फैकà¥à¤Ÿ चेक- कà¥à¤¯à¤¾ आपको आज रात आसमान में दो-दो चांद नज़र आà¤à¤‚गे?
“27 अगसà¥à¤¤ की रात 12.30 बजे आसमान में आपको दो चांद नजर आà¤à¤‚गे. लेकिन उनमें से à¤à¤• ही चांद होगा. दूसरा मंगल होगा. à¤à¤¸à¤¾ नज़ारा फिर 2287 तक नहीं दिखेगा. इस वकà¥à¤¤ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में जितने à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जीवित हैं उनमें से पहले कà¤à¥€ किसी ने à¤à¤¸à¤¾ होते नहीं देखा होगा”. ये संदेश इस वकà¥à¤¤ ईमेल और वà¥à¤¹à¤¾à¤Ÿà¥à¤¸à¤à¤ª पर धड़लà¥à¤²à¥‡ से साà¤à¤¾ किया जा रहा है.
इसी संदेश को अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ के अलावा अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में à¤à¥€ वà¥à¤¹à¤¾à¤Ÿà¥à¤¸à¤…प गà¥à¤°à¥à¤ªà¥‹à¤‚ में à¤à¥‡à¤œà¤¾ जा रहा है. इससे पहले कि आप à¤à¥€ इस खगोलीय घटना को अपनी आंखों से देखने के लिठसोचने लगें तो सावधान.इस फरà¥à¤œà¥€ संदेश पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ मत कीजिà¤. न ही आपको रात देर तक जाग कर आकाश पर टकटकी लगाने की जरूरत है.
à¤à¤¸à¤¾ इसलिठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आकाश में à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं होने जा रहा है. न अà¤à¥€ और न आगे à¤à¥€ कà¤à¥€. लगता है कि अफवाह फैलाने वाली फैकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ कà¤à¥€ थकती नहीं हैं और à¤à¤• ही अफवाह को साल दर साल फैलाने से बाज नहीं आतीं.
रिवरà¥à¤¸ इमेज सरà¥à¤š से पता चला कि दो चांद की फोटोशॉप तसà¥à¤µà¥€à¤° और साथ में यही समान संदेश, बार बार फैलाई जाने वाली अफवाह की बेजोड़ मिसाल है.
2005 के बाद से लगातार हर साल इस संदेश को जीवनकाल की अदà¥à¤à¥à¤¤ खगोलीय घटना बता कर सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है. नागरिक अंतरिकà¥à¤· कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ के लिठजिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° अमेरिका की फेडरल à¤à¤œà¥‡à¤‚सी- नेशनल à¤à¤°à¥‹à¤¨à¥‰à¤Ÿà¤¿à¤•à¥à¤¸ à¤à¤‚ड सà¥à¤ªà¥‡à¤¸ à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ (NASA) की ओर से 2005 से ही लोगों को आगाह और शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने की कोशिश की जा रही है कि ये महज अफवाह है कि मंगल धरती के इतना करीब आ जाà¤à¤—ा कि ये दूसरे चांद की तरह नजर आने लगेगा.
लेकिन हैरानी की बात है कि ये संदेश इतने साल से चला आ रहा है और लोग फिर फिर à¤à¥€ इसे सच समठकर सरà¥à¤•à¥à¤²à¥‡à¤Ÿ करते रहते हैं? वायरल संदेश जिसमें ये दावा किया गया है कि आज रात (27 अगसà¥à¤¤) को मंगल धरती के पास आà¤à¤—ा और चांद के जितना ही बड़ा दिखेगा , कà¥à¤› हद तक सही है. वासà¥à¤¤à¤µ में, नासा के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• मंगल पिछले महीने 27 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ से 30 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ के बीच à¤à¥€ इतना ही धरती के करीब था. तब ये 576 लाख किलोमीटर की दूरी पर था.
15 साल पहले की बात की जाठतो 27 अगसà¥à¤¤ 2003 को लाल गृह यानी मंगल पृथà¥à¤µà¥€ के असाधारण तौर पर करीब यानि 546 लाख किलोमीटर की दूरी पर आ गया था. नासा ने à¤à¤• बयान में कहा, ‘2003 में मंगल 60,000 साल में धरती के सबसे करीब आया था. इतना करीब अब वो 2287 से पहले कà¤à¥€ नहीं आà¤à¤—ा’.
मंगल जैसा साधारण तौर पर दिखता है उसकी तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में 2003 में 6 गà¥à¤£à¤¾ अधिक बड़ा और 85 गà¥à¤£à¤¾ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ चमकदार नजर आया था. लेकिन कà¥à¤¯à¤¾ मंगल धरती के करीब आने पर हमें चांद की तरह बड़ा दिख सकता है? इसका जवाब ‘नहीं’ और टकà¤à¥€ नहीं’ में है.
नासा ने अपनी वेबसाइट पर इस अफवाह को लेकर लोगों को जागरूक और शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने के लिठबड़ी चेतावनी दी है- ‘मंगल की अफवाह से मूरà¥à¤– मत बनिà¤. अफवाह ये कि रात को मंगल आसमान में चांद की तरह ही बड़ा दिखेगा. अगर à¤à¤¸à¤¾ सच होता तो हम धरती, मंगल और चांद के गà¥à¤°à¥à¤¤à¥à¤µà¤¾à¤•à¤°à¥à¤·à¤£ बल की वजह से बड़ी परेशानी में होते’.
जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ जानकारी के लिठकà¥à¤²à¤¿à¤• करें
à¤à¤¸à¥‡ में जो लोग जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 2018 में मंगल को धरती के सबसे करीब नहीं देख सके, वो अब 6 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2020 को ही à¤à¤¸à¤¾ देख सकेंगे जब मंगल और धरती के बीच दूरी 620.7 लाख किलोमीटर होगी. इसलिठआज रात को ‘दूसरा चांद’ देखने के चकà¥à¤•à¤° में अपना समय मत वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ करें.