दल-बदलकर लाठगठनेताओं के टिकट पर मà¥à¤¹à¤° लगना बाकी
मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में 15 साल की à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार की à¤à¤‚टी इंकमà¥à¤¬à¥‡à¤‚सी और टिकट नहीं मिलने की आशंका से नेता कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की तरफ दौड़ लगा रहे हैं। दूसरे दल के नेता à¤à¥€ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की तरफ रà¥à¤– कर रहे हैं। हालांकि इन नेताओं के आने से उन कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से टिकट की दावेदारी कर रहे कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ नेताओं में नाराजगी à¤à¥€ देखी जा रही है। आधा दरà¥à¤œà¤¨ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पूरà¥à¤µ विधायक और विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में किसà¥à¤®à¤¤ आजमा चà¥à¤•à¥‡ नेताओं के तो टिकट लगà¤à¤— फाइनल माने जा रहे हैं।
पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ कमेटी के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· कमलनाथ के आने के बाद जिन गैर कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸à¥€ पूरà¥à¤µ विधायकों ने उनसे संपरà¥à¤• किया था, उनमें रतलाम से निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ विधायक रहे पारस सकलेचा और à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के पूरà¥à¤µ विधायक व विधानसà¤à¤¾ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डॉ. सीतासरन शरà¥à¤®à¤¾ के à¤à¤¾à¤ˆ गिरिजाशंकर शरà¥à¤®à¤¾ थे। सकलेचा ने दिलà¥à¤²à¥€ में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ ली थी। वे रतलाम शहर से विधायक रहे थे और उनका विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में रतलाम से पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€ बनना लगà¤à¤— तय माना जा रहा है।नाथ से पहले दौर में मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ करने वाले गिरिजाशंकर शरà¥à¤®à¤¾ ने अà¤à¥€ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ नहीं ली है, लेकिन वे आने वाले सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में कà¤à¥€ à¤à¥€ पारà¥à¤Ÿà¥€ जà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ कर सकते हैं। सूतà¥à¤° बताते हैं कि उनकी हाईकमान से लगातार बातचीत चल रही है। वे सोहागपà¥à¤° से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ मैदान में उतरने को तैयार हैं और अपने à¤à¤¾à¤ˆ डॉ. सीतासरन शरà¥à¤®à¤¾ के अलावा होशंगाबाद की दूसरी किसी सीट से à¤à¥€ पारà¥à¤Ÿà¥€ के आदेश पर पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€ बन सकते हैं।
विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ 2013 में कटनी की विजयराघौगॠसीट से संजय पाठक के सामने पदà¥à¤®à¤¾ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ थीं और इस बार à¤à¥€ लगà¤à¤— इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ दोनों के बीच मà¥à¤–à¥à¤¯ मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ होने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है। मगर इस बार दोनों के दलों में अदला-बदली है।
संजय पाठक कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के बजाय à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ और पदà¥à¤®à¤¾ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के बजाय कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की संà¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€ दिखाई दे रही हैं। पदà¥à¤®à¤¾ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ को कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ जà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ कराने के पीछे मà¥à¤–à¥à¤¯ à¤à¥‚मिका राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ सदसà¥à¤¯ विवेक तनà¥à¤–ा की रही है। 2013 में पदà¥à¤®à¤¾ 929 वोटों से हार गई थीं। हालांकि इस सीट पर दावेदारी जताने वाले कà¥à¤› पà¥à¤°à¤®à¥à¤– नेताओं की पदà¥à¤®à¤¾ की कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ में à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ पर नाराजगी है।कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ छोड़कर à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ में जाने वाले दो पूरà¥à¤µ विधायकों शेखर चौधरी और सà¥à¤¨à¥€à¤² मिशà¥à¤°à¤¾ ने à¤à¥€ पारà¥à¤Ÿà¥€ जà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ की है। शेखर चौधरी गोटेगांव से हैं। सूतà¥à¤° बताते हैं कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ टिकट का आशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ दिया गया है। à¤à¤¸à¥‡ में गोटेगांव से पूरà¥à¤µ मंतà¥à¤°à¥€ नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ के टिकट पर संकट आ सकता है।
वहीं, कटनी के मà¥à¤¡à¤µà¤¾à¤°à¤¾ से आने वाले सà¥à¤¨à¥€à¤² मिशà¥à¤°à¤¾ के लिठटिकट में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ परेशानी नहीं होगी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस सीट से पारà¥à¤Ÿà¥€ 2013 में करीब 47 हजार वोट से हारी थी। रीवा जिला पंचायत के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· अà¤à¤¯ मिशà¥à¤°à¤¾ ने कमलनाथ के आने के बाद पारà¥à¤Ÿà¥€ जà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ की थी।
चौदहवीं विधानसà¤à¤¾ के अंतिम सतà¥à¤° में उनकी पतà¥à¤¨à¥€ विधायक नीलम मिशà¥à¤°à¤¾ ने सदन के à¤à¥€à¤¤à¤° पति के खिलाफ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ को लेकर जिस तरह सरकार के खिलाफ धरना दिया था, उससे सरकार कठघरे में खड़ी हो गई थी। इसके कà¥à¤› दिन बाद ही अà¤à¤¯ मिशà¥à¤°à¤¾ ने कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ ले ली थी।उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रीवा जिले के सेमरिया से कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€ माना जा रहा है। इस सीट पर बसपा का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ है और 2013 में वह दूसरे नंबर पर रही थी। इसी तरह खातेगांव से सपा से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ने वाले अरà¥à¤œà¥à¤¨ आरà¥à¤¯ को à¤à¥€ बà¥à¤§à¤¨à¥€ में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के सामने खड़ा करने की रणनीति बनाई जा रही है। आरà¥à¤¯ को à¤à¥€ हाल ही में पारà¥à¤Ÿà¥€ जà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ कराई गई है।