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21 अगस्त के बाद आएगा कांग्रेस का घोषणा-पत्र

भोपाल । à¤®à¤§à¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¨à¤¸à¤­à¤¾ चुनाव में कांग्रेस के घोषणा-पत्र को लेकर सोमवार को दिल्ली में मैराथन बैठक हुई। करीब आठ घंटे चली बैठक में यह सामने आया कि अब घोषणा-पत्र कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपने की तारीख आगे बढ़ेगी। पहले इसके लिए 15 अगस्त की तारीख तय की गई थी। अब यह 21 अगस्त के बाद ही जारी हो सकेगा।

घोषणा-पत्र समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में दोपहर साढ़े 12 बजे बैठक शुरू हुई। बैठक रात करीब सवा आठ बजे तक चली। इसमें पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ देरी से शामिल हुए। वहीं घोषणा-पत्र समिति के नरेंद्र नाहटा, विवेक तन्खा, मीनाक्षी नटराजन, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी आदि शामिल हुए। मंगलवार को दिल्ली में समिति की बैठक का दूसरा दौर होगा और अंतिम बैठक भोपाल में 20 अगस्त को होगी। इसके बाद घोषणा-पत्र सही आकार लेगा। à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि व्यापमं घोटाले से बड़ा ई-टेंडरिंग घोटाला है, जिसे जांच के नाम पर दबाने का प्रयास किया जा रहा है। दो माह बीतने के बाद भी अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है। नाथ ने कहा कि नल-जल समूह योजना के तहत गांव में पानी पहुंचाने के लिए बनी परियोजनाओं के 1 हजार करोड़ रुपए के तीन टेंडर में टेम्परिंग का मामला आया था।इसके बाद जल संसाधन, पीडब्ल्यूडी, महिला बाल विकास, नगरीय प्रशासन व विकास, नर्मदा घाटी विकास, मप्र सड़क विकास निगम सहित कई अन्य विभागों के टेंडर में गड़बड़ी की बातें सामने आईं। पूरा मामला सामने आने के तीन दिन बाद जांच आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को सौंपी गई। नाथ ने कहा कि शुरुआत में ही सीबीआई से जांच की मांग की गई थी और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था।

 

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