अपने ही DGP को नहीं पहचान पाठदारोगा और सिपाही
नोà¤à¤¡à¤¾à¤ƒ अपनी लापरवाही के कारण उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ हमेशा सà¥à¤°à¥à¤–ियों में बनी रहती है। इस समय à¤à¥€ दो पà¥à¤²à¤¿à¤¸à¤•à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की लापरवाही चरà¥à¤šà¤¾ का विषय बनी हà¥à¤ˆ है। मामला डीजीपी ओपी सिंह और उनके विà¤à¤¾à¤— के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ हà¥à¤† है।
दरअसल, डीजीपी ओम पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ सिंह अचानक गौतमबà¥à¤¦à¥à¤§ नगर जिला के नोà¤à¤¡à¤¾ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ आमà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤²à¥€ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ चौकी का निरीकà¥à¤·à¤£ करने पहà¥à¤‚चे। जिस समय डीजीपी वहां पहà¥à¤‚चे चौकी इंचारà¥à¤œ और सिपाही बिना वरà¥à¤¦à¥€ और कैप के थे। सब इंसà¥à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤° हरिà¤à¤¾à¤¨ सिंह और कॉनà¥à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤¬à¤² योगेश कà¥à¤®à¤¾à¤° से डीजीपी ने जब सवाल किठतो दोनों बहस करने लगे।
वहीं सिविल डà¥à¤°à¥‡à¤¸ में डीजीपी के पहà¥à¤‚चने की सूचना मिलते ही पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महकमे में हड़कंप मच गया। à¤à¤¸à¤à¤¸à¤ªà¥€ मौके पर पहà¥à¤‚चे और अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¹à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ करने वाले दारोगा और सिपाही को ससà¥à¤ªà¥‡à¤‚ड कर दिया। डीजीपी के जाने के बाद पà¥à¤²à¤¿à¤¸à¤•à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने राहत की सांस ली।