नोटबंदी: नई गलती कर बैठे केजरीवाल? अलग-थलग पड़ी 'आप'..!
केंदà¥à¤° सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 500 और 1000 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ के नोट बंद करने के फैसले के बाद से ही विपकà¥à¤· में à¤à¥‚चाल की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ है। इस साहसिक à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• निरà¥à¤£à¤¯ के दूरगामी नफा-नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पर बहस करने की बजाय कà¥à¤› राजनीतिक जमात के लोग बैंकों की कतारों पर बहस करना चाहते हैं। चूंकि इस निरà¥à¤£à¤¯ को लेकर आम जनता के मन में à¤à¤•à¤¤à¤°à¤«à¤¾ समरà¥à¤¥à¤¨ का à¤à¤¾à¤µ खà¥à¤²à¤•à¤° दिख रहा है, लिहाजा कà¥à¤› राजनीतिक खेमे के लोग इस पर चरà¥à¤šà¤¾ करने से à¤à¤¾à¤—ते नजर आ रहे हैं।
देश का आम जन अपनी कà¥à¤› दिनों की परेशानियों को दरकिनार कर इस à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• निरà¥à¤£à¤¯ को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर चà¥à¤•à¤¾ है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि वो कौन लोग हैं, जो इस निरà¥à¤£à¤¯ को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करने से कतरा रहे हैं? वो कौन लोग हैं, जो इस निरà¥à¤£à¤¯ को वापस लेने के लिठअसफल रैलियां कर रहे हैं? वो कौन लोग हैं, जो महंगी गाड़ियों और à¤à¤¸à¤ªà¥€à¤œà¥€ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ में जाकर दो घंटे में अपना चार हजार रà¥à¤ªà¤¯à¤¾ निकालने के बावजूद à¤à¥‚ठबोल रहे हैं कि पैसा नहीं मिल रहा? à¤à¤• सवाल यह à¤à¥€ है कि ये लोग à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कर रहे हैं?
इस सवाल पर पड़ताल करने से पहले जरा 'कतार' पर बहस कर लें। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राहà¥à¤² गांधी ने अपने 4000 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ तो दो घंटे में निकाल लिà¤, लेकिन लोगों को गà¥à¤®à¤°à¤¾à¤¹ कर रहे हैं कि पैसा नहीं निकल रहा है। अगर वे ईमानदारी दिखाते तो सबके सामने सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करते कि " हां मै कतार में लगा था और मà¥à¤à¥‡ मेरा पैसा मिला, लेकिन नहीं उनकी जबान तो कà¥à¤› और बोल रही है।
दरअसल, राहà¥à¤² गांधी को यह बात बखूबी पता होनी चाहिठकि इस देश की आम जनता को 'कतारों' से कà¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ नहीं रही है। 70 साल की सरकारों, जिसमे लगà¤à¤— साठसाल कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ही सतà¥à¤¤à¤¾ में रही है, ने इस देश की आम जनता को कतार में खड़े रहने की आदत डाल दी है। यह वही जनता है, जो कà¤à¥€ सिलेंडर गैस, तो कà¤à¥€ यूरिया, तो कà¤à¥€ रेल टिकट के लिठआठदिन कतारों में नजर आती रही है, इसलिठइस जनता को अब कतारों का à¤à¤¯ न दिखाइà¤à¥¤
यकीनन इस देश में 70 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में जो लंबी कतार कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने खड़ी की है, उसे नोटबंदी के इस फैसले से खड़ी हà¥à¤ˆ कतार ने तोड़ दिया है। यह वह कतार बन रही है, जिसमें देश का आम जन खड़ा होकर बिना किसी डर के, à¤à¤¯ के अपने हक़ के लिठऔर देश के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिठखड़ा होने को तैयार है। यह कतार ईमानदारों की कतार है। पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मोदी ने जो यह कतार बनाई है, इस कतार में किसी à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ, बेईमान और चोरी से काली कमाई करने वाले की हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं हो पा रही कि वो खà¥à¤²à¤•à¤° खड़ा हो सके। लिहाजा यह ईमानदारी का उतà¥à¤¸à¤µ मना रहे देश की ईमानदार जनता की कतार है।
