शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥ à¤à¤¾à¤—वत कथा खेड़ापति मोकà¥à¤·à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤¨à¥€ है à¤à¤¾à¤—वत कथा -शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€
गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° 19 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¥¤ खेड़ापति हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मंदिर पर कलश यातà¥à¤°à¤¾ के साथ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥ à¤à¤¾à¤—वत कथा आज से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤ˆ जिसमें कथा वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ शà¥à¤°à¥€ बà¥à¤°à¤œà¥‡à¤¶ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी ने कथा का महतà¥à¤µ बताया।
खेड़ापति हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मंदिर पर गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° अंचल में परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ वरà¥à¤·à¤¾ को लेकर की जा रही à¤à¤¾à¤—वत कथा के लिठआज कलश यातà¥à¤°à¤¾ निकाली गई यह कलश यातà¥à¤°à¤¾ छोटी साला मैं शिवजी à¤à¤µà¤‚ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤“ं के पूजन के साथ कलश यातà¥à¤°à¤¾ निकाली गई जिसमें 51 पीतांबर वसà¥à¤¤à¥à¤° धारी महिलाओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सर पर कलश रखकर आतिशबाजी à¤à¤µà¤‚ गाजे-बाजे के साथ कलश यातà¥à¤°à¤¾ निकली यातà¥à¤°à¤¾ में परीकà¥à¤·à¤¤ सियाराम शरà¥à¤®à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ बबीता शरà¥à¤®à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¾à¤—वत पà¥à¤°à¤¾à¤£ को सर पर रख कर छोटी साला से खेड़ापति मंदिर कथा सà¥à¤¥à¤² तक पहà¥à¤‚चे इस दौरान कथा को पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकरते हà¥à¤ कथा वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ बृजेश पांडे शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥ à¤à¤¾à¤—वत कथा का महतà¥à¤µ बताते हà¥à¤ कहां के à¤à¤¾à¤—वत पà¥à¤°à¤¾à¤£ मोकà¥à¤·à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤¨à¥€ है वहीं उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गणेश पूजन पà¥à¤°à¤¾à¤£ पूजन à¤à¤µà¤‚ कलश सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ का महतà¥à¤µ बताते हà¥à¤ कहां के गणेश पूजन से विघà¥à¤¨à¥‹à¤‚ कारण होता है मंगल कारà¥à¤¯ होते हैं सारी बाधाà¤à¤‚ दूर होती हैं और रिदà¥à¤§à¤¿ सिदà¥à¤§à¤¿ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है वही कहा कि शà¥à¤ लाठके पिता विघà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥à¤¤à¤¾ है जो हर कारà¥à¤¯ में इनके पूजन से ही सारे काम शà¥à¤ होते हैं और वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को धन लाठऔर अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¥€ होती है ।इस अवसर पर कलश यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान महंत अनूप दास, देवेंदà¥à¤° शरà¥à¤®à¤¾ ,सोमनाथ शरà¥à¤®à¤¾, मà¥à¤•à¥‡à¤¶ à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ ,पदम शरà¥à¤®à¤¾ ,सनी, समरà¥à¤¥ ,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सविता शरà¥à¤®à¤¾, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ शारदा शरà¥à¤®à¤¾, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ मंजू à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ शरà¥à¤®à¤¾ मà¥à¤•à¥‡à¤¶ चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ रेखा चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ रमा शरà¥à¤®à¤¾ मनमोहन शरà¥à¤®à¤¾ संतोष शरà¥à¤®à¤¾ उपवà¥à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¤—वती पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ पलिया सà¥à¤µà¥‹à¤§ पाणà¥à¤¡à¥‡ सहित कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के सैकडो à¤à¤•à¥à¤¤ जन उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे कथा दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी।