उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने नदी में डूबते 111 कावड़ियों को बचाया, बना रिकॉरà¥à¤¡
कांवड़ लेकर कांवड़िठअपने-अपने गंतवà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚च रहे हैं, जहां वो à¤à¤—वान शिव का जलाà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करेंगे. इस साल करीब तीन करोड़ कांवड़ यातà¥à¤°à¥€ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° पहà¥à¤‚चे, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤ ढंग से नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया गया. साथ ही नदी में डूबते हà¥à¤ 111 कावड़ियों को जल पà¥à¤²à¤¿à¤¸ और à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤°à¤à¤« ने अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया.
आजतक से खास बातचीत में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के ADG अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤° ने कहा कि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° से लेकर उतà¥à¤¤à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¥€ के गंगोतà¥à¤°à¥€ धाम तक इस बार जल पà¥à¤²à¤¿à¤¸ और à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤°à¤à¤« ने à¤à¤• रिकॉरà¥à¤¡ कायम किया है. इस साल कांवड़ यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान à¤à¤• ही लकà¥à¤·à¥à¤¯ रहा कि किसी की à¤à¥€ जान नहीं जानी चाहिà¤.
अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤° ने कहा कि अकà¥à¤¸à¤° à¤à¤¸à¤¾ होता है, जब पानी के तेज बहाव में बहकर कई कावड़िठअपनी जान से हाथ धो बैठते हैं. मगर इस बार हमने ये पà¥à¤°à¤£ लिया था कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पà¥à¤²à¤¿à¤¸ सबकी यातà¥à¤°à¤¾ को न सिरà¥à¤« सफल बनाने में मदद करेगी, बलà¥à¤•à¤¿ उनकी सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ की पूरी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ करेगी. कांवड़ियों की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ में किसी à¤à¥€ तरह की कोताही नहीं बरती जाà¤à¤—ी.
अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤° ने बताया कि अगर गंगा जल के लिठआठकिसी à¤à¥€ à¤à¤•à¥à¤¤ या यातà¥à¤°à¥€ की मौत डूबकर हो जाती है, तो बेहद दà¥à¤– होता है. इस बार जल पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने दिन रात à¤à¤• करके 111 लोगों की जान बचाने में कामयाबी पाई है.
SDRF ने विपरीत परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ निà¤à¤¾à¤ˆ जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€
कांवड़ यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान मौसम को लेकर ADG ने कहा कि जबरदसà¥à¤¤ बारिश की वजह से कà¥à¤› जगह à¤à¤¸à¥€ रही हैं, जहां पर पानी के बà¥à¤¨à¥‡ से मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² पैदा हà¥à¤ˆ. हालांकि वहां à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤°à¤à¤« दीवार बनकर खड़ी रही और विपरीत परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में अपनी जान की परवाह न करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ ऑपरेशन को अंजाम दिया. à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤°à¤à¤« ने पहाड़ों पर जहां रासà¥à¤¤à¥‡ बंद हो गà¤, वहां से सà¤à¥€ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सही सलामत निकालने की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ बखूà¤à¥€ निà¤à¤¾à¤ˆ और लोगों को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ निकाला.
रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ टीम का लोगों को बचाने में लगने लगा है दिल
गौहरी माफी आपदा में रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ टीम को लीड कर रहे सचिन रावत ने बताया कि जब हम à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤°à¤à¤« टीम में आठथे, तब से अब तक हमारे मन में जितना परिवरà¥à¤¤à¤¨ आया है, उस पर खà¥à¤¦ हमको à¤à¥€ यकीन नहीं हो रहा है. फंसे हà¥à¤ लोगों को जब हम रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ करते हैं और उसके बाद जब बचने वाले लोग सिर पर हाथ रखकर हमको दà¥à¤†à¤à¤‚ देते हैं, तो दिल, दिमाग और शरीर जोश से à¤à¤° जाता है और फिर से लोगों को बचाने की à¤à¤• शकà¥à¤¤à¤¿ मिल जाती है. अब तो हालात ये हैं कि बस हमको ईशà¥à¤µà¤° à¤à¤¸à¥‡ ही लोगों की सेवा करने दे. अब सिरà¥à¤« दिल लोगों को बचाने में ही लगता है.