सीà¤à¤® शिवराज सिंह चौहान को जान से मारने की धमकी ,दो गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤°
मई 2018 को पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की जेल से छूटकर बरघाट लौटे जितेंदà¥à¤° अरà¥à¤œà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤° को à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² की साइबर कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤® पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° कर लिया है। बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° रात जितेंदà¥à¤° व उसके à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¤°à¤¤ अरà¥à¤œà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤° को घर से गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° कर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² ले गई।
उसने à¤à¤¾à¤ˆ के टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° अकाउंट से सीà¤à¤® शिवराज सिंह चौहान को जान से मारने की धमकी दी थी। हालांकि दोनों को जमानत à¤à¥€ मिल गई है। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महानिरीकà¥à¤·à¤• इंटेलीजेंस मकरंद देउसà¥à¤•à¤° ने बताया कि जितेनà¥à¤¦à¥à¤° के पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ रिकॉरà¥à¤¡ को पà¥à¤²à¤¿à¤¸ खंगाल रही है। जितेनà¥à¤¦à¥à¤° ने सोशल मीडिया पर मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ को धमकी देने के लिठजिस सिम का उपयोग किया था, वह उसके à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¤°à¤¤ के नाम पर है।पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° पर जितेंदà¥à¤° ने लिखा था कि अगर सीà¤à¤® शिवराज सिवनी आठतो वह सीà¤à¤® को जान से मार देगा। जितेंदà¥à¤° व उसके à¤à¤¾à¤ˆ ने 5 से 7 अगसà¥à¤¤ के बीच पांच बार सीà¤à¤® को धमकी à¤à¤°à¤¾ मैसेज à¤à¥‡à¤œà¤¾ था। साइबर कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤® पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने धमकी à¤à¤°à¤¾ मैसेज à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ वालों को टà¥à¤°à¥‡à¤¸ कर गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° कर लिया है। सगे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ने सीà¤à¤® को धमकी à¤à¤°à¥‡ मैसेज कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¥‡à¤œà¥‡à¥¤ इस बात का पता लगाने में साइबर कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤® पà¥à¤²à¤¿à¤¸ जà¥à¤Ÿà¥€ हà¥à¤ˆ है। दोनों के खिलाफ धारा 506, 507, 66, 66 सी आईटी à¤à¤•à¥à¤Ÿ के तहत पà¥à¤°à¤•à¤°à¤£ दरà¥à¤œ कर कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ की जा रही है।जितेंदà¥à¤° अरà¥à¤œà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤° खून से जà¥à¥œà¥€ सिकलसेल à¤à¤¨à¥€à¤®à¤¿à¤¯à¤¾ बीमारी से पीड़ित है। पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ जेल से रिहा होने के बाद सरकार व सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने जितेंदà¥à¤° को इलाज के लिठजरूरी मदद उपलबà¥à¤§ कराने का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ दिलाया था। पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ बॉरà¥à¤¡à¤° से रिहा होने के बाद जितेंदà¥à¤° को इलाज के लिठदिलà¥à¤²à¥€ लाया गया था। यहां पर उसे बीमारी से जà¥à¥œà¥€ जरूरी दवाइयां मà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ कराई गई थीं। वहीं सिवनी पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने à¤à¥€ परिवार से मदद की बात कही थी। जितेंदà¥à¤° को घर लाने के लिठसिवनी पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने 10 हजार रà¥à¤ªà¤ की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहायता à¤à¥€ दी थी। आगे की जरूरतों के लिठसà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ विà¤à¤¾à¤— से संपरà¥à¤• करने को कहा गया था।बिना बताठघर से निकले बरघाट के जितेंदà¥à¤° अरà¥à¤œà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤° को पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ रेंजरà¥à¤¸ ने 12 अगसà¥à¤¤ 2013 को à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सीमा से 35 किमी दूर सिंध छावनी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° किया था। जितेंदà¥à¤° पानी की तलाश में à¤à¤²à¤“सी पार कर पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में दाखिल हो गया था। बाद में उसे पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की जेल में कैद कर रखा गया था। अपà¥à¤°à¥ˆà¤² 2018 में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नागरिकता की पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ होने के बाद जितेंदà¥à¤° को मई 2018 में कराची की मलिर जेल से पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ सरकार ने रिहा किया था।