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सीएम शिवराज सिंह चौहान को जान से मारने की धमकी ,दो गिरफ्तार

 à¤®à¤ˆ 2018 को पाकिस्तान की जेल से छूटकर बरघाट लौटे जितेंद्र अर्जुनवार को भोपाल की साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार रात जितेंद्र व उसके भाई भरत अर्जुनवार को घर से गिरफ्तार कर पुलिस भोपाल ले गई।

उसने भाई के ट्विटर अकाउंट से सीएम शिवराज सिंह चौहान को जान से मारने की धमकी दी थी। हालांकि दोनों को जमानत भी मिल गई है। पुलिस महानिरीक्षक इंटेलीजेंस मकरंद देउस्कर ने बताया कि जितेन्द्र के पुराने रिकॉर्ड को पुलिस खंगाल रही है। जितेन्द्र ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री को धमकी देने के लिए जिस सिम का उपयोग किया था, वह उसके भाई भरत के नाम पर है।पुलिस के मुताबिक ट्विटर पर जितेंद्र ने लिखा था कि अगर सीएम शिवराज सिवनी आए तो वह सीएम को जान से मार देगा। जितेंद्र व उसके भाई ने 5 से 7 अगस्त के बीच पांच बार सीएम को धमकी भरा मैसेज भेजा था। साइबर क्राइम पुलिस ने धमकी भरा मैसेज भेजने वालों को ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया है। सगे भाइयों ने सीएम को धमकी भरे मैसेज क्यों भेजे। इस बात का पता लगाने में साइबर क्राइम पुलिस जुटी हुई है। दोनों के खिलाफ धारा 506, 507, 66, 66 सी आईटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।जितेंद्र अर्जुनवार खून से जुड़ी सिकलसेल एनीमिया बीमारी से पीड़ित है। पाकिस्तान जेल से रिहा होने के बाद सरकार व स्थानीय प्रशासन ने जितेंद्र को इलाज के लिए जरूरी मदद उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया था। पाकिस्तान बॉर्डर से रिहा होने के बाद जितेंद्र को इलाज के लिए दिल्ली लाया गया था। यहां पर उसे बीमारी से जुड़ी जरूरी दवाइयां मुहैया कराई गई थीं। वहीं सिवनी पुलिस ने भी परिवार से मदद की बात कही थी। जितेंद्र को घर लाने के लिए सिवनी पुलिस ने 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता भी दी थी। आगे की जरूरतों के लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करने को कहा गया था।बिना बताए घर से निकले बरघाट के जितेंद्र अर्जुनवार को पाकिस्तानी रेंजर्स ने 12 अगस्त 2013 को भारतीय सीमा से 35 किमी दूर सिंध छावनी क्षेत्र में गिरफ्तार किया था। जितेंद्र पानी की तलाश में एलओसी पार कर पाकिस्तान में दाखिल हो गया था। बाद में उसे पाकिस्तान की जेल में कैद कर रखा गया था। अप्रैल 2018 में भारतीय नागरिकता की पुष्टि होने के बाद जितेंद्र को मई 2018 में कराची की मलिर जेल से पाकिस्तान सरकार ने रिहा किया था।

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