जब-जब बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ बोला, राजसिंहासन डोला
उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨à¥¤ करणी सेना के नेतृतà¥à¤µ में राजपूतों का आकà¥à¤°à¥‹à¤¶ उà¤à¤°à¤¨à¥‡ के बाद शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ की धरती पर बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ महाकà¥à¤‚ठमें आकà¥à¤°à¥‹à¤¶ का सैलाब उमड़ पड़ा। संतों के तेवर à¤à¥€ तीखे दिखाई दिà¤à¥¤ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚ ने कहा काला कानून खतà¥à¤® होने तक जारी रहेगा विरोध। चारों तरफ à¤à¥€à¥œ और सरकार के खिलाफ नाराजी उà¤à¤° रही थी। à¤à¤—वा पताकाओं के बीच महाकà¥à¤‚ठमें नारा गूंजता रहा जब-जब बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ बोला, राजसिंहासन डोला। सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ आकà¥à¤°à¥‹à¤¶ की खनक गूंजी। बचà¥à¤šà¥‡, महिलाà¤à¤‚ और यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में à¤à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ à¤à¤•à¥à¤Ÿ को लेकर विरोध का जजà¥à¤¬à¤¾ नजर आया।
वकà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने कहा सरकार को अधà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ लाना ही था तो राम मंदिर बनाने के लिठलाते। दशहरा मैदान पर शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ महाकà¥à¤‚ठहà¥à¤†, जिसमें उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ सहित पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨à¥ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से लोग उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ के साथ शरीक हà¥à¤à¥¤ महाकà¥à¤‚ठके आयोजकों का दावा है दो लाख से अधिक लोग जमा हà¥à¤à¥¤ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ इस आंकड़े को महज 30 हजार ही बता रहा है। सबसे अहमॠबात यह थी कि लोग à¤à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ à¤à¤•à¥à¤Ÿ के खिलाफ आंदोलित थे। आयोजकों और संतों ने इसे काला कानून बताया और कहा जब तक इसे खतà¥à¤® नहीं किया जाता, तब तक विरोध इसी तरह जारी रहेगा, बलà¥à¤•à¤¿ और बà¥à¤¤à¤¾ जाà¤à¤—ा।
पं. आनंदशंकर वà¥à¤¯à¤¾à¤¸, पं. शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤°à¤¾à¤¯à¤£ वà¥à¤¯à¤¾à¤¸, सेवानिवृतà¥à¤¤ अपर कलेकà¥à¤Ÿà¤° व मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤• मंडल के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· रमेशचंदà¥à¤° पंडà¥à¤¯à¤¾, रामेशà¥à¤µà¤° दà¥à¤¬à¥‡, डॉ. केदारनारायण जोशी, डॉ. केदारनाथ शà¥à¤•à¥à¤², इंदौर के विषà¥à¤£à¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ बड़े à¤à¥ˆà¤¯à¤¾, चंदà¥à¤°à¤¶à¥‡à¤–र वशिषà¥à¤ , डॉ. संतोष पंडà¥à¤¯à¤¾, à¤à¤¡à¤µà¥‹à¤•à¥‡à¤Ÿ बालकृषà¥à¤£ उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯, जियालाल शरà¥à¤®à¤¾, पं. योगेश वà¥à¤¯à¤¾à¤¸, मनीष मनाना। विकास अवसà¥à¤¥à¥€, महाकाल मंदिर के पं. महेश पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€, दिनेश तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी, मंगलनाथ मंदिर के पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ पं. दिपà¥à¤¤à¥‡à¤¶ दà¥à¤¬à¥‡, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤•à¥‡ शैलेंदà¥à¤° वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ व अनà¥à¤¯ मौजूद थे।
मंच तक à¤à¥€à¥œ, बना रहा अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨
à¤à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ à¤à¤•à¥à¤Ÿ के विरोध का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पूरा मंच अतिथियों से à¤à¤°à¤¾ था। मंच के नीचे à¤à¥€ लोगों की à¤à¥€à¥œ जमा थी। यहां तक कि मंच पर चà¥à¤¨à¥‡ के लिठबनाई गई असà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ सीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर à¤à¥€ महिलाà¤à¤‚ बैठी थीं। वे पूरे आयोजन के दौरान सेलà¥à¤«à¥€ लेती रहीं। पूरे समय अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ बना रहा।
à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾-कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ से जà¥à¥œà¥‡ नेता à¤à¥€ आà¤
महाकà¥à¤‚ठमें à¤à¤¸à¥‡ लोग à¤à¥€ शामिल हà¥à¤ जो à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के पदों पर हैं, लेकिन आरà¥à¤¥à¤¿à¤• आधार पर आरकà¥à¤·à¤£ लागू करने और à¤à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ à¤à¤•à¥à¤Ÿ के वे à¤à¥€ विरोध में हैं। दोनों दलों के नेताओं ने यह दिखाने की पूरी कोशिश की कि वे बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚ के साथ हैं, लेकिन अà¤à¥€ तक किसी ने इसको लेकर पारà¥à¤Ÿà¥€ छोड़ने की हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं दिखाई। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के रंग, वैदिक बैंड ने रचा इतिहास महाकà¥à¤‚ठकी शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ में सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ दी गई। यà¥à¤µà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और महिलाओं ने नृतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किà¤à¥¤ शिव तांडव नृतà¥à¤¯ पेश करके à¤à¥€ अपनी नाराजी सरकार को बताई गई। 2100 बटà¥à¤•à¥‹à¤‚ ने वैदिक बैंड बजाकर à¤à¤• नया कीरà¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ बनाया। पहली बार इसकी पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆà¥¤ इस पर लंदन से आई टीम ने बैंड को विशà¥à¤µ कीरà¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ का खिताब à¤à¥€ दिया।
