पति से विवाद के बाद बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को लेकर चलती टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से कूद रही थी पतà¥à¤¨à¥€, महिला ने बचाया
उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨à¥¤ मोहन नगर में पति ने पतà¥à¤¨à¥€ को पीट दिया तो नाराज पतà¥à¤¨à¥€ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में सवार हà¥à¤ˆ और चलती गाड़ी से दो बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को लेकर कूदने की तैयारी करने लगी। इस दौरान इंदौर निवासी à¤à¤• महिला की नजर उस पर पड़ गई। उसने उसे बचाया और और बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ सहित अपने घर ले गई।
बाद में इंदौर के à¤à¤®à¤œà¥€ रोड थाने में जीरो पर कायमी कर पà¥à¤°à¤•à¤°à¤£ उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ à¤à¤¿à¤œà¤µà¤¾à¤¯à¤¾ गया। महिला का पति फरार है। फिलहाल महिला को वन सà¥à¤Ÿà¥‰à¤ª सेंटर पर रखा गया है। चिमनगंज थाना à¤à¤¸à¤†à¤ˆ लिलियन मालवीय ने बताया कि मोहन नगर निवासी नेहा पति सूरज वेदी का विवाह तीन वरà¥à¤· पूरà¥à¤µ हà¥à¤† था।
पति सूरज ऑटो चालक है और शराब पीने का आदी है। दहेज व चरितà¥à¤° शंका को लेकर वह रोजाना नेहा से मारपीट करता था। रविवार को à¤à¥€ सूरज ने मारपीट की थी। इससे तंग आकर नेहा दो बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को लेकर इंदौर जाने वाली टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में सवार हो गई।
चलती टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से वह दो बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को लेकर आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ करने के इरादे से कूद ही रही थी कि साथी महिला यातà¥à¤°à¥€ रेहाना खान निवासी नयापà¥à¤°à¤¾ ने उसे बचा लिया। रेहाना ने नेहा को समà¤à¤¾à¤‡à¤¶ दी तथा उसने अपने साथ घर ले गई। यहां à¤à¤¾à¤ˆ अनवर खान को पूरा घटनाकà¥à¤°à¤® सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ इस पर दोनों à¤à¤¾à¤ˆ-बहन नेहा को लेकर à¤à¤®à¤œà¥€ रोड थाने पहंà¥à¤šà¥‡à¥¤ टीआई राजेंदà¥à¤° चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने मामला समà¤à¤¨à¥‡ के बाद नेहा के पति सूरज के खिलाफ जीरो पर केस दरà¥à¤œ कर लिया।
रात में ही रवाना हो गई पà¥à¤²à¤¿à¤¸
टीआई चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने मामले की जानकारी à¤à¤à¤¸à¤ªà¥€ अà¤à¤¿à¤œà¥€à¤¤ रंजन को दी। इस पर चिमनगंज थाने के à¤à¤¸à¤†à¤ˆ रोहित पटेल व लिलियन मालवीय को रात को 12.30 बजे इंदौर à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया। रात 3 बजे पà¥à¤²à¤¿à¤¸ नेहा व उसके बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को लेकर उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ पहà¥à¤‚ची और रातà¤à¤° उसे महिला थाने पर रखा गया। सोमवार सà¥à¤¬à¤¹ उसे माधवनगर असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में बने वन सà¥à¤Ÿà¥‰à¤ª सेंटर पर à¤à¥‡à¤œ दिया गया। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ आरोपित पति सूरज की तलाश में जà¥à¤Ÿà¥€ है।
मां à¤à¥€ नहीं रखना चाहती इसलिठकूद रही थी
नेहा ने पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को बताया कि उसके मायके में केवल मां ही है। पिता की काफी सालों पूरà¥à¤µ मौत हो गई है। à¤à¤¾à¤ˆ और बहन नहीं हैं। मां ने शादी के बाद उसकी खबर तक नहीं ली। कई बार उसने सूरज के बारे में उसे बताया तो वह उससे कहती थी कि बेटा तà¥à¤à¥‡ अब मरने तक पति के साथ ही रहना है। इस कारण वह मां के घर à¤à¥€ नहीं जाना चाहती थी। सहारा नहीं होने के कारण वह बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को लेकर चलती टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से कूदकर आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ करना चाहती थी