जब à¤à¥‚खे सीआरपीà¤à¤« जवानों ने चेन पà¥à¤²à¤¿à¤‚ग कर पांच घंटे रोके रखी टà¥à¤°à¥‡à¤¨, जानिठपूरा किसà¥à¤¸à¤¾
फरीदाबाद। जमà¥à¤®à¥‚ से रायपà¥à¤° जा रही सेंटà¥à¤°à¤² रिजरà¥à¤µ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ फोरà¥à¤¸ (सीआरपीà¤à¤«) की सà¥à¤ªà¥‡à¤¶à¤² टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में सवार à¤à¥‚खे जवानों ने फरीदाबाद सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर चेन पà¥à¤²à¤¿à¤— कर दी। लोको पायलट को डरा धमका कर टà¥à¤°à¥‡à¤¨ को करीब पांच घंटे तक पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® नंबर à¤à¤• पर रोके रखा। वे टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से उतरकर खाना बनाने के लिठसामान खरीद कर ले आà¤, बनाया-खाया तब हरी à¤à¤‚डी दिखाई।
सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ अधीकà¥à¤·à¤• केसी मीणा ने बताया कि अलारà¥à¤® चेन पà¥à¤²à¤¿à¤‚ग और डराने धमकाने की शिकायत टà¥à¤°à¥‡à¤¨ के चालक ने दी थी, लेकिन बाद में समà¤à¥Œà¤¤à¤¾ हो गया था। टà¥à¤°à¥‡à¤¨ करीब पांच घंटे तक खड़ी रही। टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से à¤à¤• साथ कई फौजी उतरते देख वह खà¥à¤¦ रेलवे पà¥à¤²à¤¿à¤¸ फोरà¥à¤¸ (आरपीà¤à¤«) के जवानों के साथ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर पहà¥à¤‚चे।
जमà¥à¤®à¥‚ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ से रवाना हà¥à¤ˆ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में à¤à¥‹à¤œà¤¨ सामगà¥à¤°à¥€ रासà¥à¤¤à¥‡ में खतà¥à¤® हो गई। जवान à¤à¥‚खे थे और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जिन सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ पर ठहराव दिया गया, वहां à¤à¥€ à¤à¥‹à¤œà¤¨-नाशà¥à¤¤à¥‡ का इंतजाम नहीं था। दिलà¥à¤²à¥€ कंटà¥à¤°à¥‹à¤² रूम ने टà¥à¤°à¥‡à¤¨ को नà¥à¤¯à¥‚ टाउन रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर होलà¥à¤¡ देने का फैसला लिया था।
मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे टà¥à¤°à¥‡à¤¨ के तà¥à¤—लकाबाद सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पार करने के बाद फौजियों का सबà¥à¤° टूट गया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने टà¥à¤°à¥‡à¤¨ के 3:15 बजे फरीदाबाद सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤‚चने पर चेन पà¥à¤²à¤¿à¤‚ग कर दी। इसके पहले उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चालक को टà¥à¤°à¥‡à¤¨ रोकने को à¤à¥€ कहा, लेकिन वह नà¥à¤¯à¥‚ टाउन रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर रोकने की बात कह रहा था।