बिना टिकट के मिली रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर बकरी, जानें फिर कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤†
मà¥à¤‚बई। मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ में लावारिस मिली बकरी अब à¤à¤• नई जिंदगी की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ करने जा रही है। बसंती नाम की इस बकरी को गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को नीलाम किया गया। वह जलà¥à¤¦ ही मà¥à¤‚बई छोड़कर अपनी बाकी की जिंदगी बंगाल के à¤à¤• गांव में बिताà¤à¤—ी।
अबà¥à¤¦à¥à¤² रहमान (48) का परिवार मà¥à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ जिले के à¤à¤• गांव में रहता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤‚बई के छतà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ शिवाजी महाराज टरà¥à¤®à¤¿à¤¨à¤¸ में हà¥à¤ˆ नीलामी में बकरी को 2,500 रà¥à¤ªà¤ में खरीदा है। रहमान रेलवे में पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ वरà¥à¤•à¤° के रूप में काम करते हैं। वह 16 अगसà¥à¤¤ को बकरी को गांव ले जाने की योजना बना रहे हैं।
मंगलवार की शाम को à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को बिना टिकट यातà¥à¤°à¤¾ करते हà¥à¤ मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ में पकड़ा गया था। वह बकरी को सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ में ही छोड़ गया था। रेलवे ने उस बकरी को नीलाम करने का फैसला किया। बकरी को खरीदने के बाद अबà¥à¤¦à¥à¤² à¤à¤¾à¤µà¥à¤• हो गà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मैं बसंती के साथ तà¥à¤°à¤‚त जà¥à¤¡à¤¼ गया। वह सीधी साधी और हमारे गांव में पाई जाने वाली बकरियों की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में कम आकà¥à¤°à¤¾à¤®à¤• दिख रही थी।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इस बकरी को काटा नहीं जाà¤à¤—ा। मैंने उसे खरीदने के लिठअपनी सारी बचत खरà¥à¤š कर दी है, लेकिन मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¸à¤¾ करते हà¥à¤ गरà¥à¤µ हो रहा है। गांव में मैं बसंती के लिठà¤à¤• छोटा सा घर बनाऊंगा, जहां उसकी देखà¤à¤¾à¤² की जाà¤à¤—ी। फिलहाल बसंती को कोलाबा में रखा गया है।