यहां जानें, आज खरीदारी के लिठकौन सा समय है शà¥à¤
सोमवार को कारà¥à¤¤à¤¿à¤• कृषà¥à¤£ तà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤¦à¤¶à¥€ पर धनतेरस मनाई जाà¤à¤—ी। इस दिन विघà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥à¤¤à¤¾ गणेश, धन के देवता कà¥à¤¬à¥‡à¤°, देव वैदà¥à¤¯ धनà¥à¤µà¤‚तरी, मृतà¥à¤¯à¥ के देवता यम, व महामृतà¥à¤¯à¥à¤‚जय शिव के पूजन का विधान है। धनतेरस को विषà¥à¤£à¥ अवतार धनà¥à¤µà¤‚तरी का जनà¥à¤®à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ मनाया जाता है। यही आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• चिकितà¥à¤¸à¤¾ करनें वाले देव वैदà¥à¤¯ व आरोगà¥à¤¯ के देवता हैं। वासà¥à¤¤à¥ शासà¥à¤¤à¥à¤° की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से उतà¥à¤¤à¤° दिशा को कà¥à¤¬à¥‡à¤° व जल ततà¥à¤µ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ माना गया है इसी कारण इस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ को पानी से धोकर साफ रखा जाता है। कà¥à¤¬à¥‡à¤° ख़जाने के देवता माने गठहैं। लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ चंचल हैं परंतॠकà¥à¤¬à¥‡à¤° का धन सदैव सà¥à¤¥à¤¿à¤° रहता है। कà¥à¤¬à¥‡à¤° सोना चांदी व बरà¥à¤¤à¤¨à¥‹à¤‚ पर आधिपतà¥à¤¯ रखते हैं इसी कारण धनतेरस पर कलश में गंगाजल लेकर उतà¥à¤¤à¤° दिशा व तिजोरी में छिड़काव करके कà¥à¤¬à¥‡à¤° का सà¥à¤µà¤¾à¤—त करते है। आज से घर की उतà¥à¤¤à¤° दिशा में पंच दिवसीय गणेश, लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€, कà¥à¤¬à¥‡à¤°, सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, काली, धनà¥à¤µà¤‚तरी व हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की जाती है। लोग बाज़ार से कà¥à¤¬à¥‡à¤° रूप में कीमती धातॠके सिकà¥à¤•à¥‡ व धनà¥à¤µà¤‚तरी रूप में बरà¥à¤¤à¤¨ की ख़रीदारी करके घर व कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करते हैं। धनतेरस धनà¥à¤µà¤‚तरी के विशेष पूजन से साल à¤à¤° सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ अचà¥à¤›à¤¾ बना रहता है व कà¥à¤¬à¥‡à¤° के विशेष पूजन और उपाय से निरà¥à¤§à¤¨ अमीर बन जाते हैं। खाली तिजोरी पूरे साल à¤à¤° à¤à¤°à¥€ रहती है व सà¥à¤¥à¤¿à¤° धन पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है। इस विशेष कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में आपको पूजा विधि के साथ ख़रीदारी, सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ का विशेष पूजन मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ à¤à¥€ बता रहे हैं।
