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प्रधानमंत्री ने कहा- सैयदना साहब ने दी देश और मातृभूमि से प्रेम करने की सीख

इंदौर। à¤ªà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚त्री नरेंद्र मोदी बोहरा समाज के धर्मगुरु डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन की वाअज में शामिल हुए। यहां सैफी नगर मस्जिद में उन्होंने धर्मगुरु सैयदना से मुलाकात की। उन्होंने यहां सैयदना के साथ मरसिये नोहा इमाम हुसैन के पढ़ा। मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जो सैयदना की वाअज में शामिल हुए।सैयदना साहब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तहेदिल से स्वागत किया। पीएम मोदी एयरपोर्ट से सीधे सैफी नगर स्थित बोहरा समाज की सबसे बड़ी मस्जिद पहुंचे। जैसे ही पीएम का काफिला मस्जिद पहुंचा, खुद डॉ. सैयदना उन्हें लेने दरवाजे तक आए। बेहद गर्मजोशी से उन्होंने पीएम मोदी को गले लगाकर स्वागत किया।अपने संबोधन में डॉ. सैयदना ने कहा कि यहां हम अपने वतन हिंदुस्तान में सुकून में हैं। यहां गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान में हमारे धर्मस्थल अनमोल मोती की तरह है। सैयदना साहब ने समाजजनों को भाईचारे का संदेश दिया और कहा कि देश की तरक्की में योगदान दें। इसके साथ ही शिवराज सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने मेजबान और मेहमान के रूप में भूमिका निभाई। उन्होंने प्रधानमंत्री को स्वच्छता अभियान और मेक इन इंडिया के लिए शुभकामनाएं दी। डॉ. सैयदना ने कहा कि हिंदुस्तान तरक्की करे और प्रगित व प्रेम का ये पैगाम पूरी दुनिया में जाए। डॉ. सैयदना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने पिता के संबंधों की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि सभी मजहब प्रेम करना सिखाते हैं। डॉ. सैयदना ने पीएम मोदी को जन्मदिन की अग्रिम बधाई दी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अशरा मुबारक के इस पवित्र अवसर पर भी आपने मुझे यहां आने का मौका दिया, इसके लिए बहुत आभार। उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन के पवित्र संदेश को आपने अपने जीवन में उतारा है और दुनिया में उनका पैगाम पहुंचाया। इमाम हुसैन अमन और इंसाफ के लिए शहीद हो गए थे। उन्होंने अन्याय, अहंकार के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद की थी। उनकी ये सीख जितनी तब महत्वपूर्ण थी उससे अधिक आज की दुनिया के लिए ये अहम है। हम पूरे विश्व को एक परिवार मानने वाले, सबको साथ लेकर चलने की परंपरा का मानने वाले लोग हैं। हमारे समाज की, हमारी विरासत की, यही शक्ति है जो हमें दुनिया के दूसरे देशों से अलग करती है।

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