रजत फरसे के साथ पहà¥à¤‚चे मंच पर
महाकाल मंदिर में गणेश मंदिर के पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ पं. à¤à¤°à¤¤ गà¥à¤°à¥ विशाल रजत फरसे के साथ मंच पर आसीन हà¥à¤à¥¤ इस दौरान नारे लगाकर à¤à¥€ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं ने अपना आकà¥à¤°à¥‹à¤¶ सरकार के खिलाफ जताया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में टोलियां नारे लगाते हà¥à¤, à¤à¤—वा धà¥à¤µà¤œ लहराते हà¥à¤ सड़कों पर निकली और आयोजन सà¥à¤¥à¤² पहà¥à¤‚ची। बोरà¥à¤¡ और विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की उठी पà¥à¤•à¤¾à¤° महाकà¥à¤‚ठमें बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ बोरà¥à¤¡ और बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठअनारकà¥à¤·à¤¿à¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ à¤à¥€ पारित किया गया। मंदिरों के सरकारीकरण को लेकर à¤à¥€ नाराजी के सà¥à¤µà¤° उठे तथा मठ-मंदिरों की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ पà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सौंपने की मांग उठाई गई।
संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के रंग, वैदिक बैंड ने रचा इतिहास
महाकà¥à¤‚ठकी शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ में सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ दी गई। यà¥à¤µà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और महिलाओं ने नृतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किà¤à¥¤ शिव तांडव नृतà¥à¤¯ पेश करके à¤à¥€ अपनी नाराजी सरकार को बताई गई। 2100 बटà¥à¤•à¥‹à¤‚ ने वैदिक बैंड बजाकर à¤à¤• नया कीरà¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ बनाया। पहली बार इसकी पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆà¥¤ इस पर लंदन से आई टीम ने बैंड को विशà¥à¤µ कीरà¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ का खिताब à¤à¥€ दिया।
बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ दिखाया आईना
संत पं. नागर ने महाकà¥à¤‚ठमें आठसà¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ आईना दिखाया। कहा कोई पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बनता है तो कड़ा-कटार आदि नहीं छोड़ता और हम मामूली से डॉकà¥à¤Ÿà¤° बन गठतो जनेऊ पहनना कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ छोड़ दी। चोटी पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं और दाà¥à¥€ बà¥à¤¾ ली। गायतà¥à¤°à¥€ जप और संधà¥à¤¯à¤¾ वंदन करना छोड़ दिया, तिलक नहीं तो बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¤à¥‡à¤œ कैसे बà¥à¥‡à¤—ा। सà¥à¤¦à¤¾à¤®à¤¾ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ गरीब था, लेकिन उसने शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ से दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¿à¤•à¤¾ में à¤à¥€ कà¥à¤› नहीं मांगा। बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ मांगता नहीं।
मंच पर मौजूद अतà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€à¤œà¥€ (आचारà¥à¤¯ शेखर) ने अपने संबोधन में कहा
जूते चाटने वाले राजनीतिक लोग हमें à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ चाहिठन कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸, न बसपा। हमें तो समृदà¥à¤§ à¤à¤¾à¤°à¤¤ चाहिà¤à¥¤ दलित शबà¥à¤¦ नेताओं ने दिठहैं। पासवान करोड़ों-अरबों का मालिक है, उसे आरकà¥à¤·à¤£ छोड़ना चाहिà¤à¥¤ 16 को माईकेलाल आठथे, 21 को माईकेबाप आ गठहैं। जब जब हमारे यहां अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° बà¥à¤¾ है परशॠउठाकर परशà¥à¤°à¤¾à¤® बना है। अब परशà¥à¤°à¤¾à¤® बनने की जरूरत है। बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ कà¤à¥€ किसी को गाली नहीं देता, अपमान नहीं करता लेकिन अब उस पर अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° बॠगया है। बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚ का बलिदान à¤à¥à¤²à¤¾ दिया गया है। जब राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के लिठअसà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की जरूरत पड़ी तब बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ ही आगे आया, दधिचि ने अपनी असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ वजà¥à¤° बनाने के लिठदी थीं।
संत पं. कमलकिशोर नागर ने कहा कि आने वाले दो माह बाद आप दोगे कि लोगे
नेताओं का नाम लेकर कहा ये ही लोग आपसे कहेंगे हमारा धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखना। राजनीति चाहे कोई करें पर समाज का, सतà¥à¤¯ का और परमातà¥à¤®à¤¾ का कारà¥à¤¯ करें। सतà¥à¤¯ को पहले रखना। बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚ को जप, संधà¥à¤¯à¤¾ और पूजा कर अपना तेज बà¥à¤¾à¤¨à¤¾ चाहिà¤à¥¤ तेज बà¥à¥‡à¤—ा तो ये ही लोग आपके आगे नाक रगड़ेंगे। आरकà¥à¤·à¤£ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦à¥¤ आरकà¥à¤·à¤£ का पैसा तो माह की 1 तारीख से पहले खतà¥à¤® हो जाà¤à¤—ा पर आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ हमेशा बना रहेगा। घर के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जितना पà¥à¤°à¥‡à¤®, उतना राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ नहीं। दो फीट जमीन के लिठलड़ते हो और à¤à¤¾à¤°à¤¤ की कितनी बड़ी जमीन जा रही, उसकी चिंता नहीं।