उलà¥â€à¤Ÿà¤¾ लटककर यà¥à¤µà¤• ने बोरवेल में गिरे बालक को 20 फीट गहराई से निकाला
à¤à¤¿à¤¤à¤°à¤µà¤¾à¤°à¥¤ à¤à¤¿à¤¤à¤°à¤µà¤¾à¤° विकासखंड मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से आठकिलोमीटर दूर बामरोल गांव में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤• खेत के बोरवैल में शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° की शाम 5:45 बजे डेॠवरà¥à¤·à¥€à¤¯ बालक गिर गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहà¥à¤‚चे पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• अधिकारी और रेसकà¥à¤¯à¥‚ टीम जब बचà¥à¤šà¥‡ को निकालने की योजना बना रहे थे। तà¤à¥€ गांव में रहने वाला à¤à¤• यà¥à¤µà¤• मौके पर पहà¥à¤‚चा और आगà¥à¤°à¤¹ कि या, मà¥à¤à¥‡ इस गडà¥à¤¢à¥‡ में जाने दो, मैं बचà¥à¤šà¥‡ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ बाहर निकाल लाऊंगा।अधिकारियों ने उसे सिरà¥à¤« à¤à¤• मिनट के लिठअनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दी। इसके बाद को यà¥à¤µà¤• को रसà¥à¤¸à¥€ के सहारे उलà¥à¤Ÿà¤¾ लटकाकर बोर में उतारा गया और वह करीब 20 फीट गहराई में जाकर पांच मिनट बचà¥à¤šà¥‡ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ निकाल लाया। पूरे घटनाकà¥à¤°à¤® में करीब à¤à¤• घंटे का समय लगा।
जानकारी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, बॉबी (डेॠवरà¥à¤·) अपनी ताई अवधेशीबाई के साथ शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° की शाम को पशà¥à¤“ं को खिलाने के लिठखेत से चारा काटने गई थी। इसके पीछे उसका बेटा बॉबी à¤à¥€ चल रहा था। इसी बीच बॉबी खेत में बने बोरवैल में गिर गया। जब à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ ने पीछे मà¥à¥œà¤•à¤° देखा, तो वहां पर कोई à¤à¥€ नहीं दिखा। उसने इधर-उधर देखा लेकि न बचà¥à¤šà¤¾ नहीं दिखा। बाद में उसने बोर में à¤à¤¾à¤‚ककर देखा तो बचà¥à¤šà¥‡ के रोने की आवाज आई। इसके बाद उसने शोर मचाना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया और वहां पर लोगों की à¤à¥€à¥œ लगना शà¥à¤°à¥‚ हो गई।
पता चलते ही उसकी मां à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ à¤à¥€ मौके पर पहà¥à¤‚च गई। इसके बाद गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£à¥‹à¤‚ ने सबसे पहले à¤à¤¿à¤¤à¤°à¤µà¤¾à¤° à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤“पी कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में सूचना दी। इसके तà¥à¤°à¤‚त बाद à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤à¤® अशोक सिंह चौहान, तहसीलदार गà¥à¤²à¤¾à¤¬ बघेल, थाना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ रतà¥à¤¨à¥‡à¤¶ यादव मौके पर पहà¥à¤‚चे। बीà¤à¤¸à¤à¤« की टीम à¤à¥€ बà¥à¤²à¤¾ ली गई।