल में क्या किया पहले वह तो वह स्वयं बताएं उसके बाद में हम उन्हें अपना पूरा काम बता देंगे। पत्रकार वार्ता में जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा भी मौजूद थे। 

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