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चुनावी साल में अफसरों की बेबाकी सरकार को पड़ रही भारी

भोपाल। à¤šà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ साल में मप्र सरकार के लिए उसके अफसर चुनौती बनते जा रहे हैं। आए दिन फेसबुक, टि्वटर और अखबारों में लेख के जरिए अफसर नई-नई समस्या खड़ी कर रहे हैं। वहीं सरकार चुनावी माहौल देखते हुए चुप्पी साधे है। उसे अफसरों से सवाल- जवाब करने पर माहौल गर्माने और नुकसान होने की आशंका सता रही है।

पिछले दो साल में आधा दर्जन से ज्यादा आईएएस अफसर राज्य एवं केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली एवं योजनाओं पर सवाल खड़े कर चुके हैं। आईएएस दीपाली रस्तोगी नौकरशाहों की कार्यशैली पर सवाल उठाकर चर्चा में हैं। हाल ही में आईएएस भास्कर लक्षकार ने भी अफसरों के स्वभाव पर कटाक्ष किया है। पूर्व आईएएस डीडी अग्रवाल ने फेसबुक पर ऐसी ही पोस्ट की थी। बाद में इसे हटा दिया था।

पिछले साल तक की कार्रवाई

पिछले साल तक ऐसे अफसरों पर कार्रवाई की गई थी। दो अफसरों ने अपने विचार व्यक्त किए थे, उन्हें हटाकर नोटिस दिए गए। हालांकि ये अफसर नोटिस का जवाब देकर बरी हो गए। अब सरकार नोटिस देने से भी बच रही है।

 

अफसर भी एहतियात बरत रहे

उधर, कार्रवाई के बाद से वर्तमान में अफसर सोशल मीडिया पर सोच-विचार कर लिख रहे हैं। उनकी पूरी कोशिश रहती है कि किसी भी विचार को लेकर उनके खिलाफ सिविल सेवा आचरण अधिनियम के तहत कार्रवाई की स्थिति न बने।

 

किसने क्या लिखा या कहा

दीपाली रस्तोगी : à¤…ंग्रेजी अखबार में लिखे लेख में नौकरशाहों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए लिखा 'अच्छा आईएएस अधिकारी वही माना जाता है, जो नेता की इच्छा के अनुरूप काम करे।'

 

अजय गंगवा : à¤¬à¥œà¤µà¤¾à¤¨à¥€ कलेक्टर रहते हुए फेसबुक पर गांधी-नेहरू परिवार की तारीफ की थी। साथ ही फेसबुक पर ही मोदी की नीतियों का विरोध करने वाली एक पोस्ट को लाइक कर दिया था। इसके बाद उनसे कलेक्टरी छीन ली गई थी।

भास्कर लक्षकार : à¤…सफरों के स्वभाव पर कटाक्ष करते हुए अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है कि 'वो अफसर ही क्या, जो छोटी-मोटी बातों पर सहमत हो जाए।" इससे पहले वे गायक सोनू निगम से जुड़े विवाद पर एक धर्म को लेकर अपनी राय लख चुके हैं।

 

सीबी चक्रवती : à¤¨à¤°à¤¸à¤¿à¤‚हपुर कलेक्टर रहते हुए फेसबुक पर लिखा था 'अगर कथित बुद्धिजीवियों ने भ्रष्टाचार से घृणा की होती तो अब तक भ्रष्टाचार कम हो चुका होता।'

शोभित जैन भी हुए शामिल

 

अब 2000 बैच के आईएएस अफसर शोभित जैन भी विवादित अफसरों की भीड़ में शामिल हो गए हैं। जैन ने सोशल मीडिया पर मौजूदा राजनीति को लेकर कटाक्ष किया है। उन्होंने फेसबुक पेज पर लिखा है कि राजनीति लोगों को मूर्ख बनाने की कला है, जो जितना बड़ा झूठ बोलता है, उसके जीतने की संभावना बढ़ जाती है। एक अन्य पोस्ट में लिखा है। युग की विडंबना है कि मगरमच्छ और भेड़िए अब मछलियों और मेमनो को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हैं। जैन स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव हैं।

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