'सरकार' की दलील कमजोर, 552 केस में से 444 बरी, सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤® के
इंदौर। सरकारी वकीलों की à¤à¤¾à¤°à¥€ à¤à¤°à¤•à¤® फौज के बावजूद जिला कोरà¥à¤Ÿ में 'सरकार' की दलील कमजोर साबित हो रही है। हर 10 में से आठमामलों में आरोपित का दोष साबित ही नहीं हो पा रहा। सालà¤à¤° के आंकड़ों पर नजर डालें तो महज 20 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ मामलों में ही आरोपितों को सजा तक पहà¥à¤‚चाया जा सका है। कोरà¥à¤Ÿ खà¥à¤¦ मान रही है कि अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ आरोप सिदà¥à¤§ नहीं करा पा रहा। à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की इनà¥à¤µà¥‡à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤—ेशन और वकीलों की काबिलियत दोनों शक के दायरे में है। इसके लिठदोनों à¤à¤•-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं।
वकीलों का कहना है कि वे उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ तथà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को कोरà¥à¤Ÿ में रखते हैं, जो पà¥à¤²à¤¿à¤¸ जांच में सामने आते हैं। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ का कहना है कि वे ईमानदारी से जांच कर तथà¥à¤¯ जà¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥‡ हैं। जिला कोरà¥à¤Ÿ में वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में 27 à¤à¤¡à¥€à¤ªà¥€à¤“, 15 à¤à¤œà¥€à¤ªà¥€, 3 विशेष लोक अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤•, शासकीय अधिवकà¥à¤¤à¤¾ और जिला अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ अधिकारी हैं। à¤à¤¡à¥€à¤ªà¥€à¤“ (सहायक जिला अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ अधिकारी) जेà¤à¤®à¤à¤«à¤¸à¥€ (जà¥à¤¯à¥‚डिशियल मजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ फरà¥à¤¸à¥à¤Ÿ कà¥à¤²à¤¾à¤¸) कोरà¥à¤Ÿ में पैरवी करते हैं, जबकि à¤à¤œà¥€à¤ªà¥€ (अतिरिकà¥à¤¤ लोक अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤•) सेशन कोरà¥à¤Ÿ में शासन का पकà¥à¤· रखते हैं।
जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 2017 से अगसà¥à¤¤ 2018 तक के आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान जिला कोरà¥à¤Ÿ में 552 केसों में फैसला हà¥à¤†à¥¤ इनमें से 108 में ही सजा हà¥à¤ˆ, बाकी 444 केसों में अपराध ही सिदà¥à¤§ नहीं हो पाया। इन 552 में से 430 की सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ सेशन कोरà¥à¤Ÿ में हà¥à¤ˆ, जबकि जेà¤à¤®à¤à¤«à¤¸à¥€ कोरà¥à¤Ÿ में 122 में फैसला आया। जेà¤à¤®à¤à¤«à¤¸à¥€ कोरà¥à¤Ÿ में सरकार की सफलता का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ 21 तो सेशन कोरà¥à¤Ÿ में महज 19 है।