दीपावली: इस विधि से करें लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ पूजन, जानें शà¥à¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤
कारà¥à¤¤à¤¿à¤• मास की अमावसà¥à¤¯à¤¾ तिथि पर दीपावली मनाई जाती है। काली रात रोशनी की जगमगाहट से रोशन हो जाती है। धन की देवी को खà¥à¤¶ करने की यह खास रात है। इस दिन लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ पूजन करने की परंपरा है।
दीवाली पूजन सामगà¥à¤°à¥€
सामगà¥à¤°à¥€ : रौली, मौली, सà¥à¤ªà¤¾à¤°à¥€-5, धूप, पान पतà¥à¤¤à¥‡-5, लौंग, इलायची-5, कमल गटà¥à¤Ÿà¥‡ -20, कमल का फूल, फूल माला, खà¥à¤²à¥‡ फूल, 5 फल, 5 मिठाई, दूध आधा किलो, दही-250 गà¥à¤°à¤¾à¤®, शहद, केसर, लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€-गणेश जी की फोटो या मूरà¥à¤¤à¤¿, आम के पतà¥à¤¤à¥‡, कपूर,जनेऊ, चंदन, दूब, मिटà¥à¤Ÿà¥€ के दीये-12 छोटे à¤à¤• बड़ा, सरसों का तेल, देसी घी, रूई, जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿, पंच मेवा पांच मिठाई, चांदी का सिकà¥à¤•à¤¾, अषà¥à¤Ÿ गंध, माता का शृंगार, चावल सवा किलो, शकà¥à¤•à¤° 50 गà¥à¤°à¤¾à¤®, खीलें, बताशे, मिठाई, मोमबतà¥à¤¤à¥€, गंगाजल, माचिस, शंख, रेशमी वसà¥à¤¤à¥à¤°, पीली सरसों, सिंदूर, पंचामृत, हवन सामगà¥à¤°à¥€, जौ, तिल, तà¥à¤²à¤¸à¥€ की माला, हवन कà¥à¤‚ड, आसन, दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¤¾ आदि।
पूजन विधि
सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करें, पूजा के लिठउतà¥à¤¤à¤° या पूरà¥à¤µ दिशा की ओर मà¥à¤– रखें और कोई दरी या कमà¥à¤¬à¤² बिछा लें। दà¥à¤µà¤¾à¤° पर रंगोली बना लें। थाली में अषà¥à¤Ÿ दल बना कर नव गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ की आकृति आटे से बना कर लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ जी की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करें। आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करें। अकà¥à¤·à¤¤, पà¥à¤·à¥à¤ª, अषà¥à¤Ÿà¤—ंध यà¥à¤•à¥à¤¤ जल अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। दिशा रकà¥à¤·à¤£ के लिठबाà¤à¤‚ हाथ से पीली सरसों लेकर दाà¤à¤‚ हाथ में ढंक कर चारों दिशाओं में फैंकें।
गणेश जी, लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ जी व सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी की मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ रखें। चौकी पर लाल वसà¥à¤¤à¥à¤° बिछा कर थाली रखें। कलश, धूप दीप रखें। कलश में जल à¤à¤° कर उसमें गंगाजल, थोड़े से चावल, à¤à¤• चांदी का या पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ सिकà¥à¤•à¤¾ डाल दें। कलश पर आम के 5 या 7 पतà¥à¤¤à¥‡ रखें। पानी वाले नारियल पर 3 या 5 चकà¥à¤° कलावा या मौली बांधकर कलश पर रख दें। केसर, चंदन से सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤• बना कर गणेश जी, लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ जी व शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करें। लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ जी को गणेश जी के दाà¤à¤‚ रखें। गणेश जी पर अकà¥à¤·à¤¤-पà¥à¤·à¥à¤ª चढ़ाà¤à¤‚। पंचामृत-दूध, दही, घी, शहद व शकà¥à¤•à¤° से सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कराà¤à¤‚ फिर जल डालें। फिर मौली, जल, चंदन, कà¥à¤®à¤•à¥à¤®, चावल, पà¥à¤·à¥à¤ª, दूरà¥à¤µà¤¾, सिंदूर, रोली, इतà¥à¤°, धूप दीप, मेवे पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ फल पान, सà¥à¤ªà¤¾à¤°à¥€, लौंग, इलायची व दà¥à¤°à¤µà¥à¤¯-11 रà¥à¤ªà¤ बारी-बारी चढ़ाà¤à¤‚। दूध, दही, घी, मधà¥, शकà¥à¤•à¤° पंचामृत,चंदन, गंगा जल से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ को सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करवाà¤à¤‚। वसà¥à¤¤à¥à¤°, उप वसà¥à¤¤à¥à¤°, आà¤à¥‚षण, चंदन, सिंदूर, कà¥à¤®à¤•à¥à¤®, इतà¥à¤°, फूल आदि समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ जी की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ के हर अंग को पà¥à¤·à¥à¤ª से पूजें।
इस मंतà¥à¤° का जाप करते जाà¤à¤‚ : ओमॠशà¥à¤°à¥€à¤‚ हृीं शà¥à¤°à¥€à¤‚ महालकà¥à¤·à¥à¤®à¥à¤¯à¥ˆ नम:
तेल का à¤à¤• चौमà¥à¤–ी दीपक और 21 छोटे दीपक जलाà¤à¤‚। आचमन करें। पà¥à¤°à¤¥à¤® मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर तिलक लगा कर फिर अपने व अनà¥à¤¯ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के कलावा बांधें, तिलक लगाà¤à¤‚। गà¥à¤°à¥ तथा लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ जी का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करें। मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर चावल, पान, सà¥à¤ªà¤¾à¤°à¥€, लौंग, फल, कलावा,फल, मिठाई, मेवे आदि चढ़ाà¤à¤‚। अकà¥à¤·à¤¤-पà¥à¤·à¥à¤ª दाहिने हाथ में लेकर पृथà¥à¤µà¥€ तथा नव गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚-सूरà¥à¤¯, चंदà¥à¤°, मंगल, बà¥à¤§, गà¥à¤°à¥, शà¥à¤•à¥à¤°, शनि, राहू, केतà¥, कà¥à¤¬à¥‡à¤° देवता, सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ देवता, नगर खेड़ा वासà¥à¤¤à¥ देवता, कà¥à¤² देवी या देवता का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करें। हाथ जोड़ कर गणपति व अनà¥à¤¯ देवी देवताओं को नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करें। संकलà¥à¤ª लें।
दीपावली पंच देव सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: सà¥à¤¬à¤¹ 07:25 से सà¥à¤¬à¤¹ 09:23 तक। धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें, इस समय सà¥à¤¥à¤¿à¤° वृशà¥à¤šà¤¿à¤• लगà¥à¤¨ रहेगा।
दीपावली शरद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ पूजन मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: सà¥à¤¬à¤¹ 10:45 से दिन 12:00 तक। यह शà¥à¤ काल है।
बही-खाता पूजन मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: दिन 14:00 से शाम 15:30 तक। इस समय सà¥à¤¥à¤¿à¤° कà¥à¤‚ठलगà¥à¤¨ रहेगा।
संधà¥à¤¯à¤¾ कालीन दीपावली पूजन मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: शाम 17:27 से रात 20:06 तक। इस समय पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· काल रहेगा।
पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ कालीन दीपावली पूजन मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: सà¥à¤¬à¤¹ 07:25 से सà¥à¤¬à¤¹ 09:23 तक। इस वकà¥à¤¤ लाà¤-अमृत वेला है।
वृषà¤à¤•à¤¾à¤² दीपावली पूजन मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: शाम 17:57 से शाम 19:53 तक। इस समय सà¥à¤¥à¤¿à¤° वृष लगà¥à¤¨ है।
सिंहकाल दीपावली पूजन मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: रात 00:28 से रात 02:45 तक। इस वकà¥à¤¤ सà¥à¤¥à¤¿à¤° सिंह लगà¥à¤¨ है।
महानिशिता काल पूजन मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤: रात 23:38 से रात 00:31 तक। यह समय कमला साधना का है।