चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ साल में अफसरों की बेबाकी सरकार को पड़ रही à¤à¤¾à¤°à¥€
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²à¥¤ चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ साल में मपà¥à¤° सरकार के लिठउसके अफसर चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ बनते जा रहे हैं। आठदिन फेसबà¥à¤•, टिà¥à¤µà¤Ÿà¤° और अखबारों में लेख के जरिठअफसर नई-नई समसà¥à¤¯à¤¾ खड़ी कर रहे हैं। वहीं सरकार चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ माहौल देखते हà¥à¤ चà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€ साधे है। उसे अफसरों से सवाल- जवाब करने पर माहौल गरà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‡ और नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ होने की आशंका सता रही है।
पिछले दो साल में आधा दरà¥à¤œà¤¨ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ आईà¤à¤à¤¸ अफसर राजà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ केंदà¥à¤° सरकार की कारà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ à¤à¤µà¤‚ योजनाओं पर सवाल खड़े कर चà¥à¤•à¥‡ हैं। आईà¤à¤à¤¸ दीपाली रसà¥à¤¤à¥‹à¤—ी नौकरशाहों की कारà¥à¤¯à¤¶à¥ˆà¤²à¥€ पर सवाल उठाकर चरà¥à¤šà¤¾ में हैं। हाल ही में आईà¤à¤à¤¸ à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•à¤° लकà¥à¤·à¤•à¤¾à¤° ने à¤à¥€ अफसरों के सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ पर कटाकà¥à¤· किया है। पूरà¥à¤µ आईà¤à¤à¤¸ डीडी अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² ने फेसबà¥à¤• पर à¤à¤¸à¥€ ही पोसà¥à¤Ÿ की थी। बाद में इसे हटा दिया था।
पिछले साल तक की कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ
पिछले साल तक à¤à¤¸à¥‡ अफसरों पर कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ की गई थी। दो अफसरों ने अपने विचार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किठथे, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हटाकर नोटिस दिठगà¤à¥¤ हालांकि ये अफसर नोटिस का जवाब देकर बरी हो गà¤à¥¤ अब सरकार नोटिस देने से à¤à¥€ बच रही है।
अफसर à¤à¥€ à¤à¤¹à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤ बरत रहे
उधर, कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ के बाद से वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में अफसर सोशल मीडिया पर सोच-विचार कर लिख रहे हैं। उनकी पूरी कोशिश रहती है कि किसी à¤à¥€ विचार को लेकर उनके खिलाफ सिविल सेवा आचरण अधिनियम के तहत कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ न बने।
किसने कà¥à¤¯à¤¾ लिखा या कहा
दीपाली रसà¥à¤¤à¥‹à¤—ी : अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ अखबार में लिखे लेख में नौकरशाहों की कारà¥à¤¯à¤¶à¥ˆà¤²à¥€ पर सवाल उठाते हà¥à¤ लिखा 'अचà¥à¤›à¤¾ आईà¤à¤à¤¸ अधिकारी वही माना जाता है, जो नेता की इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤°à¥‚प काम करे।'
अजय गंगवा : बड़वानी कलेकà¥à¤Ÿà¤° रहते हà¥à¤ फेसबà¥à¤• पर गांधी-नेहरू परिवार की तारीफ की थी। साथ ही फेसबà¥à¤• पर ही मोदी की नीतियों का विरोध करने वाली à¤à¤• पोसà¥à¤Ÿ को लाइक कर दिया था। इसके बाद उनसे कलेकà¥à¤Ÿà¤°à¥€ छीन ली गई थी।
à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•à¤° लकà¥à¤·à¤•à¤¾à¤° : असफरों के सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ पर कटाकà¥à¤· करते हà¥à¤ अपने फेसबà¥à¤• पेज पर पोसà¥à¤Ÿ किया है कि 'वो अफसर ही कà¥à¤¯à¤¾, जो छोटी-मोटी बातों पर सहमत हो जाà¤à¥¤" इससे पहले वे गायक सोनू निगम से जà¥à¥œà¥‡ विवाद पर à¤à¤• धरà¥à¤® को लेकर अपनी राय लख चà¥à¤•à¥‡ हैं।
सीबी चकà¥à¤°à¤µà¤¤à¥€ : नरसिंहपà¥à¤° कलेकà¥à¤Ÿà¤° रहते हà¥à¤ फेसबà¥à¤• पर लिखा था 'अगर कथित बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° से घृणा की होती तो अब तक à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° कम हो चà¥à¤•à¤¾ होता।'
शोà¤à¤¿à¤¤ जैन à¤à¥€ हà¥à¤ शामिल
अब 2000 बैच के आईà¤à¤à¤¸ अफसर शोà¤à¤¿à¤¤ जैन à¤à¥€ विवादित अफसरों की à¤à¥€à¥œ में शामिल हो गठहैं। जैन ने सोशल मीडिया पर मौजूदा राजनीति को लेकर कटाकà¥à¤· किया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने फेसबà¥à¤• पेज पर लिखा है कि राजनीति लोगों को मूरà¥à¤– बनाने की कला है, जो जितना बड़ा à¤à¥‚ठबोलता है, उसके जीतने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ बॠजाती है। à¤à¤• अनà¥à¤¯ पोसà¥à¤Ÿ में लिखा है। यà¥à¤— की विडंबना है कि मगरमचà¥à¤› और à¤à¥‡à¥œà¤¿à¤ अब मछलियों और मेमनो को नैतिकता का पाठपà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हैं। जैन सà¥à¤•à¥‚ल शिकà¥à¤·à¤¾ विà¤à¤¾à¤— के सचिव हैं।