इधर, à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के खिलाफ चल रही इस लड़ाई का लगातार विरोध कर रहे दिलà¥à¤²à¥€ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अरविनà¥à¤¦ केजरीवाल की अपनी कोई विशà¥à¤µà¤¸à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ नहीं रही है। वे खà¥à¤¦ कà¤à¥€ लालू यादव, तो कà¤à¥€ किसी और के समरà¥à¤¥à¤¨ में खड़े होकर अपनी साख पर बटà¥à¤Ÿà¤¾ लगा चà¥à¤•à¥‡ हैं, लेकिन अब जब देश की आम जनता के साथ कालाधन और à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के खिलाफ चल रही इस निरà¥à¤£à¤¾à¤¯à¤• लड़ाई का समय आया, तो वे बंगाल की मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ममता बनरà¥à¤œà¥€ के साथ मिलकर इसका विरोध करते नजर आ रहे हैं। वैसे तो बिना किसी पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ और बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦ के किसी पर à¤à¥€ आरोप लगाने के रोग से गà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¤ दिलà¥à¤²à¥€ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अनेक बार सà¥à¤¬à¥‚त न दे पाने की वजह से अपनी फजीहत à¤à¥€ करा चà¥à¤•à¥‡ हैं, लेकिन आज à¤à¤•à¤¬à¤¾à¤° फिर वे बिना किसी सà¥à¤¬à¥‚त के मनगà¥à¤‚त बातें कर रहे हैं। दिलà¥à¤²à¥€ की जनता के मन में यह सवाल बेजा नहीं उठरहा है कि ममता बनरà¥à¤œà¥€ और दिलà¥à¤²à¥€ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के बीच किस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर सहमति बनी है?
ममता बनरà¥à¤œà¥€, मायावती सहित कई नेता à¤à¤¸à¥‡ हैं, जिन पर à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के आरोप à¤à¥€ लगे हैं, लेकिन दिलà¥à¤²à¥€ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अरविनà¥à¤¦ केजरीवाल आखिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ इनके साथ खड़े हैं?
मोदी के इस फैसले से आतंकवादियों को फंडिंग करने वालों, माओवादियों को संसाधन मà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ कराने वालों, तसà¥à¤•à¤°à¥‹à¤‚, अपराधियों, à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° करने वालों की पीड़ा तो जायज है, लेकिन इन चंद नेताओं की इस फैसले के खिलाफ à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ à¤à¥€ कम शक नहीं पैदा करती है? à¤à¤¸à¥‡ में बड़ा सवाल जनता के जेहन में है कि जब पंजाब में चà¥à¤¨à¤¾à¤µ होने हैं, तो कà¥à¤¯à¤¾ आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ को चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करने के लिठजà¥à¤Ÿà¤¾à¤ गठधन के रदà¥à¤¦à¥€ हो जाने की चिंता सता रही है? यह सबको पता है कि पारदरà¥à¤¶à¤¿à¤¤à¤¾ की बात करने वाली आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ काफी समय से अपने आय और वà¥à¤¯à¤¯ का बà¥à¤¯à¥Œà¤°à¤¾ सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• नहीं कर रही है।
खैर, कतार लंबी जरूर है, लेकिन बंदोबसà¥à¤¤ à¤à¤¸à¤¾ है कि उस कतार में कोई बेईमान और à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ देर टिक नहीं पाà¤à¥¤ वैसे à¤à¥€ मोदी की अचà¥à¤›à¥€ बात यह है कि वो पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£-पतà¥à¤° देने वालों की परवाह किठबिना, जनहित में दशकों से काम करते हà¥à¤ यहां तक पहà¥à¤‚चे हैं, जिनका डूब रहा है, वे बौखला रहे हैं। आम लोग थोड़ी परेशानियों के बावजूद इस मà¥à¤¹à¥€à¤® के साथ कतारबदà¥à¤§ होकर खड़े हैं। यही वजह है कि लाख कोशिशों के बावजूद नोटबंदी के खिलाफ की जा रही कà¥à¤› रैलियों में मोदी-मोदी के नारे लग रहे हैं।