अनंत कà¥à¤®à¤¾à¤°: RSS के निषà¥à¤ ावान सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवक, अटल से मोदी सरकार तक रहे सबके लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ नेता ,देखें तसà¥à¤¬à¥€à¤°à¥‡à¤‚
राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवक संघ के दृढ़ विचारक, संगठन के मजबूत सà¥à¤¤à¤‚à¤, बेंगलà¥à¤°à¥ के सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पसंद’’ किठजाने वाले सांसद और संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° में कनà¥à¤¨à¤¡à¤¼ में बोलने वाले पहले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿, ये कà¥à¤› à¤à¤¸à¥€ विशिषà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾à¤à¤‚ हैं जो केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ अनंत कà¥à¤®à¤¾à¤° के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ से परिचय कराती हैं। अपनी राजनीतिक निपà¥à¤£à¤¤à¤¾ के लिठविखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ कà¥à¤®à¤¾à¤° 6 बार सांसद रहे। वह राजनीति की जबरà¥à¤¦à¤¸à¥à¤¤ समठरखते थे और बेहद मिलनसार थे। वह à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ नेतृतà¥à¤µ के हमेशा करीब रहे- चाहे वह अटल बिहारी वाजपेयी या लालकृषà¥à¤£ आडवाणी का दौर रहा हो या फिर अà¤à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी के समय में।
22 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ, 1959 को बेंगलà¥à¤°à¥ में à¤à¤• मधà¥à¤¯à¤® वरà¥à¤—ीय बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ परिवार में जनà¥à¤®à¥‡ कà¥à¤®à¤¾à¤° ने अपनी शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ अपनी मां गिरिजा à¤à¤¨ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ में पूरी की जो खà¥à¤¦ à¤à¥€ à¤à¤• गà¥à¤°à¥‡à¤œà¥à¤à¤Ÿ थीं। उनके पिता नारायण शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ रेलवे के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ थे। कला à¤à¤µà¤‚ कानून में सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• कà¥à¤®à¤¾à¤° के सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• जीवन की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ परिषद से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ रहने के कारण हà¥à¤ˆà¥¤ वह à¤à¤¬à¥€à¤µà¥€à¤ªà¥€ के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सचिव और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सचिव à¤à¥€ रहे। कà¥à¤®à¤¾à¤° ने ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ इंदिरा गांधी सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आपातकाल लगाठजाने के खिलाफ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ किया था और करीब 30 दिनों तक वह जेल में à¤à¥€ रहे।
राजनीतिक सफर
- राजनीति में अपने लिठबड़ी संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ तलाशने के लिठ1987 में कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ में शामिल हà¥à¤ और फिर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¤à¥€ पीछे मà¥à¤¡à¤¼à¤•à¤° नहीं देखा।
- वे à¤à¤¬à¥€à¤µà¥€à¤ªà¥€ के राजà¥à¤¯ सचिव और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सचिव, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता यà¥à¤µà¤¾ मोरà¥à¤šà¤¾ के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सचिव और महासचिव रहे।
- कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· बी.à¤à¤¸. येदियà¥à¤°à¤ªà¥à¤ªà¤¾ समेत उन चà¥à¤¨à¤¿à¤‚दा नेताओं में शामिल हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के विकास का शà¥à¤°à¥‡à¤¯ दिया जा सकता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने राजà¥à¤¯ में संगठन को खड़ा किया और 2008 में पारà¥à¤Ÿà¥€ को राजà¥à¤¯ की सतà¥à¤¤à¤¾ तक पहà¥à¤‚चाया।
- दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में तब à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की पहली सरकार बनी थी।
- कà¥à¤®à¤¾à¤° ने अपना संसदीय करियर 1996 में शà¥à¤°à¥‚ किया जब वह दकà¥à¤·à¤¿à¤£ बेंगलà¥à¤°à¥ से लोकसà¤à¤¾ में चà¥à¤¨à¥‡ गà¤à¥¤
- यह निरà¥à¤µà¤¾à¤šà¤¨ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° उनके निधन तक उनका मजबूत गढ़ बना रहा जहां उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लगातार छह बार जीत मिली।
- 15वीं लोकसà¤à¤¾ का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जीतने के बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसदीय समितियों में पद संà¤à¤¾à¤²à¥‡ और नरेंदà¥à¤° मोदी नीत सरकार में बतौर संसदीय कारà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ और केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ रसायन à¤à¤µà¤‚ उरà¥à¤µà¤°à¤• मंतà¥à¤°à¥€ रहे।