बीहड़ों में गरजने वाली बंदूकें हà¥à¤ˆà¤‚ खामोश, 30 साल में पहली बार चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ राजनीति से हो रहे दूर
मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में 28 नवंबर को होने वाले विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की किसी à¤à¥€ सीट पर इस बार न तो कोई डकैत चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ मैदान में उतरा है और न ही किसी पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€ के लिठचà¥à¤¨à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° कर रहा है. पिछले तीन दशक में पहला मौका है, जब à¤à¤¸à¤¾ हो रहा है. हालांकि, इससे पहले डकैतों के चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में उतरने के लिठमधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤°, चंबल à¤à¤µà¤‚ विंधà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° मशहूर रहे हैं. कà¥à¤›à¥‡à¤• डकैत विधायक बनकर सà¥à¤°à¥à¤–ियों में à¤à¥€ रहे हैं.
वरà¥à¤· 2013 में हà¥à¤ विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में पूरà¥à¤µ डकैत पà¥à¤°à¥‡à¤® सिंह कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के टिकट पर मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के सतना जिले की चितà¥à¤°à¤•à¥‚ट सीट से चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ मैदान में उतरे थे और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° सिंह गहरवार को 10,970 मतों से पराजित किया था. दसà¥à¤¯à¥ जीवन से राजनीति का सफर करने वाले पà¥à¤°à¥‡à¤® सिंह इस सीट से तीन बार विधायक रहे. वह वरà¥à¤· 1998 à¤à¤µà¤‚ वरà¥à¤· 2003 में à¤à¥€ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के टिकट पर ही जीत कर विधायक बने थे.मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ दिवंगत दिगà¥à¤—ज कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ नेता अरà¥à¤œà¥à¤¨ सिंह के कटà¥à¤Ÿà¤° समरà¥à¤¥à¤• रहे पà¥à¤°à¥‡à¤® सिंह का लंबी बीमार के बाद पिछले साल मई में निधन हो गया था. चंबल के बीहड़ों में खौफ से दहलाने वाले पूरà¥à¤µ डाकू मलखान सिंह à¤à¤µà¤‚ डाकू मनोहर सिंह गà¥à¤°à¥à¤œà¤° ने वरà¥à¤· 2014 के लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के पकà¥à¤· में चà¥à¤¨à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया था. 25 साल से अधिक समय तक चंबल घाटी में आतंक मचाने के बाद मलखान सिंह ने करीब साढ़े तीन दशक पहले अरà¥à¤œà¥à¤¨ सिंह सरकार के समकà¥à¤· आतà¥à¤®à¤¸à¤®à¤°à¥à¤ªà¤£ कर दिया था और अब वे बंदूक छोड़ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• मारà¥à¤— अपना चà¥à¤•à¥‡ हैं.
बड़ी-बड़ी मूंछ रखने वाले मलखान सिंह ने पंचायत चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ा था और इसमें जीत à¤à¥€ हासिल की थी. वह विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजनीतिक दलों से à¤à¥€ जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ रहा. उसने वरà¥à¤· 1996 में à¤à¤¿à¤‚ड से समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€ के टिकट पर विधानसà¤à¤¾ का उपचà¥à¤¨à¤¾à¤µ à¤à¥€ लड़ा था, लेकिन हार गया. मलखान ने मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के और समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€ के लिठउतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में चà¥à¤¨à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° à¤à¥€ किया. पिछले दो विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में उसने à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का समरà¥à¤¥à¤¨ किया और उनके लिठवोट à¤à¥€ मांगे.
मधà¥à¤®à¥‡à¤¹ से पीड़ित डाकू मनोहर सिंह गà¥à¤°à¥à¤œà¤° 90 के दशक में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ में शामिल हà¥à¤ और वरà¥à¤· 1995 में à¤à¤¿à¤‚ड जिले की मेहगांव नगरपालिका के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· बने. हालांकि, अब वह अपना छोटा-मोटा निजी कारोबार करते हैं. पूरà¥à¤µ डकैत बलवंत सिंह (65) ने बताया कि वह इस साल à¤à¤¸à¤¸à¥€/à¤à¤¸à¤Ÿà¥€ à¤à¤•à¥à¤Ÿ में हà¥à¤ संशोधन से नाराज हैं, लेकिन इसके बाद à¤à¥€ वह किसी राजनीतिक दल को इस चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में समरà¥à¤¥à¤¨ नहीं कर रहे हैं. बलवंत जाने माने डकैत पान सिंह तोमर का रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤° है.