सà¥à¤ªà¥‡à¤¶à¤² पूजन विधि: घर की उतà¥à¤¤à¤° दिशा में नठलाल-पीले-सफ़ेद कपड़े पर नठखरीदे तांबे या पीतल के कलश में गंगा जल à¤à¤°à¤•à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करें। पास में ही नठखरीदे कà¥à¤¬à¥‡à¤° यंतà¥à¤°, लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ यंतà¥à¤°, शà¥à¤°à¥€ यंतà¥à¤°, गणेश यंतà¥à¤°, को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करें। चांदी पीतल, तांबे, सà¥à¤Ÿà¥€à¤² या मिटà¥à¤Ÿà¥€ के दिठमें शà¥à¤¦à¥à¤§ घी का दीप जलाà¤à¤‚, चंदन गूगल अगà¥à¤—र से धूप करें, लाल पीले, सफ़ेद, गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ व नीले फूल चà¥à¤¾à¤à¤‚। पीला सफ़ेद व लाल चंदन चà¥à¤¾à¤à¤‚। गà¥à¤¡à¤¼ बतासे व मिशà¥à¤°à¥€ का à¤à¥‹à¤— लगाà¤à¤‚ तथा चंदन की माला से इस विशेष मंतà¥à¤° से का 1 माला जाप करें। पूजन के बाद गà¥à¤¡à¤¼ को जल पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ करें।
दिन का ख़रीदारी मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: दिन 13:38 से दिन 15:05 तक। (सà¥à¤¥à¤¿à¤° कà¥à¤‚ठलगà¥à¤¨)
शाम में ख़रीदारी मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: शाम 17:29 से रात 20:07 तक। (शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· काल)
सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: शाम 18:05 से रात 20:01 तक। (सà¥à¤¥à¤¿à¤° वृषठलगà¥à¤¨)
यम दीपदान मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: शाम 17:29 से शाम 18:48 तक। (संधि लगन)
गणपती पूजन मंतà¥à¤°: ॠविघà¥à¤¨à¤°à¤¾à¤œà¤¾à¤¯ नमः।
धनà¥à¤µà¤‚तरी पूजन मंतà¥à¤°: ॠवासà¥à¤¦à¥‡à¤µà¤¾à¤¯ विदà¥à¤®à¤¹à¥‡ वैदà¥à¤¯à¤°à¤¾à¤œà¤¾à¤¯ धीमहि तनà¥à¤¨à¥‹ धनà¥à¤µà¤¨à¥à¤¤à¤°à¤¿ पà¥à¤°à¤šà¥‹à¤¦à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¥¤
कà¥à¤¬à¥‡à¤° पूजन मंतà¥à¤°: ॠयकà¥à¤·à¤¾à¤¯ कà¥à¤¬à¥‡à¤°à¤¾à¤¯ वैशà¥à¤°à¤µà¤£à¤¾à¤¯, धन धनà¥à¤¯à¤¾à¤§à¤¿-पतये धन धानà¥à¤¯ समृदà¥à¤§à¤¿ में देहि दापय सà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾à¥¤
शिव पूजन मंतà¥à¤°: शà¥à¤°à¥€à¤‚ सोमेशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¯ नमः॥
यम पूजन मंतà¥à¤°: ॠसूरà¥à¤¯à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤¯ विदà¥à¤®à¤¹à¥‡ महाकालाय धीमहि। तनà¥à¤¨à¥‹ यम: पà¥à¤°à¤šà¥‹à¤¦à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¥¥
सà¥à¤ªà¥‡à¤¶à¤² टोटके:
विघà¥à¤¨à¥‹à¤‚ से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लिà¤: गं गणेशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¯ नमः मंतà¥à¤° बोलते हà¥à¤ गणेशजी पर 12 दूरà¥à¤µà¤¾ चà¥à¤¾à¤à¤‚।
अचà¥à¤›à¥‡ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिà¤: ॠधनà¥à¤µà¤‚तरये नमः मंतà¥à¤° बोलते हà¥à¤ धनà¥à¤µà¤‚तरी पर जल à¤à¤°à¤¾ पीतल का लोटा चà¥à¤¾à¤à¤‚।
निरà¥à¤§à¤¨à¤¤à¤¾ दूर करने के लिà¤: कà¥à¤¬à¥‡à¤° यंतà¥à¤° पर गनà¥à¤¨à¥‡ का टà¥à¤•à¥œà¤¾ चà¥à¤¾à¤à¤‚।
सà¥à¤¥à¤¿à¤° धन पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिà¤: घर की उतà¥à¤¤à¤° दिशा गंगाजल से à¤à¤°à¥‡ कलश में मोतीशंख डालकर सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करें।
आरोगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के लिà¤: पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· काल में ॠहà¥à¤°à¥Œà¤‚ जूं सः मंतà¥à¤° होलते हà¥à¤ सफ़ेद शिवलिंग पर बिलà¥à¤µ फल चà¥à¤¾à¤à¤‚।