धारा 377: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ के फैसले पर बॉलीवà¥à¤¡ हसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने यूं दिया रिà¤à¤•à¥à¤¶à¤¨
सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ की पांच सदसà¥à¤¯à¥€à¤¯ संविधान पीठने गà¥à¤°à¥‚वार को à¤à¤•à¤®à¤¤ से 158 साल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दंड संहिता की धारा 377 के उस हिसà¥à¤¸à¥‡ को निरसà¥à¤¤ कर दिया जिसके तहत परसà¥à¤ªà¤° सहमति से अपà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• यौन संबंध अपराध था। अलीगढ़ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° रामचंदà¥à¤° सिरस के जीवन से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ होकर 'अलीगढ़ फिलà¥à¤® बनाने वाले निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤• हंसल मेहता ने इस फैसले को 'नई शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ बताया। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समलैंगिक होने के कारण à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ का सामना करना पड़ा था। हंसल मेहता ने टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ कर कहा, 'à¤à¤• नई शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥¤ कानून ने अपना काम किया। सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने वह किया जो संसद नहीं कर पाई। अब समय आ गया है कि रवैया बदला जाà¤à¥¤ चलिठखà¥à¤¶ हों लेकिन साथ ही दिखे à¤à¥€ कि यह à¤à¤• नई शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ है। वहीं, फिलà¥à¤® निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ करण जौहर ने à¤à¥€ इस फैसले की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने टिà¥à¤µà¤Ÿà¤° पर लिखा, 'à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• फैसला। आज बहà¥à¤¤ गौरवानà¥à¤µà¤¿à¤¤ हूं। समलैंगिकता को अपराध के दायरे से बाहर रखना और धारा 377 रदà¥à¤¦ करना मानवता तथा समान अधिकारों के लिठमहतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। देश को अपनी ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ वापस मिल गई।'
इतना ही नहीं, à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤° अरà¥à¤œà¥à¤¨ कपूर ने कहा, 'विवेक की à¤à¤• बार फिर जीत हà¥à¤ˆà¥¤ हम विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कर सकते हैं कि हमारे पास इस पीढ़ी के लिठनिरà¥à¤£à¤¯ लेने वाले कà¥à¤› समà¤à¤¦à¤¾à¤° लोग और सांसद हैं।' à¤à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤¸ सोनम कपूर ने कहा कि à¤à¤²à¤œà¥€à¤¬à¥€à¤Ÿà¥€à¤•à¥à¤¯à¥‚आई समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के लिठउनकी आंखों में खà¥à¤¶à¥€ के आंसू हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, 'à¤à¤• दिन कोई लेबल नहीं होगा और हम सà¤à¥€ आदरà¥à¤¶ समाज में रहेंगे।
'अलीगढ़ के पटकथा लेखक अपूरà¥à¤µ असरानी ने कहा कि इस समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ को आजादी पाने के लिठ71 साल लगे लेकिन उनकी आवाज दबाई नहीं जा सकी। वहीं, à¤à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤¸ सà¥à¤µà¤°à¤¾ à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•à¤° ने कहा कि यह फैसला दिखाता है कि लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ नैतिकता संवैधानिक अधिकारों को नहीं कà¥à¤šà¤² सकती। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, 'शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ माननीय उचà¥à¤šà¤¤à¤® नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥¤ मैं उमà¥à¤®à¥€à¤¦ करता हूं कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के नागरिक सà¥à¤¨ रहे हैं। बहà¥à¤®à¤¤à¤µà¤¾à¤¦à¥€ विचार और लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ नैतिकता संवैधानिक अधिकार तय नहीं कर सकते। हमें पूरà¥à¤µà¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ को खतà¥à¤® करना, सà¤à¥€ तरह के लोगों को गले लगाना और समान अधिकार सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करने होंगे।
à¤à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤¸ निमरत कौर ने माइकà¥à¤°à¥‹ बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग साइट पर लिखा, 'अलविदा धारा 377। जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ मà¥à¤¬à¤¾à¤°à¤• 2018। समान पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥¤ समान जिंदगियां। आज गौरवानà¥à¤µà¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ हूं। फरहान अखà¥à¤¤à¤° ने कहा कि यह फैसला समय की मांग है। अà¤à¤¿à¤¨à¥‡à¤¤à¤¾ आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ खà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ ने à¤à¥€ धारा 377 को खतà¥à¤® करने का जशà¥à¤¨ मनाया। अà¤à¤¿à¤¨à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€ कलà¥à¤•à¤¿ कोचलिन ने लिखा, ''आज बहà¥à¤¤ खà¥à¤¶ हूं।