Homeअपना मध्यप्रदेश,
अजा-जजा इलाकों में माहौल बनाने मैदान में उतरेगा संघ

भोपाल । à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¨à¤¸à¤­à¤¾ चुनाव से पहले सामान्य वर्ग की नाराजगी और करणी सेना के शक्ति प्रदर्शन के बाद भाजपा लगातार अपनी रणनीति में बदलाव कर रही है। अब आदिवासी और अजा वोट बैंक को साधने के लिए अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मोर्चा संभालेगा।

सामाजिक समरसता का माहौल बनाने के लिए संघ और उससे जुड़े संगठन एकजुट होकर काम करेंगे। संघ का एक बड़ा तबका चाहता है कि किसी अनुसूचित जाति (अजा) या जनजाति (आदिवासी वर्ग) के नेताओं को ज्यादा तवज्जो दी जाए, ताकि ये वर्ग भाजपा के साथ जुड़ा रहे। अजा-जजा वोट बैंक को पूरी तरह भाजपा के साथ जोड़े रखने के प्लान पर संघ जल्द काम शुरू कर रहा है। अजा-जजा बहुल इलाकों में संघ और बाकी संगठन पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएंगे।पार्टी सूत्रों के मुताबिक इन दिनों भाजपा और संघ के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय आदिवासी और अजा की पार्टी से बढ़ती दूरी है। कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विधायकों को मोबाइल पर दिए संदेश में अजा वर्ग के कार्यक्रमों में शामिल होने सहित समरसता का माहौल बनाने के निर्देश दिए थे। 'मालवा-निमाड़" सहित मप्र के आदिवासी इलाकों में सक्रिय संगठन 'जयस" की चुनौतियों से निपटने के लिए भी इन वर्गों को महत्व देना भाजपा के लिए जरूरी हो गया है। संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल और डॉ. अनिल जैन ने भी तीन दिन पहले भाजपा नेताओं की बैठक में साफ संकेत दिए कि जिस तरह से सामान्य वर्ग को बरगलाया जा रहा है, उससे निपटने के लिए जरूरी है कि अजा-जजा वोट बैंक को साथ रखा जाए।

Share This News :