हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ का विचार संघ ने नहीं खोजा, यह RSS से à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾: मोहन à¤à¤¾à¤—वत
राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवक संघ (RSS) के दिलà¥à¤²à¥€ में 'à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ का à¤à¤¾à¤°à¤¤: राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवक संघ का दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£' नामक तीन दिवसीय कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दूसरे दिन संघ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– मोहन à¤à¤¾à¤—वत संघ और हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ के रिशà¥à¤¤à¥‡ पर अपनी बात रख रहे हैं.
विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤¨ में हà¥à¤ इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ गृह राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ किरण रिजिजू, पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ जावड़ेकर, जितेंदà¥à¤° सिंह, राम माधव, दलबीर सिंह सà¥à¤¹à¤¾à¤—, विजय गोयल, केसी तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी, सà¥à¤¬à¥à¤°à¤®à¤£à¥à¤¯à¤® सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, उमा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€, आरके सिंह, अमर सिंह आदि राजनेता शामिल हà¥à¤.
हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ देश का पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ विचार
हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ का विचार संघ ने नहीं खोजा, यह पहले से चलता आया है. दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ सà¥à¤– की खोज बाहर कर रही थी, हमने अपने अंदर की. वहीं से हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ को असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ की à¤à¤•à¤¤à¤¾ का मंतà¥à¤° मिला. विवेकानंद ने रामकृषà¥à¤£ परमहंस से पूछा था कि कà¥à¤¯à¤¾ आपने à¤à¤—वान को देखा है, इस पर परमहंस ने कहा कि रोज देखता हूं और मेरी सà¥à¤¨à¥‹à¤—े तो तà¥à¤® à¤à¥€ देख सकोगे. बहà¥à¤¤ लोग आज à¤à¥€ हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ नहीं सनातन धरà¥à¤® कहते हैं. नौवीं सदी में हिंदू शबà¥à¤¦ हमारे गà¥à¤°à¤‚थों में आया. लोकà¤à¤¾à¤·à¤¾ में विदेशी विचारकों के आगमन के साथ हिंदू शबà¥à¤¦ आया. पहले संतों ने इस शबà¥à¤¦ को पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ किया.
रिलीजन का अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ धरà¥à¤® करने से à¤à¥à¤°à¤®
असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ की à¤à¤•à¤¤à¤¾, सबके साथ चलना à¤à¤•à¤¸à¤¾à¤¥ है. वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ और समाज परसà¥à¤ªà¤° à¤à¤•à¤¸à¤¾à¤¥ चल सकता है. हम ये कहते हैं तो लोग कहते हैं कि हिंदू विचार को वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ कर रहे हैं. धरà¥à¤® शबà¥à¤¦ को लेकर à¤à¥€ बड़ा à¤à¥à¤°à¤® है. यह शबà¥à¤¦ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में ही मिलता है. रिलीजन का अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ धरà¥à¤® से करने में गलतफहमी होती है. धरà¥à¤® शासà¥à¤¤à¥à¤° हिंदà¥à¤“ं के लिठनहीं हैं, वह मानवजाति के लिठहै. हमारे धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° हिंदू शबà¥à¤¦ आने से पहले ही रचे गà¤. हमने अपने आपको कà¤à¥€ विशà¥à¤µ से अलग नहीं माना. हम तबसे सारी विविधताओं को लेकर à¤à¤• राषà¥à¤Ÿà¥à¤° और à¤à¤• समाज को लेकर चल रहे हैं. इसकी वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ पाशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥à¤¯ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से नहीं की जा सकती है.
हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ जकड़ने वाली वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं
आंबेडकर ने संसद में हिंदू कोड बिल की चरà¥à¤šà¤¾ करने के दौरान कहा था कि आप कोड को धरà¥à¤® समठरहे हो, मैं कोड को बदल रहा हूं, मूलà¥à¤¯ वही रहेंगे. तब से लेकर आज तक हमारे देवी-देवता बदल गठहैं. हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ कà¤à¥€ खाने-पीने के वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में जकड़ने वाली, खास पूजा, à¤à¤¾à¤·à¤¾, पà¥à¤°à¤¾à¤‚त, पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ पर जोर देने वाली वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं रही है. हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पैदा हà¥à¤†, लेकिन बाद में दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में फैला. हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ मानता है कि सारे मत सही हैं. विविधताà¤à¤‚ सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¯ होंगी, उनका समà¥à¤®à¤¾à¤¨ होगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤¤à¥à¤° हैं.
संघ में आना-जाना निशà¥à¤²à¥à¤•
मोहन à¤à¤¾à¤—वत ने कहा कि सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवक समाज निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिठअपनी इचà¥à¤›à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤¾à¤° कई कामों को हाथ में लेते हैं. संघ में आना-जाना निशà¥à¤²à¥à¤• और à¤à¤šà¥à¤›à¤¿à¤• है और यहां पर शकà¥à¤¤à¤¿ से कोई काम नहीं लिया जाता है. कोई à¤à¥€ काम कर रहा हो, अगर वह समाज की à¤à¤²à¤¾à¤ˆ के लिठहै तो सà¤à¥€ को उसका समरà¥à¤¥à¤¨ करना चाहिà¤. इसमें विरोधी या समरà¥à¤¥à¤• को नहीं देखना चाहिà¤.